फिल्म सफर-शख्सियत 1

रूमानी अभिनय के लिए याद रहेंगे ऋषि कपूर
बॉलीवुड में एक्शन फिल्मों के दौर में भी रूमानी और भावपूर्ण अभिनय के लिए ऋषि कपूर हमेशा याद रखे जाएंगे। भोली भाली सूरत वाले ऋषि ने अपने रूमानी और भावपूर्ण अभिनय से लगभग तीन दशक तक दर्शकों के बीच अपनी अलग ही पहचान बनायी है। चार सितंबर 1952 को मुंबई में जन्में ऋषि को अभिनय की कला पिता राज कपूर से विरासत में ही मिली थी। ऋषि ने अपने अभिनय करियर की शुरूआत अपने पिता की फिल्म ‘‘मेरा नाम जोकर” से की थी।
फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये वह राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किये गये। वर्ष 1973 में अपने पिता राज कपूर के बैनर तले बनी फिल्म ‘‘बॉबी” से अभिनेता के तौर पर ऋषि कपूर को पहचान मिली। इस फिल्म से अभिनेत्री डिंपल कपाडिया ने भी शुरुआत की थी। इस फिल्म की जबरदस्त कामयाबी ने रातों-रात ऋषि कपूर को भी शोहरत की बुंलदियों पर पहुंचा दिया।
फिल्म बॉबी की सफलता के बाद ऋषि की कुछ फिल्में टिकट खिड़की पर असफल रहीं। वर्ष 1975 में प्रदर्शित फिल्म खेल खेल में मिली कामयाबी के बाद ऋषि कपूर बतौर अभिनेता अपनी खोई हुयी पहचान बनाने में कामयाब हो गये। कॉलेज की जिंदगी पर बनी इस फिल्म में ऋषि कपूर की नायिका की भूमिका अभिनेत्री नीतू सिंह ने निभाई। फिल्म खेल खेल में की कामयाबी के बाद ऋषि कपूर और नीतू सिंह की जोड़ी दर्शकों के बीच काफी मशहूर हो गयी। इसके बाद दोने के बीच प्रेम हुआ और दोनो शादी के बंधन में बंध गये।
इस जोड़ी ने रफूचक्कर, जहरीला इंसान, जिंदादिल, कभी-कभी, अमर अकबर एंथनी ,अनजाने, दुनिया मेरी जेब में, झूठा कहीं का, धन दौलत, दूसरा आदमी आदि फिल्मों में युवा प्रेम की भावनाओं को निराले अंदाज में पेश किया। वर्ष 1977 में प्रदर्शित फिल्म अमर अकबर एंथोनी ऋषि कपूर के सिने करियर की अहम फिल्मों में एक है। इसमें अमिताभ बच्चन, दिवंगत विनोद खन्ना जैसे मंझे हुये कलाकारों की मौजूदगी में भी ऋषि कपूर ने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को दीवाना बना दिया।
ऋषि के निधन से खेल जगत दुखी
दिग्‍गज अभिनेता ऋषि के निधन पर खेल जगत ने भी शोक जताया है। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा, “भरोसा करना मुश्किल है कल इरफान खान और आज ऋषि कपूर। इनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं, दिवंगत आत्मा को शांति मिले।”
वहीं महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा, “ऋषि जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं, मैं उनकी फिल्में देखकर बड़ा हुआ हूं, जब भी मैं उनसे मिला हूं वो हमेशा उदार रहे हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
वहीं बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने ऋषि कपूर और इरफान खान की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा है कि, “एक जिंदगी है। इसे पूरा और खुशी से जियो और किसी चीज से फर्क नहीं पड़ता। बस याद दिला रहा था। आप हमेशा याद आओगे।”
वहीं पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी ऋषि के निधन की खबर से बेहद दुखी हैं, उन्होंने लिखा है कि, “ऋषि कपूर जी के निधन के बारे में सुनकर दिल टूट गया है, उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना, ओम शांति।”
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने भी ऋषि कपूर को याद करते हुए लिखा है, “ऋषि कपूर मेरे बचपन के हीरो थे, वो अब चले गए हैं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदनाएं।” पूर्व बल्लेबाज वीवीएम लक्ष्‍मण ने कहा कि ऋषि के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं।
चेतेश्‍वर पुजारा ने कहा कि इस पर विश्‍वास करना मुश्किल है कि दो दिन में दो दिग्‍गजों को खो दिया। खबर सुनकर काफी दुखी हूं।
ऋषि पिछले साल ही अमेरिका में कैंसर का उपचार कराने के बाद स्वदेश लौटे थे पर पिछले कुछ दिनों से बीमार होने के कारण मुंबई के एचएन रिलायंस अस्पताल में भर्ती थे।

चिरंजीवी नाम इस प्रकार पड़ा
आंध्र प्रदेश के सिनेमा यानी तेलुगु भाषा वाली फिल्मों के सबसे बड़े स्टार चिरंजीवी का असली नाम सिवा संकर वरा प्रसाद है। जब वे फिल्मी दुनिया के लिए अपना नया नाम सोच रहे थे तो उन्हें सपना आया कि एक बुजुर्ग आदमी और एक लड़की उन्हें चिरंजीवी नाम से पुकार रहे हैं। उन्होंने अपनी मां से इस बारे में बात की जो हनुमान की बड़ी भक्त रहीं। उनकी मां ने इस नाम के लिए हां कर दी क्योंकि ये अंजनेय स्वामी यानी हनुमान का ही दूसरा नाम है।
आकर्षण का केंद्र बनने अभिनेता बने
जब चिरंजीवी किशोर थे तब उन्हें सबके आकर्षण का केंद्र बनना बहुत पसंद था। वे स्कूल में, एनसीसी कैंप में और अपने रिश्तेदारों के सामने फिल्मी गानों पर नाचा करते थे। 70 के दशक में उन्होंने अभिनेता बनने का फैसला किया। कुछ नाटकों में काम किया। फिर मद्रास के एक इंस्टिट्यूट में एक्टिंग सीखने लगे। 1978 में कोर्स खत्म किया और पहली फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी। ये इतना जल्दी यूं हुआ कि फिल्म संस्थान में थे तब उनके एक दोस्त को संबंधित फिल्म में रोल करना था लेकिन उसका किसी अन्य निर्माता से दूसरी फिल्म न करने का करार था। ऐसे में उसने चिरंजीवी का नाम सुझाया। उस फिल्म को देख एक और तेलुगु प्रोड्सूसर क्रांतिकुमार ने अपनी ब्लैक एंड वाइट आर्ट फिल्म में चिरंजीवी को लिया। अधिकतम समय तक चिरंजीवी की एक फिल्म खत्म होने और दूसरी शुरू होने में 10 दिन से ज्यादा का फर्क नहीं रहा।
हैलेन को देखकर सीखा डांस
चिरंजीवी के डांस को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है लेकिन उन्होंने डांस कहीं से सीखा नहीं है। दरअसल उन्होंने हिंदी फिल्म एक्ट्रेस हैलेन को पिया तू अब तो आजा गाने पर नाचते हुए देखा तब से नाचने लगे। जब भी रेडियो पर ये गाना बजता वे नाचते थे। फिर ऐसा वे लगातार घर के सदस्यों के सामने करने लगे और उनकी तारीफ से उनका हौसला बढ़ता गया। हैलेन के कारण ही वे डांसर बने।
फिल्मों की दीवानगी ऐसी कि लोग मारे जाते
उनकी दीवानगी इतनी है कि अंदाजा लगाना मुश्किल है। उनकी नई फिल्मों की रिलीज के पहले ही दिन टिकट के लिए इतनी भीड़ मचती है कि भगदड़ में लोग मारे जाते हैं। ऐसा एक से ज्यादा बार हो चुका है। 2003 में उनकी फिल्म ‘टैगोर’ की टिकट लेने के दौरान भगदड़ में चार लोग मारे गए। एक बार एक प्रशंसक उनके करीब आकर छूने की कोशिश कर रहा था कि उसे बिजली का झटका लग गया।
1992 में प्रदर्शित ‘घराना मोगुडु’ फिल्म के साथ चिरंजीवी भारत में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले एक्टर बन गए थे। उन्हें 1.25 करोड़ रुपये मिले थे। तब उन्हें अमिताभ बच्चन से भी बड़ा स्टार कहा जाने लगा था।
जब तेलुगु फिल्मों के सिनेमाघर मालिक और वितरक चिरंजीवी की किसी नई फिल्म के प्रदर्शन के दौरान घाटे में जाने लगते हैं तो उन सबको चिरंजीवी की पुरानी फिल्में फिर से मुफ्त में दी जाती हैं और उनका घाटा पूरा होता है।
उन्होंने ‘द रिटर्न ऑफ द थीफ ऑफ बगदाद’ नाम की हॉलीवुड फिल्म भी साइन की थी जिसकी शूटिंग बाद में रद्द हो गई।
जब तेलुगु फिल्मों में चिरंजीवी का प्रवेश हुआ जब उसमें अक्किनेनी नागेश्वरा राव और एनटी रामा राव सबसे बड़े सुपरस्टार थे। वे लोग पौराणिक कहानियों और ड्रामा भरी फिल्मों से दिग्गज बने। चिरंजीवी ब्रेकडांस लेकर आए। उनकी फिल्मों में डांस, फाइट, धांसू डायलॉग और दो हीरोइन वाला फॉर्मूला होता था जो चल निकला।
चिरंजीवी पहले दक्षिण भारतीय अभिनेता थे जिन्हें कथित तौर पर 1987 में 59वें ऑस्कर अवॉर्ड में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया था।
सितंबर 1978 में चिरंजीवी की पहली फिल्म रिलीज हुई थी और ठीक दस साल बाद उनकी 100 फिल्म ‘त्रिनेत्रुडू’ रिलीज हुई।
ऐसा दावा किया जाता है कि वे पहले भारतीय फिल्म अभिनेता हैं जिन्होंने अपनी खुद की वेबसाइट बनवाई थी।
फिल्मी जीवन में चिरंजीवी को सबसे पहला टैग मिला, वो था सुप्रीम हीरो का। 1983 में आई फिल्म ‘कैदी’ ने उन्हें पहला स्टारडम दिया। कोई 90 से ज्यादा फिल्में करने के बाद 1988 में फिल्म ‘मरना मृदंगम’ के साथ उन्हें मेगा स्टार का टैग मिला।
ने 2007 में प्रदर्शित हुई ‘शंकर दादा एमबीबीएस’ के बाद फिल्में छोड़ दी थीं। इसके बाद वह राजनीति में आ गये। चिरंजीवी की ज्यादातर फिल्में तेलुगु में रही हैं लेकिन कुछ हिंदी फिल्मों में भी वह सुपरहिट रहे हैं।

