रायपुर, वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर देश में उठ रही लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की चर्चा पर शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने विराम लगा दिया। आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने रायपुर पहुंचे ओपी रावत ने कहा ‘हमारी यहां मौजूदगी से एक बात साफ है कि हमारी तैयारी अलग चुनाव कराने की है।’
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में चुनाव देरी से नहीं बल्कि समय पर होंगे। उन्होंने यहां अधिकारियों और एजेंसियों की बैठक लेने के बाद कहा कि विधानसभा चुनाव की तैयारियां अच्छे से चल रही हैं। लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को सशक्त बनाने के लिए नया एप्लिकेशन तैयार किया गया है। इसके जरिये कोई भी मतदाता किसी भी व्यक्ति की फोटो, वीडियो और डिटेल के साथ शिकायत कर सकता है। उनका कहना है कि शिकायत करने वाले व्यक्ति की पहचान को गुप्त रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि दो से तीन वर्ष से एक ही जगह पर जमे हुए अधिकारी को दूसरी जगह ट्रांसफर किया जाए। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्यों में भी कुछ बाहरी वोटर वोट डालते हैं, जिसे रोका जाए। शराब बंदी के लिए भी राजनीतिक दलों ने मांग की है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी स्तर पर निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया होगी। गैर जमानती अपराध वाले मामलों के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने अफसरों के इस्तीफा देकर राजनीतिक पार्टी ज्वाइन करने पर सख्ती दिखाई। उन्होंने कहा कि ऐसा न हो, इसके लिए हम गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं। आईएएस ओपी चौधरी का इस्तीफा मंजूर होने और तीन डीएसपी समेत सात राज्य सेवा के अफसरों के इस्तीफा मंजूर नहीं करने के सवाल पर बोले कि हम इस मामले की जांच करेंगे और संज्ञान लेकर इस पर गंभीरता से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि हम भरोसा दिलाते हैं कि हमारे अधिकारी एक साथ निष्पक्ष होकर चुनाव की प्रक्रिया कराएंगे।