नई दिल्ली,गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह के पिता द्वारा बेटे का शव लेने से मना कर देने पर गुरुवार को लोकसभा में कहा कि उन्हें उन पर गर्व है।
राजनाथ सिंह ने सदन में सैफुल्ला के पिता मोहम्मत सरताज के बयान का हवाला देते हुए कहा कि जो देश का न हुआ वह मेरा कैसे हो सकता है। मुझे उसका मुंह तक नहीं देखना है। उसने मुझे शर्मसार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं और पूरा सदन सैफुल्ला के पिता के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हैं।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह संसद में भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में हुए ब्लास्ट के साथ ही लखनऊ में सैफुल्लाह के एनकाउंटर पर वक्तव्य दे रहे थे। उन्होंने बताया कि इसमें 10 लोग घायल हुए हैं। जबकि अज्ञात आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है।
गृह मंत्री ने कहा कि आरंभिक पड़ताल में पता चला है कि आईईडी के द्वारा विस्फोट किया गया था। उन्होंने कहा केंद्रीय एजेंसियां राज्य की एजेंसियों के साथ जांच को गति दे रही हैं। जबकि तीन संदिगधों को हिरासत में लिया गया है। जिसके बाद उप्र में छापेमारी की गई है। उसी में सैफुल्ला की जानकारी सामने आई थी। सैफुल्ला को गिरफ्तार करने के प्रयास विफल रहे क्योंकि वह आत्मसमर्पण को तैयार नहीं हुआ उसने एटीएस पर फायरिंग शुरु कर दी नतीजतन घंटों की मुठभेड़ में सैफुल्ला मारा गया। उन्होंने कहा अब तक छह संदिगध पकड़े गए हैं। जबकि सारे प्रकरण की जांच एनआईए करेगी।