कम कपड़ों से कामुकता नहीं
अभिनेत्री रवीना टंडन का कहना है कि कामुकता का तात्पर्य कपड़ों को कम करने से नहीं है बल्कि कोई इसे कैसे पहनता है या संभालता है, यह इस बात पर निर्भर करता है। रवीना ने कहा, “कामुकता का तात्पर्य कम कपड़ों से नहीं है। आप कुछ भी पहनकर आकर्षक लग सकते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि उस परिधान को किस तरह से डिजाइन किया गया है और आप उसे किस तरह से पहनते या संभालते हैं।” फिल्मों के बारे में बात करते हुए रवीना ने कहा, “मुझे कई सारी फिल्मों के ऑफर मिले हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसे हैं जिन्हें मैं करना पसंद करूंगी।” डिजाइनर रॉकी एस. के साथ चैट शो ‘नॉट जस्ट सुपर स्टार्स’ पर आकर अभिनेत्री ने अपने इन विचारों को साझा किया।

सोनम का अनुभव
सोनम कपूर ने लंदन में घटी घटना का जिक्र किया ट्विटर के माध्यम से अपने डरावने अनुभव को साझा करने के साथ ही अपने 1.28 करोड़ प्रशंसकों को सर्तक किया। सोमन ने लिखा, “हे दोस्तो, मैंने आज उबर लंदन के साथ डरावने अनुभव का सामना किया। कृपया सावधान रहें। सबसे अच्छा और सुरक्षित होगा कि आप स्थानीय सार्वजनिक परिवहन या कैब का प्रयोग करें। मैं बहुत डरी हुई हूं।” एक प्रशंसक द्वारा कारण पूछे जाने पर अभिनेत्री ने कहा, “चालक पागल था और वह चिल्लाए जा रहा था। सफर खत्म होने तक मैं कांपती रही।” वहीं उबर ने अभिनेत्री को ट्वीट कर कहा, “इस बारे में सुनकर हमें खेद हुआ सोनम। क्या आप हमें अपना ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर के साथ सीधे मैसेज भेज सकती हैं ताकि हम इस पर गौर कर सकें?” इस पर अभिनेत्री ने प्रतिक्रिया दी, “मैंने आपके एप पर शिकायत करने की कोशिश की और मुझे कई बार बोट्स द्वारा डिसकनेक्ट का जवाब मिला। आप लोगों को अपना सिस्टम अपडेट करने की जरूरत है।

शालमली ने स्वीकारा ‘यमी’ डांस चैलेंज
गायिका शालमली ने जस्टिन बीबर के ‘यमी’ डांस चैलेंज को स्वीकार करते हुए उस पर अपने डांस मूव्स से सबको चौंका दिया। शालमली ने इंस्टाग्राम पर अपने टीम के साथ 30 सेकेंड्स का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह जस्टिन बीबर के ‘यमी’ गाने पर एयरपोर्ट पर डांस करते नजर आ रही हैं। वीडियो क्लिप के साथ शालमली ने लिखा है, “एक हैशटैगयमीमैनेजर, एक हैशटैगयमीस्वायड, एक हैशटैगयमीकोरियोग्राफर जो आपको हमारे पेरिस गोएबेल के संस्करण वाले एयरपोर्ट हैशटैगयमीचैलेंज दे रहा है।” इस बारे में शालमली ने कहा, “कुछ काम हो गए हैं.. इनमें से एक काम ‘यमी’ पर डांस करना था। यह जस्टिन बीबर का कमाल का गाना है।

अमिताभ को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को भारतीय फिल्मों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए फिल्मों के लिए दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार समिति ने महानायक के नाम की सिफारिश थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया। हिंदी फिल्मों के ‘लीजेंड’ अमिताभ बच्चन को सर्वसम्मति से दादा साहेब पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने दो पीढ़ियों को अपने अभिनय और मनोरंजन से न केवल प्रभावित किया है, बल्कि प्रेरित भी किया है। बच्चन को यह सम्मान मिलने से न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी उनके प्रशंसकों में खुशी की लहर है।
सत्तर के दशक से शुरू हुआ अमिताभ का स्टारडम : 76 वर्षीय अमिताभ बच्चन ने 1970 के दशक में ‘जंजीर’, ‘दीवार’ और ‘शोले’ जैसी फिल्मों के माध्यम से युवा पीढ़ी के गुस्से को अभिव्यक्ति दी और उन्हें ‘एंग्री यंग मैन’ कहा गया। 1970 के दशक से शुरू हुआ अमिताभ का स्टारडम भारतीय सिनेमा में अब तक जारी है। उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में 11 अक्टूबर, 1942 को जन्मे बच्चन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत सात हिंदुस्तानी फिल्म से की थी और उन्होंने जंजीर, दीवार और शोले जैसी फिल्मों से एंग्री यंग मैन की भूमिका से लोगों के दिलों पर राज करना शुरू कर दिया था। बच्चन ने आनंद, मिली, नमक हराम, अभिमान जैसी फिल्मों से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई और अपनी प्रतिभा से सबका मन मोह लिया। बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में चार बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और 15 बार फिल्म फेयर अवॉर्ड मिल चुका है। उन्हें 1984 में पद्मश्री और 2001 में पद्मभूषण तथा 2015 में पद्मविभूषण भी दिया जा चुका है। इसके अलावा फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘लीजन ऑफ हॉनर’ भी मिल चुका है।
महानायक अमिताभ बच्चन ने एक बार सिनेमा की ताकत को अहम बताते हुए कहा कि सिनेमा हमें जाति, धर्म, रंग से परे साथ लाता है। बिग बी ने कहा कि सिनेमा ही एक ऐसा माध्यम महज तीन घंटों में न्याय कर देता है । मुझे इसका हिस्सा होने पर गर्व है। मेरी हमेशा ख्वाहिश रही है कि भारतीय फिल्म जगत की ताकता दुनिया भर में फैले। जब भी हम डार्क हॉल में बैठे होते हैं तो हम बिना रंग, धर्म और जाति का भेद किए फिल्म को देखते हैं। एक ही जोक पर एक साथ हंसते हैं, इमोशन पर एक साथ रोते हैं। दौड़ती भागती जिंदगी में हम एकता का इससे बेहतर उदारण कहां देख सकते हैं।

सनी की नजरें अब अच्छी कहानियों पर
बोल्ड अभिनेत्री सनी लियोनी बॉलीवुड में अपने फिल्मी सफर में मिले लोगों से बहुत खुश नहीं हैं। लियोनी को कनाडा से भारत आने के करीब 5 साल बाद महसूस हो रहा है कि बॉलीवुड वालों ने उनसे जितनी बड़ी-बड़ी बातें की, जो सपने दिखाए उनमें से ज्यादातर खोखले साबित हुए। यही वजह है कि लियोनी ने स्वयं अपने करिअर की बागडोर थाम ली है।
लियोनी ने अपनी जिंदगी पर वेबसीरीज बनाई। खुद उसमें अभिनय भी किया। वेबसीरीज फ्लॉप रही और अब सनी पति डेनियल वेबर के साथ अपने तीन बच्चों (गोद ली बेटी निशा और सरोगेसी से जन्मी संतानें नोह तथा अशेर) के पालन-पोषण में व्यस्त हैं। इसके बावजूद उन्होंने बॉलीवुड में चमकने की उम्मीद नहीं छोड़ी है और अपना ध्यान अच्छी कहानियों पर लगा रही हैं।
37 साल की लियोनी ने कहा ‘मेरी दिलचस्पी अब अच्छी कहानियों में हैं। मैं हर तरह की फिल्मों में काम करना चाहती हूं। मेरे लिए सबसे बड़ी समस्या है सही लोगों की तलाश करना।’ सनी ने कहा ‘मैंने पहले उन लोगों के साथ काम किया जिन्होंने मुझसे बड़ी बातें की। यह लोग मुझे लेकर अच्छी फिल्में नहीं बना पाए। मैंने इनसे जो वादे किए थे, उनके मुताबिक अपना बेहतरीन परफॉरमेंस दिया।’
सनी ने माना कि अब वह अपनी कुछ फिल्में देखती हैं तो शर्मिंदा हो जाती हैं। उनका कहना है कि मैंने इन फिल्मों के लिए काफी मेहनत की, पूरी मेहनत से अपनी लाइनें याद की थीं। मुझे लगता है कि मैं बेवकूफ थी जो उत्साह के मारे सैट पर जल्दी पहुंच जाया करती थी। सनी को बॉलीवुड में सही और गलत लोग समझ में आ गए हैं और इसीलिए उन्होंने पति के साथ मिल कर फैसला किया है कि जल्दबाजी में कुछ नहीं करेंगी। सोच-समझ कर निर्णय लेंगी और उसी निर्माता-निर्देशक के साथ काम करेंगी, जो वैसी फिल्म बना पाने में सक्षम होगा, जैसी कहानी में बताएगा।
सनी की शुरुआती फिल्में ‘जिस्म 2’ और ‘रागिनी एमएमएस-2’ बॉक्स ऑफिस पर कुछ सफल रहीं मगर ‘जैकपॉट’ , ‘एक पहेली-लीला’ , ‘कुछ कुछ लोचा है’ , ‘मस्तीजादे’ , ‘वन नाइट स्टैंड’ , ‘बेईमान लव’ और ‘तेरा इंतजार’ लगातार फ्लॉप रहीं। आधा दर्जन फिल्मों में तो निर्माता खर्च की गई रकम तक नहीं निकाल पाए।
लियोनी को इसके बाद बॉलीवुड में हीरोइन के रूप में फिल्मों के प्रस्ताव मिलने बंद हो गए। सनी ने दक्षिण का रुख किया, जहां इक्का-दुक्का फिल्में ही उन्हें मिलीं। जिन्हें लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुए। उधर, सनी की बायोपिक वेबसीरीज के फ्लॉप होने से भी दुखी हैं।

अर्चना को दक्षिण में नहीं मिले रोल
बॉलीवुड एक्ट्रेस, र‍ियल‍िटी शो जज अर्चना पूरन स‍िंह इन द‍िनों द कप‍िल शर्मा शो में बतौर जज नजर आ रही हैं! अर्चना ने ह‍िंदी स‍िनेमा में 1982 में आई फिल्म न‍िकाह से कर‍ियर की शुरुआत की थी। इसके बाद अर्चना कई फिल्मों और टीवी शो में नजर आईं लेकिन अर्चना ने जब दक्षिण की फिल्मों में काम करना चाहा तो उन्हें वहां रोल नहीं मिले। कप‍िल शर्मा शो में अर्चना ने इसकी जानकारी दी है
इस शो में शक्त‍ि कपूर बतौर मेहमान कलाकार पहुंचे थे। शक्त‍ि कपूर ने कहा कि अर्चना पूरन स‍िंह मेरी बहुत अच्छी दोस्त हैं लेकिन जब से मैं इन्हें देख रहा हूं ये ऐसी ही हैं। इस दौरान अर्चना ने हंसते हुए कहा, “जब मैंने दक्षिण की फिल्मों के लिए ट्राई किया था तब तो ये कहकर मना कर द‍िया कि आप बहुत पतली हैं। यहां तो ऐसा नहीं चलेगा।”
अर्चना बॉलीवुड इंडस्ट्री का चर्च‍ित चेहरा हैं। उन्होंने ह‍िंदी फिल्मों में कई यादगार रोल न‍िभाने के साथ टीवी शो में भी अ‍हम किरदार न‍िभाए।
करियर
अर्चना ने अपने टीवी करियर की शुरुआत साल 1993 में ज़ीटीव के शो वाह क्या सीन है से की थी। उनका यह शो उस साल सुपरहिट शो साबित हुआ था इसके बाद उन्होंने जाने भी दो पारो, श्रीमान-श्रीमती शोज़ भी किये। अर्चना ने एक सेलिब्रिटी चैट शो भी होस्ट किया। साल 2005 में अर्चना डांसिंग बेस्ड रियलिटी शो नाच बलिए में अपने पति परमीट सेठी के साथ बतौर प्रतिभागी हिस्सा ले चुकी हैं। 2006 में उन्होंने और उनके पति परमीत ने डांसिंग बेस्ड रियलिटी शो झलक दिखला जा को होस्ट भी किया था। वह सोनी के शो कॉमेडी नाइट्स सर्कस में बतौर जज भी नज़र आयी हैं।
फ़िल्में
मोहब्बतें , बोल बच्चन, कुछ कुछ होता है,कल किसने देखा है, राजा हिंदुस्तानी, कृष, मस्ती,बड़े दिलवाले, मेने दिल तुझको दिया, होगा तूफ़ान, शोला और शबनम ,निकाह ,आशिक आवारा,टक्कर ,जानशीन।

सामंथा तेलुगू फिल्मों की बेहतरीन अदाकारा
अभिनेत्री सामंथा अक्किनेनी तेलुगू फिल्मों की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक हैं। इन्‍होंने किशोरावस्‍था से ही मॉडलिंग शुरू कर दी थी। फिल्‍मों में सामंथा ने साल 2007 में फिल्‍मों की दुनिया में कदम रखा था। लेकिन उनकी पहली तेलुगू फिल्‍म साल 2010 में रिलीज हुई थी।
सामंथा को पहली तेलुगू फिल्‍म’ ये माया चेसाव’ के लिए सर्वश्रेष्‍ठ नवोदित अभिनेत्री दक्षिण का पुरस्‍कार मिला।इसके बाद हिंदी फिल्‍म ‘ एक दीवाना था’ में सामंथा ने कैमियो रोल किया हालांकि उनके रोल को यहां भी सराहा गया।
सामंथा को उनके स्‍टाइल स्‍टेटमेंट के लिए भी जाना जाता है। वह अक्‍सर ही अपनी फैशन स्टाइल के चलते लोगों का दिल जीतती रहती हैं।
सामंथा अक्किनेनी अच्छी अभिनेत्री होने के साथ-साथ अच्छी डांसर भी हैं।
2013 में सामंथा एक ही वर्ष में दोनों, सर्वश्रेष्ठ तेलुगू अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ तमिल अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार को जीतने वाली दूसरी अभिनेत्री बन गईं।
सामंथा से पहले एक ही वर्ष में दोनों, सर्वश्रेष्ठ तेलुगू अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ तमिल अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार पुरस्‍कार रेवती को मिला था। रेवती के बाद सामंथा दूसरी ऐसी अभिनेत्री, जिन्‍हें इन दोनों से नवाजा गया एक ही साल में।
सामंथा सोशल साइट्स पर भी खूब सक्रिय रहती हैं। उनके इंस्‍टा पर 7.2 मिलियन फॉलोअर्स
वह अक्‍सर ही अपनी फोटोज साझा करती रहती हैं।

शाहिद की वो फिल्में जो नहीं हुईं रिलीज
अभिनेता शाहिद कपूर की रिलीज फिल्म कबीर सिंह को आजकल दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं। फिल्म ने अभी तक 167 करोड़ रुपये का कारोबार कर लिया है। फिल्म की कहानी से लेकर शाहिद के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा है। शाहिद के करियर की बात करें तो उन्होंने 16 साल पहले इश्क विश्क फिल्म से बॉलीवुड इंडस्ट्री में प्रवेश किया था।
बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई बार ऐसा होता है जब स्टार्स फिल्म तो साइन कर लेते हैं लेकिन रिलीज नहीं हो पाती है। ऐसा ही इतिहास कुछ शाहिद के साथ भी रहा है। शाहिद ने ऐसी फिल्में की हैं जो रिलीज ही नहीं हो पाई।
हीर रांझा : साबिर खान 2010 में शाहिद और दीपिका पादुकोण को लेकर हीर रांझा फिल्म बना रहे थे। इस फिल्म को लेकर साबिर खान ने कहा था कि उन्होंने शाहिद और दीपिका को कास्ट कर लिया है। इसके बाद भी फिल्म का कोई पता नहीं चला।
यहां के हम सिंकदर : फुटबॉल पर आधारित इस फिल्म में शाहिद कपूर के साथ जॉन अब्राहम को कास्ट किया गया था। फिल्म का निर्देशक अहमद खान करने वाले थे पर बाद में खेलों को लेकर लोकप्रियता कम हो गई है, यह कहकर इस प्रोजेक्ट को डब्बा बंद कर दिया गया।
भावेश जोशी के बाद विक्रमादित्या मोटवानी ने शाहिद कपूर को फिल्म के लिए कास्ट किया था। शाहिद ने खुद इस बात की जानकारी दी थी वह इस फिल्म के हिस्सा हैं और इसमें अनुराग कश्यप विलेन का किरदार निभाने वाले हैं। फिल्म की कहानी एक फिल्म डायरेक्टर के ईद-गिर्द बुनी गई थी जो एक अभिनेता की पत्नी को किडनैप कर लेता है लेकिन बाद में यह फिल्म फ्लोर पर ही नहीं जा सकी थी।
कहीं तो मिलेगी : शाहिद कपूर ने डेब्यू फिल्म इश्क विश्क से पहले कहीं तो मिलेगी फिल्म साइन की थी। इसका निर्देशन बॉबी खान करने वाले थे। फिल्म के लिए दो और न्यूकमर को कास्ट किया गया था। इसकी शूटिंग दक्षिण अफ्रीका में होनी थी। बाद में इस प्रोजेक्ट को भी बंद कर दिया गया।
चारुलता : संजय लीला भंसाली की बहन और डायरेक्टर बेला सहगल, शाहिद कपूर और रानी मुखर्जी को लेकर चारुलता नाम की फिल्म बनाना चाहती थी। रानी ने ‘दिल बोले हड़िप्पा’ के बाद इस फिल्म के बारे में बताया था लेकिन बाद में पता नहीं फिर ऐसा क्या हुआ इस फिल्म की कोई चर्चा ही नहीं हुई।
डायरेक्टर प्रियदर्शन ने अपनी एक कॉमेडी फिल्म बनाने के लिए अजय देवगन और शाहिद कपूर को कास्ट किया था। ये फिल्म किसी कारण से बंद हो गई लेकिन बाद में अजय और शाहिद की जोड़ी शिखर में नजर आई थी।
डायरेक्टर सुनील दर्शन 2004 में एक फिल्म बनाने की योजना बना रहे थे। इसके लिए उन्होंने शाहिद कपूर और करीना कपूर को कास्ट भी कर लिया था पर बाद में यह फिल्म बंद हो गई लेकिन इसके पीछे की वजह का अब तक खुलासा नहीं हो पाया।

ग‍िरीश कर्नाड में थी बहुमुखी प्रतिभा
लोकप्रिय कन्नड़ नाटककार, रंगकर्मी, एक्टर, निर्देशक और स्क्रीन राइटर ग‍िरीश कर्नाड का हाल ही में 81 साल की उम्र में निधन हो गया है। 1960 के दशक में नाटकों के लेखन से गिरीश कर्नाड ने अपनी पहचान बनायी। कन्नड़ नाटक लेखन में गिरीश कर्नाड की वही भूमिका है जो बंगाली में बादल सरकार, मराठी में विजय तेंदुलकर और हिंदी में मोहन राकेश जैसे दिग्गज नाटककारों की है। लगभग पांच दशक से ज्यादा समय तक कर्नाड नाटकों के लिए सक्रिय रहे। कर्नाड ने अंग्रेजी के भी कई प्रतिष्ठित नाटकों का अनुवाद किया। कर्नाड के भी नाटक कई भारतीय भाषाओं में अनुदित हुए। कर्नाड ने हिंदी और कन्नड़ सिनेमा में अभिनेता, निर्देशक और स्क्रीन राइटर के तौर पर काम किया। उन्हें पद्मश्री और पद्म भूषण का सम्मान मिला। कर्नाड को चार फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिले।
उन्हें 1978 में आई फिल्म भूमिका के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। उन्हें 1998 में साह‍ित्य के प्रत‍िष्ठ‍ित ज्ञानपीठ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। ग‍िरीश कर्नाड ऐसे अभ‍िनेता हैं ज‍िन्होंने कमर्शियल स‍िनेमा के साथ समानांतर स‍िनेमा के ल‍िए भी सराहा गया है।
गिरीश ने कन्नड़ फिल्म संस्कार(1970) से अपना एक्टिंग और स्क्रीन राइटिंग डेब्यू किया था। इस फिल्म ने कन्नड़ सिनेमा का पहले प्रेजिडेंट गोल्डन लोटस अवार्ड जीता था। बॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म 1974 में आयी जादू का शंख थी। गिरीश कर्नाड को सलमान खान की फिल्म एक था टाइगर और टाइगर ज़िंदा है के लिए जाना जाता है। इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड फिल्म निशांत (1975), शिवाय और चॉक एन डस्टर में भी काम किया था।
गिरीश कर्नाड को आप रंग मंच के एक मझे हुए लेखक के तौर पर याद रख सकते हैं, जिसने 26 साल की उम्र में 1964 में तुग़लक़ जैसे एतिहासिक किरदार पर नाटक लिखा।
1986 की बात है जब इसका मंचन हो रहा था नाटक में संवाद आया कि इस क़िले को कोई भेद नहीं सकता, जिसके जवाब में दूसरा किरदार कहता है कि अक्सर क़िले अंदर से ही भरभराकर टूटते हैं.
कुछ लोग गिरीश कर्नाड को समाज के मुद्दों पर आवाज़ बुलंद करने वाले एक प्रहरी के रूप में याद रखते हैं। कुछ टीवी और सिनेमा के एक अदाकार और निर्देशक के रूप में। यानी एक गिरीश कर्नाड में कई गिरीश करनाड छिपे हुए थे।
आज की पीढ़ी उन्हें टाइगर ज़िंदा में डॉक्टर शिनॉय के किरदार से शायद रखती होगी, लेकिन उनके काम कहीं व्यापक हैं।
फ़्लैशबैक में जाएँ तो याद आता है 1975 में आई फ़िल्म निशांत में उन्होंने गाँव के स्कूलमास्टर की भूमिका निभाई थी।
1976 में आई मंथन जहाँ किसानों के कॉपरेटिव मूवमेंट की कहानी थी जिसमें गिरीश कर्नाड गाँव में आए आदर्शवादी डॉक्टर बनते हैं और किसानो को उनका अधिकार दिलाने संघर्ष करते रहे हैं। अपनी भूमिकाओं में वह सामंतवाद, जातिवाद, पुरुषवाद पर प्रहार करते रहे हैं।

सोनम हर भूमिका में छायीं
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर ने साल 2007 में फिल्म ‘सांवरिया’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इस फिल्म में उनके साथ अभिनेता रणबीर कपूर मुख्य भूमिका में थे। फिल्म ‘सांवरिया’ के बाद सोनम ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। उनकी कई फिल्मों को दर्शकों ने काफी पसंद भी किया था।
फिल्म- रांझणा
सोनम कपूर की ये फिल्म साल 2013 में आई थी। इस फिल्म में उनके साथ दक्षिण के नामी अभिनेता धनूष, अभय देओल और स्वरा भास्कर जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म का निर्देशन आंनद एल राय ने किया है। फिल्म रांझणा में दर्शकों ने सोनम कपूर के अभिनय को काफी पसंद किया था।
फिल्म- खूबसूरत
सोनम कपूर की फिल्म खूबसूरत साल 2014 में आई थी। इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में सोनम के डॉ. मिली वाले किरदार को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। इस फिल्म का निर्देशन शशांक घोष ने किया था।
फिल्म- डॉली की डोली
फिल्म डॉली की डोली में सोनम कपूर ने डकैत दुल्हन का किरदार निभाया था। इस फिल्म में उनके साथ राजकुमार राव और पुलकित सम्राट जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में थे। ये फिल्म साल 2015 में आई थी। इस फिल्म का निर्देशन अभिषेक ढोगरा ने किया था।
फिल्म- पैडमैन
अक्षय कुमार के साथ सोनम कपूर की ये फिल्म साल 2018 में आई थी। इस फिल्म का निर्देशन आर बाल्कि ने किया था। फिल्म में बिजनेसमैन गर्ल का किरदार निभाया था जो अक्षय कुमार का कारोबार बढ़ाने में साथ देती है।
फिल्म- एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
सोनम कपूर की ये फिल्म इस साल आई थी। फिल्म में उनके साथ राजकुमार राव, अनिल कपूर और जूही चावला जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में सोनम कपूर ने समलैंगिक लड़की का रोल अदा किया था। दर्शकों ने उनके अभिनय को काफी पसंद किया। इस फिल्म का निर्देशन शैली चोपड़ा ने किया था।

पंकज कपूर ने अभिनय से बनायी अपनी जगह
बॉलीवुड में जगह बनाना आसान नहीं होती है। माना जाता रहा है कि अभिनेता बनने के लिए लंबी कद-काठी, गोरा रंग और दमदार आवाज जरुरी है पर मगर कुछ कलाकार इसके अपवाद रहे हैं उन्हीं में एक पंकज कपूर भी हैं। पंकज कपूर ने भले ही ज्यादा फिल्में ना कीं हों, या अधिकतर फिल्मों में सपोर्टिव रोल में नजर आएं हों, मगर जितनी भी कीं उसमें उनके के अभिनय की खूब प्रशंसा हुई। वह अधिकतर फिल्मों में सहयोगी कलाकार की भूमिका में दिखे हैं। साधारण शक्ल और और छोटा कद होन के कारण पंकज के लिए फिल्मों में काम करना इतना आसान नहीं था। इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी जगह बनायी।
पंकज ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से एक्टिंग की शिक्षा ली। 1982 में गांधी फिल्म से उन्होंने करियर की शुरुआत की। इसके बाद से उन्होंने एक एक्टर, स्टोरी राइटर, स्क्रीन राइटर और डायरेक्टर के तौर पर काम किया। गांधी फिल्म के बाद उनकी लोकप्रिय फिल्मों में जाने भी दो यारों, मंडी, एक डॉक्टर की मौत, चमेली की शादी, एक रुका हुआ फैसला, रोजा, मकबूल, दि ब्लू अम्ब्रैला और फाइंडिंग फैनी रही हैं।
उन्होंने खलनायक, कॉमेडियन लीड और सहयोगी कलाकार, लगभग हर तरह की भूमिकाएं निभाई हैं। पंकज कपूर के अलावा ओम पुरी ही एक ऐसा कलाकार रहे जिन्होंने चेचक के धब्बों के बाद भी अपने अभिनय से एक विशेष जगह बनायी। अभिनया के प्रति अपने जुनून के कारण ही पंकज अपने कैरियर में सपफल रहे।
निजी जीवन की बात करें तो पंकज ने दो शादियां कीं। उन्होंने पहली शादी नीलिमा अजीम से साल 1965 में की थी। ये शादी 1974 में टूट गई। इसके बाद उन्होंने अभिनेत्री सुप्रिया पाठक से साल 1988 में शादी की। पंकज कपूर के बेटे शाहिद कपूर ने भी अभिनेता के तौर पर फिल्मों में अपनी पहचान बनायी है।

इन बॉलीवुड सितारों ने की है कई शादियां
बॉलीवुड में कई ऐसे सितारें हैं जिन्होंने एक, दो नहीं बल्कि उससे भी ज्यादा बार शादियां की हैं। किशोर कुमार से लेकर केबीर बेदी और संजय दत्त सहित इसमें कई नाम हैं। धर्मेंद्र से लेकर आमिर ख़ान और दिलीप कुमार से लेकर सैफ़ अली ख़ान तक इसमें शामिल हैं इसके अलावा कई अभिनेत्रियों ने भी एक से ज्यादा शादियां की हैं।
अभिनेता संजय दत्त
मान्यता दत्त संजय की तीसरी पत्नी हैं। मान्यता से संजय दत्त ने 2008 में शादी की थी। मान्यता से पहले संजय का अपनी दूसरी पत्नी रिया पिल्लई से तलाक हो गया था। संजय की पहली पत्नी का नाम ऋचा शर्मा था, जिनकी मौत ब्रेन ट्यूमर से 1996 में हो गयी थी। संजय और ऋचा की शादी 1987 में हुई थी। ऋचा से संजय को एक बेटी त्रिशाला भी है।
किशोर कुमार
गायक किशोर कुमार ने चार शादियां की थीं। किशोर कुमार ने अपनी पहली शादी 21 साल की उम्र में ही कर ली थी। उनकी पहली पत्नी बनीं बंगाली फ़िल्मों की मशहूर अभिनेत्री और गायिका रूमा गुहा ठाकुरता लेकिन, शादी के आठ साल बाद दोनों का तलाक हो गया। किशोर कुमार ने 1960 में बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा मधुबाला से कोर्ट में दूसरी शादी की। 1969 में मधुबाला का देहांत हो गया और उसके बाद किशोर कुमार ने 1976 में अभिनेत्री योगिता बाली से शादी की। यह शादी सिर्फ दो साल तक ही चली। योगिता बाली से तलाक लेने के 2 साल बाद किशोर कुमार ने अपनी चौथी शादी अभिनेत्री लीना चंद्रावरकर से 1980 में की।
कबीर बेदी
कबीर बेदी एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने 70 साल की उम्र में अपनी चौथी शादी कर सबको हैरान कर दिया था। उनकी पहली शादी डांसर प्रोतिमा बेदी से से हुई। कबीर ने दूसरी शादी ब्रिटिश फैशन डिजाइनर सुसैन हम्फ्रेस से की। यह शादी भी बहुत दिनों तक नहीं चल सकी। कबीर ने 1990 के दशक में तीसरी शादी टीवी और रेडियो प्रेजेंटर निक्की से की थी। 2005 में ये रिश्ता तलाक पर खत्म हुआ। इसके बाद से ही कबीर ब्रिटिश मूल की अभिनेत्री और मॉडल परवीन दोसांज के साथ रिलेशनशिप में थे। कुछ समय तक लिव-इन में रहने के बाद अब दोनों शादी कर चुके हैं। खास बात यह कि कबीर की चौथी पत्नी परवीन (उम्र करीब 40 साल) उनकी बेटी पूजा बेदी से भी चार साल छोटी हैं।
करण सिंह ग्रोवर
अभिनेता और मॉडल करण सिंह ग्रोवर ने पिछले साल अभिनेत्री बिपाशा बासु से अपनी तीसरी शादी की। इससे पहले वह टीवी अभिनेत्री जेनिफर विंजेट और श्रद्धा निगम से शादी करने के बाद अलग हो चुके हैं।
नीलिमा अज़ीम
अभिनेत्री नीलिमा अज़ीम ने तीन शादियां की हैं। नीलिमा ने पहली शादी अभिनेता पंकज कपूर से की थी।
नीलिमा ने राजेश खट्टर से दूसरी शादी की। जिनसे उन्हें एक बेटा ईशान है। 2001 में राजेश खट्टर से भी नीलिमा का अलगाव हो गया और नीलिमा ने आखिर में अपने बचपन के दोस्त उस्ताद रज़ा अली ख़ान से तीसरी शादी कर ली।
विधु विनोद चोपड़ा
फ़िल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा ने भी तीन शादियां की हैं। उन्होंने फ़िल्म क्रिटिक और लेखिका अनुपमा चोपड़ा से 1990 में तीसरी शादी की थी। अनुपमा से पहले रेनू सलूजा और शबनम सुखदेव से उनकी शादी हुई थी।
सिद्धार्थ रॉय कपूर सिद्धार्थ रॉय कपूर ने अभिनेत्री विद्या बालन से तीसरी शादी की है। विद्या से पहले सिद्धार्थ ने अपने बचपन की दोस्त आरती बजाज के साथ पहली तो वहीं एक टीवी प्रोड्यूसर कविता से दूसरी शादी की थी। उन दोनों से उनका अलगाव हो गया था। बताते चलें कि एक से ज्यादा शादी करने वालों की बॉलीवुड में लंबी कतार है। ऐसे कई स्टार्स हैं जिन्होंने दोबारा भी शादी की।

इसलिए भीड़ देख भड़क जाती हैं जया बच्चन
बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा और अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन को फिल्म इंडस्ट्री में 40 साल से ऊपर हो चुके हैं। जया ने महज 15 साल की उम्र से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। लंबे बाल और मुस्कुराने के स्टाइल के साथ-साथ उनकी एक्टिंग ने धीरे-धीरे लोगों को अपना कायल बना दिया था। पिछले 40 साल के दौरान उनकी जिंदगी में कई बदलाव देखे गए। इसी साल की शुरुआत में जया बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन नंदा और बेटे अभिषेक बच्चन ने जया की एक बिमारी का खुलासा किया है।
फिल्म प्रोड्यूसर करण जौहर के चैट शो कॉफी विद करण में अभिषेक और श्वेता ने कहा था कि जया बच्चन क्लोस्ट्रोफोबिक नाम की एक बीमारी से पीड़ित हैं। गौरतलब है कि जया बच्चन अपने परिवार के साथ अक्सर नजर आती हैं पर कैमरे में पोज देने से ज्यादातर बचती दिखीं हैं।
जया बच्चन के इस तरह के बर्ताव के कई सारे वीडियो भी सोशल मीडिया पर हैं जिनमें यह साफ दिखाई देता है। यहां तक कि जया कई बार मीडिया पर भी नाराज दिखीं हैं। जया बच्चन की इस तरह के बर्ताव के बारे में जब करण जौहर ने श्वेता और अभिषेक से पूछा तो उनका जवाब चौंकाने वाला था।
दोनों ने कहा कि उनको मानसिक बीमारी क्लोस्ट्रोफोबिक है जिसमें इंसान अचानक भीड़ को देखकर परेशान हो जाता है और कई बार उसे तेज गुस्सा भी आ जाता है। ऐसा बाजार, भीड़ वाले वाहन या फिर लिफ्ट में भी महसूस हो सकता है।
इसके साथ ही श्वेता ने कहा था कि जया को भीड़ देखकर परेशानी होती है। उन्हें यह बिल्कुल पसंद नहीं कि कोई धक्का दे या फिर टच करे। इसके अलावा कैमरा का फ्लैश आंखों में पड़ने से भी उन्हें दिक्कत होती है।

नई फिल्मों की होली
बॉलीवुड की ताजा फिल्मों में होली के सीन में आलिया भट्ट और अर्जुन कपूर की ‘टू स्टेट्स’ को कोई कैसे भूल सकता है। फिल्म एक लव स्टोरी थी जिसमें दोनों स्टार्स ने न सिर्फ ऑनस्क्रीन बल्कि शूटिंग के लिए ऑफ स्क्रीन भी जम कर होली खेली। फिल्म अभिषेक वर्मन के निर्देशन में 2014 को रिलीज हुई थी।
बद्रीनाथ की दुल्हनिया
2017 में रिलीज हुई फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ में भी आलिया और वरुण पर होली का गीत फिल्माया गया था जो मूवी का टाइटल गीत भी था। शशांक खेतान के निर्देशन में बनी इस फिल्म में वरुण-आलिया का होली वाला गीत ही नहीं उनके सभी रोमांटिक गाने हिट हुए थे।
पद्मावत
बीते साल रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म ‘पद्मावत’ में भी राजा रत्न सिंह बने शाहिद कपूर ने रानी पद्मावत का किरदार निभाने वाली दीपिका के साथ रोमांटिक होली खेली थी। फिल्म में होली पर बेस्ड एक फोक गीत फिल्माया गया है जिसे लोगों ने खूब पसंद किया।
जॉली एलएलबी 2
अक्षय की फिल्म ‘जॉली एलएलबी 2’ में भी एक गजब का होली गीत है। फिल्म के इस धमाकेदार गाने पर अक्षय अभिनेत्री हुमा कुरैशी संग थिरकते भी दिखे। इस गाने का नाम है ‘गो पागल’।
टॉयलेट एक प्रेमकथा
2017 में रिलीज हुई फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेमकथा’ में भी होली का एक रोमांटिक गीत है। अक्षय और भूमि पेडनेकर दोनों ने फिल्म के इस होली गीत ‘गोरी तू लठ्ठ मार’ पर बेहतरीन अदाकारी दी है। गाने में दोनों सितारों ने बरसाने वाली लठ्ठमार होली की याद दिला दी।
रामलीला
2013 में रिलीज हुई दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह स्टारर फिल्म ‘रामलीला’ में दोनों एक्टर्स का होली रोमांटिग सीन इतना पसंद किया गया था कि कई बड़े फिल्मकारों ने उसे मास्टर पीस तक कह डाला था।
रांझड़ा
साल 2013 में आई दक्षिण के सितारे धानुष और सोनम कपूर दोनों ने एक-दूसरे को मूवी के टाइटल गीत पर प्यार से रंग लगाया था।
ये जवानी है दीवानी
अयान मुखर्जी के निर्देशन में बनी 2013 में रिलीज हुई फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ में भी एक होली गीत है। जो पहले लोकगीत हुआ करता था उसे रीमेक किया गया है। वो गाना था ‘बलम पिचकारी’ जिस पर दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर ने जम कर होली खेली थी।
एक्शन रीप्ले
2010 में रिलीज हुई फिल्म ‘एक्शन रीप्ले’ में भी होली पर एक गीत फिल्माया गया है जिसे लोगों ने खूब पसंद किया है। फिल्म में ‘छान के मोहल्ला’ सारा देख लिया गाने पर होली के रंग खेले थे।

होली पर खास होते हैं ये गीत
बॉलीवुड फिल्मों के कुछ गीत होली के कारण ही याद किये जाते हैं। इन गीतों को हर होली पर बजाया जाता है यहां तक कि होली के गीतों ने फिल्म से ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं। ऐसी ही कुछ फिल्में जो होली पर याद आती हैं।
सिलसिला (1981)
होली की पार्टी हो और अमिताभ बच्चन के सुपरहिट गीत ना हो। ऐसा होना संभव नहीं है। बिग बी ने होली पर कई हिट गीत दिए हैं। उनकी फिल्म सिलसिला का गाना ‘रंग बरसे भीगी चुनरवाली’ आज भी लोगों को झूमने और थिरकने को मजबूर करता है। यह गाना अमिताभ, रेखा और जया बच्चन पर फिल्माया गया है। होली का रंग इस गाने के बिना अधूरा माना जाता है।
बागबान (2003)
फिल्म बागबान का गाना ‘होली खेले रघुवीरा’ अमिताभ और हेमा मालिनी के बीच फिल्माया गया था। होली का यह सीक्वेंस कमाल का बन पड़ा था। जहां पर बिग बी-रेखा के साथ झूमते दिखते हैं। अमिताभ-हेमा मालिनी ने इस गीत में शानदार डांस किया था।
शोले (1975)
अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और जया बच्चन स्टारर फिल्म शोले का गाना ‘होली के दिन दिल खिल जाते हैं’ में हेमा मालिनी ने डांस किया था। रंगों और गुलाल से खेलते हेमा-धर्मेंद्र के बीच शानदार केमिस्ट्री देखने को मिली थी।
नवरंग (1959)
फिल्म नवरंग का होली गीत ‘अरे जा रे हट नटखट’ हर साल होली के मौके पर बजाया जाता है। ये क्लासिकल है. एक ऐसा गाना है जिसे होली के मौके पर जरूर बजाया जाता है।
मदर इंडिया (1957)
मदर इंडिया’ का होली गीत ‘होली आई रे’ आज भी म्यूजिक लवर्स के बीच आज भी हिट है। इस क्लासिकल गीत को होली पार्टियों में अक्सर बजाया जाता है। यह गीत नरगिस, सुनील दत्त, शशिकला और राजकुमार पर फिल्माया गया है। यह गीत उस दौर की सबसे मशहूर गायिका शमशाद बेग़म ने गाया था।
ये जवानी है दीवानी (2013)
दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर की फिल्म ये जवानी है दीवानी का सुपरहिट गीत बलम पिचकारी यंगस्टर्स के बीच काफी पॉपुलर है। यह गीत चार्टबस्टर्स पर शीर्ष-5 में शामिल रहा है। दीपिका-रणबीर की केमिस्ट्री को लोगों ने खूब पसंद किया। यह गीत होली के मौके पर जरूर बजाया जाता है।

वीडियो सुपहिट होने से बदली प्रिया की जिंदगी
मलयालम फिल्मों की अभिनेत्री प्रिया प्रकाश वारियर ने हाल ही में फिल्म ‘ओरु अदार लव’ से दक्षिण फिल्म इंडस्ट्री में पदार्पण किया। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। इस फिल्म का टीजर लॉन्च होने के बाद से ही प्रिया ने अपनी आंखों के इशारे से पूरे देश को दीवाना जरुर बना दिया। प्रिया एक नेशनल क्रश बनकर सामने आई थीं।
इस टीजर के बाद से प्रिया की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। जब प्रिया की डेब्यू फिल्म रिलीज हुई तो इसको लेकर बवाल मच गया। दरअसल, फिल्म की कास्ट ने आरोप लगाया कि प्रिया इसकी लीड हीरोइन नहीं थीं। जब वो इंटरनेट सेंसेशल बन गईं तो डायरेक्टर ओमर लुलु ने फिल्म की कहानी प्रिया के ईद-गिर्द ही रच दी ।
फिल्म के प्रोड्यूसर और मेकर्स ने मिलकर प्रिया को लीड हीरोइन बना दिया। अब पहली बार ओमर लुलु का प्रिया प्रकाश को लेकर बयान आया है।ओमर ने कहा, ‘जब प्रिया का वीडियो सुपहिट हुआ तो मैंने प्रोड्यूसर से कहा कि अब इस फिल्म को अच्छी क्वालिटी के साथ बनाया जाना चाहिए ।’
‘तब मलयालम और तेलुगु वर्जन के प्रोड्यूसर ने कहा कि फिल्म की लीड हीरोइन प्रिया को बना दो। इससे पहले फिल्म की थीम बिल्कुल अलग थी। पहले फिल्म में दिखाया जाना था कि एक यंग कपल होता है जिसका मर्डर कर दिया जाता है। मेकर्स ने कहा कि पूरी फिल्म में प्रिया को हाईलाइट कर दो।’
डायरेक्टर ने आगे कहा, ‘फिल्म में एक और अभिनेत्री थी नूरिन शरीफ। वो प्रिया से ज्यादा अच्छा डिजर्व करती थी। उसकी परफॉर्मेंस भी बहुत अच्छी थी।’
जब नूरिन फिल्म के प्रमोशन के लिए हैदराबाद आई थीं तो उन्हें इस फिल्म में लीड हीरोइन का रोल मिला इससे वह बहुत खुश हुई लेकिन जब प्रिया का आंख मारने वाला वीडियो वायरल हो गया तो फिल्म की पूरी कहानी ही बदल दी गई और उन्हें साइड में कर दिया।’
यह फिल्म एक लव स्टोरी थी । जो हाई स्कूल में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के बीच होती है। फिल्म में दिखाया गया है कि लेक्चर के बीच कैसे वो एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हैं ।

जैकी ने बतायी अपने संघर्ष की कहानी
बॉलीवुड अभिनेता जैकी श्रॉफ ने फिल्म इंडस्ट्री में एक खास मुकाम हासिल किया है। जैकी का बचपन काफी संघर्ष में बीता। उन्हें सफल अभिनेता के तौर पर स्थापित होने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। जैकी रिएलिटी शो सुपर डांसर चैप्टर 3 में शामिल हुए। इस दौरान एक कंटेस्टेंट की कहानी और संघर्ष सुन कर वे इमोशनल हो गए। शो में तब जैकी ने अपने जीवन की कठनाइयों के बारे में भी बताया।
जैकी ने कहा, “मैंने अपने जीवन के 33 साल चॉल में बिताए हैं। हम 30 लोग चॉल में रहते थे जिसमें केवल 7 घर थे और उनके बीच 3 बाथरूम। मेरी स्कूल की फीस भरने के लिए मां, बर्तन और साड़ियां बेचती थीं। हर इंसान के अंदर जादू होता है। और हर कोई वो सब हासिल कर सकता है जिसकी वो चाहत रखता है। एक हीरो बनने के कई साल बाद तक भी मैं उस चॉल में रहा था। मुझे उस जगह से काफी ज्यादा लगाव हो गया था।”
जैकी ने कहा, “तब गम कम था जब कमरे कम थे।” जैकी ने अपनी बातों से सभी को भावुक कर दिया। यहां तक की जज भी जैकी की कहानी सुन कर भावुक हो गए। जैकी ने प्रतियोगियों को सराहा और उनकी मां द्वारा की गई ऐसी परवरिश के लिए उनकी प्रशंसा भी की। जैकी उन कलाकारों में से हैं जो जमीन से जुड़े हुए हैं। वे हमेशा काफी कूल रहते हैं और अपने प्रशंसकों को बहुत प्यार करते हैं।
फिल्मों की बात करें तो उनकी फिल्म रॉ जल्द ही रिलीज होने जा रही है। फिल्म में जॉन अब्राहम मुख्य रोल में हैं जबकी जैकी रॉ अफसर के अहम रोल में हैं। इसके अलावा जैकी प्रभास की फिल्म साहो में भी नजर आएंगे।

इन अभिनेत्रियों ने बनायी अलग पहचान
बॉलीवुड की कुछ अभिनेत्रियों ने अपने बल पर ही फिल्मों को हिट कराया है। इन अभिनेत्रियों ने अपने बल पर ही न केवल फिल्में हिट कराई बल्कि अपनी अलग पहचान बनाकर भारतीय सिनेमा का चेहरा और मायने भी बदलकर रख दिये इसमें गुजरे जमाने की देविका रानी, मुधबाला, मीना कुमारी, नरगिस आदि हैं।
मधुबाला
हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार मधुबाला ने केवल 66 फिल्में की लेकिन मधुबाला ने इन सबसे वो मुकाम हासिल कर लिया जो उन्हें हमेशा हमेशा के लिए अमर कर गया। 1969 को दिल की एक बीमारी की वजह से महज 36 साल की उम्र में हिंदी फिल्मों की इस बेहद खूबसूरत हीरोइन ने दुनिया को अलविदा कह दिया। सच भारतीय सिनेमा ने चाहे एक से एक खूबसूरत और अच्छी से अच्छी अभिनेत्रियां दी हैं लेकिन मधुबाला जैसी दिलकश अभिनेत्री कोई और नहीं है। बात सौन्दर्य की हो या अभिनय की मधुबाला का आज भी कोई सानी नहीं है।
मीना कुमारी
बेहतरीन अदाकारा मीना कुमारी का जादू भारतीय सिनेमा जगत पर बत्तीस बरसों तक छाया रहा। आंखों में बसे दर्द ने उन्हें ट्रेजडी क्वीन का खिताब दिलाया तो अभिनय की ऊंचाई के दम पर वो कहलाईं भारतीय फिल्मों की पाकीजा। जब-जब भारतीय फिल्मों का इतिहास लिखा जाएगा, ‘पाकीजा’ का जिक्र जरूर होगा। इस फिल्म में योगदान राज कुमार साहब का भी है, अशोक कुमार का भी है और नादिरा का भी है, लेकिन एक नाम हमेशा जिंदा रहेगा, मीना कुमारी का।
नरगिस
करीब चार दशक तक हिंदी सिनेमा को अवारा, श्री 420, बरसात, अंदाज, दीदार, चोरी चोरी और मदर इंडिया जैसी एक से बढ़कर एक फिल्में देनी वाली अभिनेत्री नरगिस दत्त ने सिर्फ 14 साल की उम्र में फिल्मों में अपना डेब्यू किया था। मदर इंडिया में नरगिस द्वारा निभाया किरदार इतना लोकप्रिय हुआ की फिल्म को ऑस्कर में नामांकन मिला। नरगिस ने फिल्म में एक बुजुर्ग महिला राधा का किरदार निभाया था लेकिन इस वक्त वो सिर्फ 28 साल की थीं। नरगिस ने अपने हर किरदार को नया आयाम दिया और अपने दम पर फिल्में हिट करवाईं।
नूतन
सुजाता, पेइंग गेस्ट, सीमा, बंदिनी, सरस्वती चंद्र, मिलन और मैं तुलसी तेरे आंगन की जैसी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय करने वाली अभिनेत्री नूतन का नाम आज भी भारतीय सिनेमा की बेहतरीन अदाकारा में लिया जाता है। नूतन ने अपने सिने करियर में काफी गंभीर फिल्में कीं।
श्रीदेवी
अस्सी के दशक में श्रीदेवी ने अपनी दिलकश अदाओं और चुलबुले अंदाज से सबके दिलों में एक खास जगह बनाई। साल 1983 में आई फिल्म ‘सदमा’ से श्रीदेवी को बॉलीवुड में पहचान मिली। श्रीदेवी की सफलता के पीछे हिम्मतवाला फिल्म का सबसे बड़ा हाथ है। हिम्मतवाला फिल्म ने ही श्रीदेवी को घर घर में लोकप्रिय बना दिया।
माधुरी दीक्षित
माधुरी ने 1984 में आई फिल्म ‘अबोध’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया, लेकिन इसके चार साल बाद आई फिल्म ‘तेजाब’ से उन्हें पहचान मिली और फिर तो माधुरी पीछे मुड़कर ही नहीं देखा। उन्होंने ‘राम लखन’, ‘परिंदा’, ‘दिल’, ‘साजन’, ‘बेटा’, ‘खलनायक’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘राजा’ और ‘दिल तो पागल है’ जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं। इन फिल्मों के जरिए माधुरी ने खुद को बॉलीवुड की सुपरस्टार के तौर पर स्थापित कर लिया। उनके डांस और लटकों-झटकों ने भी खूब सराहा गया। हाल ही में अभिनेत्री कॉमेडी फिल्म ‘टोटल धमाल’ में नजर आईं।

ऋषि कपूर के मेकअप आर्टिस्ट भी रहें हैं ऑस्कर विजेता ग्रेग
ऑस्कर अवॉर्ड्स के विजेताओं में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर के मेकअप आर्टिस्ट भी शामिल हैं। ऋषि कपूर ने उन्हें ट्विटर पर बधाई दी है। ऑस्कर 2019 के बिजेताओं में, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट डायरेक्टर समेत 24 कैटेगरी की विजेताओं की घोषित हुईं। इन्हीं में से एक कैटेगरी मेकप एंड हेयरस्टाइलिंग का रहा। मेकप एंड हेयरस्टाइलिंग के आस्कर विजेता ग्रेग कैनॉम की टीम जीती है। ग्रेग कैनॉम को फिल्म वाइस में क्रिस्टियन को वाइस प्रेसिडेंट डिक चेनी के रूप में ढालने के लिए ये अवॉर्ड मिला।
आपको बता दें कि ग्रेग हॉलीवुड के जाने-माने मेकअप आर्टिस्ट हैं। इससे पहले वह 3 ऑस्कर अवॉर्ड्स जीत चुके हैं। ग्रेग, ऋषि कपूर के साथ काम कर चुके हैं। फिल्म ‘कपूर एंड सन्स’ में ऋषि कपूर का खास लुक ग्रेग कैनॉम की ही देन है। उन्होंने मेकअप से ऋषि को बिल्कुल डिफरेंट लुक दिया था।
ग्रेग कैनॉम के आस्कर विजेता बनने के बाद ऋषि कपूर अपनी खुशी जाहिर की। ऋषि कपूर ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक फोटो के शेयर करते हुए एक पोस्ट लिखा है। जिसमें ग्रेग कैनॉम के साथ उनका कनेक्शन क्या है, इस बात खुलासा किया है। ऋषि कपूर ने उन्हें ट्विटर पर बधाई देते हुए लिखा है कि ‘ग्रेग कैनॉम आपको फिल्म वाइस के लिए मिले चौथे ऑस्कर के लिए बधाई। आपने मेरे साथ कपूर एंड सन्स की थी।’ इतना ही नहीं, ऋषि कपूर ने इसके अलावा अपनी मेकअप करवाते हुए ग्रेग के साथ फोटो भी शेयर की।

सीरियल क‍िलर की भूमिका न‍िभाना चाहती हैं मोना सिंह
मोना सिंह ने छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे पर भी एक अलग मुकाम हासिल किया हुआ है। यह अलग बात है कि मोना ने ना तो बहुत अधिक सीरियल ही किए हैं और न ही वो लगातार फिल्में ही कर रही हैं, लेकिन उनके किरदार कुछ ऐसे रहे हैं, जिससे दर्शक उन्हें पहचानते और पसंद करते हैं। यहां आपको बतला दें कि रॉन‍ित रॉय, मोना स‍िंह और गुरदीप कोहली अल्टा बालाजी की वेब सीरीज ‘कहने को हम सफर हैं’ सीजन-2 में नजर आ रहे हैं। यह वेब सीरीज एक्स्ट्रा मैर‍िटली अफेयर पर आधारित है, जिसके पहले सीजन को दर्शकों ने काफी पसंद क‍िया था। जहां तक मोना सिंह के किरदार की बात है तो आपको बतला दें कि इससे पहले वो फिल्म थ्री ईड‍ियट्स में नजर आ चुकीं हैं और छोटे पर्दे पर एकता कपूर के साथ भी काम कर चुकी हैं। एकता ने उन्हें विभिन्न तरह के किरदारों को न‍िभाने का अवसर भी द‍िया, फिर भी उनकी छवि जस्सी जैसी कोई नहीं से जो बनी वह दर्शकों के दिलो-दिमाग में अलग छाप छोड़ गई। ऐसी अदाकारा मोना सिंह खुद भी कहती हैं कि उन्होंने ज्यादा फ‍िल्में नहीं कीं है, लेकिन अलग-अलग तरह के क‍िरदार न‍िभाना चाहती हैं। बकौल मोना, ‘मैं सुपर कॉप का क‍िरदार न‍िभाना चाहती हूं और इसके साथ ही सीरियल क‍िलर का भी। ठीक वैसे ही जैसे फ‍िल्म गुप्त में काजोल ने न‍िभाया था।’ यहां आपको बतला दें कि मोना सिंह अपने अगले प्रोजेक्ट कहने को हम सफर हैं में एक वर्क‍िंग वुमन अनन्या का किरदार न‍िभा रही हैं। यह वह महिला है जो एक शादीशुदा पुरुष से प्रेम करती है। कहानी के मुताबिक अनन्या के ल‍िए वह शख्स अपनी पत्नी को तलाक दे देता है। इस संबंध में मोना का कहना है कि वो रियल लाइफ में ऐसे किसी किरदार का समर्थन नहीं करती हैं, क्योंकि वो इसे निजी तौर पर गलत मानती हैं। बहरहाल यदि मोना को अब कुछ करने का अवसर मिलेगा तो वो सीरियल किलर की भूमिका में खुद को देखना चाहती हैं, अब न जाने कौन मोना की इस तमन्ना को पूरी करेगा।

गोविंदा अभी भी करना चाहते हैं एंजोय
बॉलीवुड के शानदार हीरो गोविंदा आज भी यदि यह कहते हैं कि उन्हें फिल्मों में काम करते हुए ऐश करने को नहीं मिला तो शायद आप यकीन नहीं कर पाएंगे। वैसे भी गोविंदा बेहतरीन कलाकार हैं, वो पर्दे पर ही नहीं बल्कि रियल लाइफ में भी हीरो नंबर एक कहलाने के लायक हैं। पिछले दिनों जब वो फिल्म रंगीला राजा में नजर आए तो लोगों ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया। फिल्म में उनकी दोहरी भूमिका लोगों को लुभा रही थी। इस फिल्म से उत्साहित गोविंदा ने अपने बीते जमाने के बारे में जो खुलासे किए वो बहुत मायने रखते हैं। गोविंदा खुलासा करते हुए कहते हैं कि उन्होंने अपने स्ट्रगल के दौरान कई समस्याएं झेली। साथ ही उन्होंने अपना स्टारडम भी एंजॉय नहीं किया। गोविंदा का कहना है कि उन्हें अपने स्ट्रगल के समय कई बड़े निर्माता-निर्देशकों ने उनके ऑफिस से बाहर कर दिया था। तब उन्हें लगता था कि मैं भीख मांग़ने आया हूं जबकि मैं उनके हाथ जोड़ता था। कभी-कभी उनसे लड़ाई भी हो जाती थी कि मुझे मना कर दो कि काम नहीं लेकिन इस तरह से बाहर मत करो।
निर्माता-निर्देशक धमकाकर कुछ कहते तो मैं भी लड़ जाता था। मैं कहता कि यहां मैं भीख मांगने के लिए नहीं खड़ा हूं, एक थप्पड़ दूंगा तो बात करने की तमीज आ जाएगी। मैं आपसे काम मांगने आया हूं, काम नहीं है तो प्रेम से कहो। ऐसे बदतमीजी से भगाओ नहीं।
बहरहाल मेहतन करने वाले की हार नहीं होती, अत: गोविंदा अपने मकसद में सफल रहे, जिसका उदाहरण सिने पर्दे पर उनका हीरो नंबर एक हो जाना और राजनीति में भी सांसद बनकर संसद में उपस्थिति दर्ज कराना। बावजूद इसके गोविंदा कहते हैं कि सफलता के बाद उन्होंने कभी अपनी स्टारडम एंजॉय नहीं की यही मेरी लाइफ की सबसे बड़ी दिक्कत थी।
गोविंदा कहते हैं कि मेरी मम्मी साधू थी तो मेरा दिमाग हमेशा पूजा-पाठ में लगा रहता था। अब लगता है कि मुझे एंजॉय करना चाहिए था, थोड़ा ड्रिंक करना चाहिए, थोड़ा ऐश करना चाहिए, घूमना-फिरना चाहिए। जवानी भी लौट कर नहीं आती है। दरअसल मुझ पर बड़ी जिम्मेदारियां थीं इसलिए मैं उन्हें निभाने में ही रह गया। अब मैं इंजॉय करना चाहता हूं। अब अगर इंजॉय करूंगा तो पता नहीं लोग क्या कहेंगे।
रंगीला राजा में एक जुड़वा भाई आवारा तो एक साधु है। गोविंदा ने आगे कहा कि उन्हें जीवन में बहुत से अच्छे लोग भी मिले जिन्हें वे अपनी सफलता का कारण मानते हैं।
गोविंदा ने बताया कि स्ट्रगल के दौरान एक भाई थे जो मुझे खाना खिलाते थे पर पैसे नहीं लेते थे, जूते वाले एक भाई भी मुझसे पैसे नहीं लेते थे और डांस मास्टर-फाइट मास्टर भी अपनी फीस मुझसे नहीं लेते थे। यह सब भगवान की कृपा ही थी।

अंतिम समय में बेरोजगारी झेल रहे थे महेश आनंद
बॉलीवुड में जहां सितारे अपने अच्छे समय में जमकर धन दौलत लुटाते हैं, वहीं अंतिम समय में आर्थिक बदहाली का शिकार होते हैं। कई सितारों की मौत तंगहाली में हुई है यहां तक कि उनके पास दवा खरीदने तक के पैसे नहीं होते हैं। इसी में ताजा नाम महेश आनंद का जुड़ गया है। महेश 90 के दशक के खतरनाक खलनायक के तौर पर जाने जाते हैं। महेश की दर्दनाक मौत की खबर ने बॉलीवुड को सकते में डाल दिया है। महेश ने शहंशाह, मजबूर, थानेदार, विश्वात्मा, खुद्दार, विजेता और कुरुक्षेत्र जैसी फिल्मों में काम किया था लेकिन उन्हें पिछले 18 साल से काम नहीं मिल रहा था।
महेश आनंद को आखिरी बार इसी साल रिलीज हुई गोविंदा की फिल्म रंगीला राजा में देखा गया था। निर्देशक पहलाज निहलानी ने उन्हें अपनी इस फिल्म में 6 मिनटों का रोल दिया था। महेश आनंद की आस्मिक मौत के बाद इस फिल्म में उनके साथ अभिनय करने वाले बॉलीवुड के लोकप्रिय खलनायक शक्ति कपूर ने हैरानी भरा खुलासा किया है।
शक्ति ने बताया कि महेश काम न मिलने के चलते काफी अवसादग्रस्त रहते थे और उन्हें शराब की लत लग गयी थी। वो नशे में लोगों को फोन मिला देते थे। पहलाज जी ने उन्हें फिल्म के क्लाइमैक्स से कुछ मिनटों पहले एक रोल दिया था जो उन्होंने अच्छे से निभाया। फिल्म की शूटिंग के दौरान पहलाज जी ने उन्हें शराब पीने से मना भी किया था लेकिन महेश ने उनकी बिल्कुल नहीं सुनी। मैं भी महेश को शराब पीने के लिए मना करता था और मैंने उन्हें शराब को छोड़ने के लिए भी कहा था क्योंकि कुछ साल पहले बॉलीवुड एक्टर गेविन पैकार्ड भी शराब की लत के कारण अपनी जिंदगी खो बैठे थे।
महेश मुंबई स्थित अपने फ्लैट में मृत हुए पाए गए, जिसके बारे में तब जानकारी मिली जब उनकी बहन और पुलिस फ्लैट के अंदर पहुंची। बताया जा रहा है कि महेश ने 2 दिनों तक घर का दरवाजा नहीं खोला, जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया। जब पुलिस महेश के घर के अंदर गई तब शराब से भरा एक ग्लास लाश के पास मिला।
पांच शादियां की थी
महेश एक ट्रेंड डांसर थे जो बॉलीवुड में परफॉर्म किया करते थे। बॉलीवुड में आने से पहले वो भारत के टॉप मॉडल में शामिल थे। महेश ने पहली शादी प्रोड्यूसर बरखा रॉय से की थी। इसके बाद 1987 में उनकी दूसरी शादी मिस इंडिया इंटरनेशनल एरिका मारिया डिसूजा से हुई। दोनों का एक बेटा त्रिशूल आनंद भी है।
महेश की तीसरी शादी एक्ट्रेस मधु मल्होत्रा से 1992 में हुई। साल 2000 में उन्होंने चौथी शादी एक्ट्रेस उषा बाचानी से की लेकिन दो साल बाद ही उनका तलाक हो गया। खबरों की मानें तो महेश ने पांचवी शादी साल 2015 में एक रुसी लड़की लाना के साथ शादी की थी। महेश ने फेसबुक पर लाना के साथ ही फोटो शेयर की थी।

अभिनेता साहिल चला रहे जिम
फिल्म ‘स्टाइल’ और ‘एक्सक्यूज मी’ से अभिनेता साहिल खान काफी सुर्खियां बटोरी थीं। फिल्म में उनके साथ शरमन जोशी मुख्य भूमिका में थे। शरमन जोशी और साहिल खान की दमदार एक्टिंग ने फिल्म को हिट बना दिया था। उस फिल्म के बाद शरमन तो अपना करियर बनाने के लिए आगे बढ़ गए पर साहिल खान पीछे रह गए।
साहिल ने बॉलीवुड में एंट्री तो अच्छी की थी लेकिन अब वो गुमनाम अभिनेता की गिनती में शामिल हो गए। साहिल ने फिल्म ‘स्टाइल’ के बाद उन्होंने ‘रामाः द सेवियर’, ‘डबल क्रॉस’ और ‘अलादिन’ जैसी कई फिल्में कीं लेकिन फिल्म की कमजोर कहानी के चलते यह फिल्में बॉक्स-ऑफिस पर लंबा नहीं टिक सकीं। इन फ्लॉप फिल्मों के बाद उन्हें काम मिलना बंद हो गया।
काम ना मिलने के कारण साहिल ने अपना एक जिम खोला है। उनका जिम काफी लोकप्रिय भी है। साहिल इससे एक सुपरस्टार जैसी जिंदगी जी रहे हैं। इंस्टाग्राम पर उनके लाखों में फॉलोअर्स है। उनकी फिटनेस के आज भी लाखों दीवाने हैं। साहिल ने बॉलीवुड अभिनेत्री निगार खान से साल 2004 में शादी की थी, लेकिन अब दोनों अलग हो गए हैं।
आपको बता दें कि साहिल खान ने साल 2001 में फिल्म ‘स्टाइल’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने साल 2013 तक कुल 7 फिल्में की है। लेकिन यह 7वों फिल्में फ्लॉप रही। बैक टू बैक फ्लॉप फिल्में देने के बाद साहिल खान ने अपने को फिल्म जगत से अलग कर लिया।

विद्या बालन का सफर रहा कठिन और संघर्षपूर्ण
बॉलीवुड में कुछ कलाकारों का जुनून, लगन और विश्वास ऐसा होता है जो उसे महान बनाता है। ऐसी ही जुनूनी एक्ट्रेस हैं विद्या बालन। विद्या बालन का फिल्मीं करियर संघर्ष भरा तो रहा है मगर साथ ही काफी शानदार भी है। विद्या बालन का जन्म 1 जनवरी, 1979 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने अपने शुरुआती करियर में कुछ साउथ इंडियन फिल्मों में काम किया था। मगर इन फिल्मों में उन्हें सराहना के बजाय आलोचना ही सुनने को मिली। उन्हें काफी ज्यादा डिसकरेज कर दिया गया कि वे फिल्मों के लिए नहीं बनी हैं। या बॉलीवुड में उन्हें काम नहीं मिल सकता। मगर इन सब के बावजूद भी विद्या ने हार नहीं मानी और उन्होंने अपना परिश्रम जारी रखा। बता दें कि आमिर खान से जुड़ा एक किस्सा साझा करते हुए विद्या बताती हैं कि वे एक शोक सभा में गई हुई थीं। उस दौरान वहां पर कोई स्टार सेलेब्रिटी नहीं था। तब मीडिया वाले विद्या को काफी तवज्जो दे रहे थे। मगर जैसे ही उस शोक सभा में आमिर खान आए सभी का ध्यान उनकी तरफ चला गया। उस दिन विद्या को इस बात का एहसास हुआ कि भीड़ केवल बड़े नाम की तरफ ही भागती है। इस किस्से का उनके जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ा।साल 2005 में उन्हें सैफ अली खान के अपोजिट फिल्म परिणिता में काम मिला। अपनी पहली फिल्म में ही उन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। 13 साल के करियर में उन्होंने जिन चुनिंदा फिल्मों में काम किया है उसमें उनकी अभिनय शैली में विविधता साफ तौर पर देखी जा सकती है। साल 2018 में उनकी फिल्म तुम्हारी सुलु रिलीज हुई जिसमें उनके अभिनय की प्रशंसा की गई। साल 2017 में उन्होंने बेगम जान फिल्म में भी एक सशक्त किरदार निभाया था।फिल्म भूल भुलैया में हॉरर कैरेक्टर, द डर्टी पिच्चर में बोल्ड कैरेक्टर, कहानी में एक शातिर महिला का किरदार, पा में अमिताभ बच्चन की मा का रोल या फिर इश्किया की पाजी महिला जो अपने दिन में दबाए है ना जानें कितने अरमान, सभी किरदारों के साथ उन्होंने पूरा इंसाफ किया। उन्हें नेशनल अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्ड समेत कई सारे सम्मानों से नवाजा जा चुका है।

पार्वती भी हुईं हैं यौन उत्पीड़न का शिकार
मीटू कैंपेन के चलते बॉलीवुड के तमाम दिग्गजों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगते दिखे हैं। अपने अभिनय से फिल्मी दुनिया में अलग जगह बनाने वाले नाना पाटेकर से लेकर कैलाश खेर और साजिद खान तक पर गंभीर आरोप हैं। इस कारण इन लोगों को अनेक प्रोजेक्ट गंवाने भी पड़े हैं। अब “करीब करीब सिंगर” और “बैंगलोर डेज” जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस पार्वती का कहना है कि वो जब बहुत छोटी थीं तब उनके साथ जो हुआ वह सोचकर भी सिहर जाती हैं। दरअसल मीटू कैंपेन के तहत अपनी आवाज उठाते हुए पार्वती ने खुद के साथ महज 3 या 4 साल की उम्र में हुई दर्दनाक घटना का खुलासा किया। पार्वती मुंबई में आयोजित एक फिल्म फेस्टिवल में आपबीती सुनाते हुए कह रहीं थीं कि ‘यह सब मेरे साथ उस वक्त हुआ जब मैं बहुत छोटी थी। मुझे तो सच में इस बात का अहसास होने में ही 17 साल लग गए कि मेरे साथ कुछ गलत हुआ है। उस समय तो मैं सिर्फ 3-4 साल की ही थी। वाकई तब मैंने नहीं चाहा था कि मेरे साथ ऐसा हो, लेकिन मेरे साथ दुर्व्यवहार हुआ, और फिर उसे दुनिया के सामने लाने में और कुछ बोल पाने में और 12 साल लग गए।’ अनचाही इस घटना ने पार्वती को बुरी तरह अंदर तक झकझोर कर रख दिया था और इससे उबरने में उन्हें काफी समय लगा। इसी अनुभव को साझा करते हुए पार्वती कह गईं कि बच्ची जवान कब होती है यह तो सभी जानते हैं, लेकिन उस उम्र में यह सब दु:खदायी होता है। बहरहाल अब तो देखने में आ रहा है कि यह सब रोजमर्रा में शामिल हो चुका है। ऐसा प्रतीत होने लगा है कि यह शारीरिक नहीं बल्कि मेंटल चीज हो गई है, जिससे आपको गुजरना ही गुजरना है। बहरहाल पार्वती यह सब कहते हुए अपने आपको शक्तिशाली मानती हैं कि वो यह सब बता पा रही हैं और उसके खिलाफ खड़ी हो रही हैं।

बिग बॉस में अनूप जलोटा, जसलीन की बेमेल जोड़ी
टीवी पर रियलिटी गेम शो बिग बॉस 12 का आगाज हो चुका है। इस बार नए कलेवर में दिख रहे शो में सबसे ज्यादा किसी की चर्चा हो रही है तो वो हैं “भजन सम्राट” अनूप जलोटा की। अनूप जलोटा जिस तरह शांत-गंभीर इंसान माने जाते हैं, उनका बिग बॉस के विवादित घर में जाना उतना ही हैरान करने वाला है। इसके अलावा चर्चा की सबसे बड़ी वजह उनकी कथित प्रेमिका और शिष्या जसलीन मथारू हैं जो उम्र में उनसे 37 साल छोटी हैं।
28 साल की जसलीन कोलकाता की हैं। उन्हें संगीत में काफी दिलचस्पी है। वो 11 साल की उम्र से ही संगीत की ट्रेनिंग ले रही हैं। वह क्लासिकल और वेस्टर्न दोनों तरह के म्यूजिक में पारंगत हैं।
इतने सालों में जसलीन मनोरंजन जगत में अपनी पहचान भी बना चुकी हैं। वो मीका सिंह, सुखविंदर सिंगर और पपॉन के साथ परफॉर्म कर चुकी हैं।
ना सिर्फ सिंगिंग, जसलीन एक ट्रेन्ड डांसर भी हैं। वे भरतनाट्यम, हिप-हॉप, सालसा और बेले डांसिग में महारत हासिल कर चुकी हैं। अनूप जलोटा भी जसलीन की खूबसूरती और डांसिंग स्किल के कायल हैं। प्रीमियर में उन्होंने इसका खुलासा भी किया।
जसलीन के पिता फिल्ममेकर हैं। वह अपने पि‍ता की फिल्म “लव डे” में बतौर सिंगर गाना गा चुकी हैं।
जसलीन के बारे में बहुत कम लोग ये जानते होंगे कि वह किक बॉक्सिंग में ब्राउन बेल्ट होल्डर हैं।
जसलीन ने यह स्‍वीकार किया है कि वे पिछले 3 साल से अनूप जलोटा को डेट कर रही हैं। बिग बॉस ने उन्‍हें जलोटा के साथ घर में आने की इजाजत दी है।
तीन शादियां कर चुके हैं अनूप जलोटा
इससे पहले जलोटा की तीन शादियों हुई हैं। उनकी पहली पत्‍नी भी उनकी स्‍टूडेंट थीं।
अनूप जलोटा ने पहली शादी सोनाली सेठ से की थी। वे उनकी स्‍टूडेंट थी। इस गुजराती गर्ल से जलोटा ने परिवार के खिलाफ जाकर शादी की थी। ‘अनूप एंड सोनाली जलोटा’ के नाम से दोनों ने लंबे समय तक म्‍यूजिक कंसर्ट किए। कुछ समय बाद दोनों का तलाक हो गया. बाद में सोनाली ने संगीतकार रूप कुमार राठौर से शादी की।
इसके बाद जलोटा ने दूसरी शादी बिना भाटिया से की लेकिन दोनों का रिश्‍ता ज्‍यादा समय तक नहीं चला। ये पूरी तरह अरेंज मैरिज थी।
अनूप ने तीसरी शादी मेधा गुजराल से की।वे शेखर कपूर की पहली पत्‍नी थीं, लेकिन 1994 में दोनों का तलाक हो गया था। 2014 में मेधा का लीवर फेल होने के कारण निधन हो गया। जलोटा और मेधा का एक बेटा आर्यमान है।

नंदिता की फिल्म में मंटो बने नवाज
अब विवादों में रहे लेखक ‘मंटो’ पर नंदिता दास ने फिल्म बनायी हैं। इसमें मंटो के किरदार में अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी हैं। ये फिल्म 21 सितंबर को रिलीज होने वाली है। समाज के बारे में सदाअत हसन मंटो ने अपनी कहानियों में उस सच्चाई को बयां किया जिसे लिखने की हिम्मत हर किसी में नहीं होती। उन पर अश्लील कहांनिया लिखने का आरोप ही नहीं लगा बल्कि मुकदमे भी चलाए गए। उनकी कहांनियों को लेकर खूब विवाद हुआ। उन्हें कई बार अपनी लेखनी की वजह से कोर्ट जाना पड़ा लेकिन उन्होंने लिखना नहीं छोड़ा।
मंटो 43 साल की उम्र में वो दुनिया से अलविदा कर गए। मंटो अपने बारे में कहते हैं, ”मेरे जीवन की सबसे बड़ी घटना मेरा जन्म था। मैं पंजाब के एक अज्ञात गांव ‘समराला’ में पैदा हुआ। अगर किसी को मेरी जन्मतिथि में दिलचस्पी हो सकती है तो वह मेरी मां थी, जो अब जीवित नहीं है। दूसरी घटना साल 1931 में हुई, जब मैंने पंजाब यूनिवर्सिटी से दसवीं की परीक्षा लगातार तीन साल फेल होने के बाद पास की। तीसरी घटना वह थी, जब मैंने साल 1939 में शादी की, लेकिन यह घटना दुर्घटना नहीं थी और अब तक नहीं है। और भी बहुत-सी घटनाएं हुईं, लेकिन उनसे मुझे नहीं दूसरों को कष्ट पहुंचा। जैसे मेरा कलम उठाना एक बहुत बड़ी घटना थी, जिससे ‘शिष्ट’ लेखकों को भी दुख हुआ और ‘शिष्ट’ पाठकों को भी।’

अब बिग बॉस में नजर आयेगी तनुश्री
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता करीब 8 सालों बाद लाइमलाइट में हैं। अब तनुश्री दत्ता बिग बॉस 12 में बतौर कंटेस्टेंट हिस्सा लेने वाली हैं। मिस इंडिया यूनिवर्स रह चुकीं तनुश्री दत्ता इस शो में अपनी बहन इशिता दत्ता के साथ नजर आएंगी। इस बार ‘बिग बॉस’ में कंटेस्टेंट जोड़ियों में हिस्सा लेंगे।
तनुश्री दत्ता ने भले ही कम फिल्में की हैं लेकिन उनका विवादों से भी नाता रहा है। जिसका असर उनके करियर पर पड़ा। दरअसल, तनुश्री दत्ता ने अभिनेता नाना पाटेकर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज’ के आइटम सॉन्ग के दौरान तनुश्री ने ये आरोप लगाया था। तनुश्री का कहना था कि गाने की शूटिंग के दौरान नाना पाटेकर ने उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश की है। तनुश्री ने कहा था कि अचानक नाना पाटेकर ने उन्हें बाहों में भर लिया और डांस स्टेप सिखाने लगे। नाना को जरूरत से ज्यादा क्लोज देखकर वह वहां से भागकर वैनिटी वैन में चली गईं थीं।
तनुश्री की मां उस वक्त वहां मौजूद थीं। इस घटना के बाद उन्होंने हंगामा मचा दिया लेकिन नाना को इस सबसे कोई फर्क नहीं पड़ा और वो वहां से सेट छोड़कर चले गए। तनुश्री ने इस मामले में तब नाना के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करायी थी।
‘बिग बॉस 12’ की बात करें तो लॉन्चिंग इवेंट के दौरान सलमान ने तनुश्री के नाम का खुलासा किया था। तनुश्री की बहन इशिता दत्ता भी एक अभिनेत्री हैं। उन्होंने सस्पेंस थ्रिलर फिल्म ‘दृश्यम’ में काम किया था। इसके अलावा वो टीवी शो में भी नजर आ चुकी हैं। ‘बिग बॉस’ 12 की शुरुआत 16 सितंबर से होगी।