भोपाल,सदन में उस समय भारी शोर-शराबा हुआ जब सत्तापक्ष के ही सतीश मालवीय ने उज्जैन जिले के छात्रावासों के वार्डन और सहायक वार्डनों हटाये जाने में गड़बड़ी का आरोप लगाया।
सत्ता पक्ष के ही बहादुर सिंह चौहान और अनिल फिरोजिया ने मालवीय के आरोप का समर्थन करते हुए कहा कि हटाए गए वार्डनों के स्थान पर अधिकारियों ने अपनी पसंद के व्यक्तियों को पदस्थ कर दिया है।
स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने अपने जवाब में कहा कि गड़बडिय़ों की कोई शिकायत नहीं मिली है फिर भी वह पूरे मामले की जांच करा लेंगे। उनके इस जवाब से असंतुष्ट उज्जैन संभाग के भाजपा सदस्यों ने कहा की जांच कराना ही है तो उनकी उपस्थिति में कराई जाए।
यह मांग स्वीकार नहीं किए जाने पर संदन में कुछ देर शोर-शराबा होता रहा। तब संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे जैसा चाहते हैं, वैसी जांच कराई जाएगी।कांग्रेस के आरिफ अकील के सवाल पर भी सदन में काफी देर तक शोर-शराबा हुआ। उनका कहना था कि मण्डला जिले में वक्फ की भूमि के अधिग्रहण में गड़बड़ी हुई है।
इस में अधिकारियों के साथ ही वक्फ कमेटी भी दोषी है, उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए। सत्तापक्ष के वरिष्ठ सदस्य बाबूलाल गौर ने भी उनकी मांग का समर्थन किया।
इस पर पिछड़ा वर्ग विभाग की मंत्री ललिता यादव ने गड़बड़ी के आरोप को स्वीकार करते हुए संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई का आष्वासन दिया।
कांग्रेस के मधु भगत ने अपने पूरक प्रश्न के द्वारा अमानक दवाओं की पुष्टि होने के बाद भी संबंधित कम्पनी के बिल का भुगतान किए जाने का मामला सदन में उठाया। उनके प्रष्न पर भी स्वास्थ्य मंत्री की ओर से आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
वेन्टीलेटर खरीदी की तफ्तीश होगी : रूस्तम सिंह
सत्तापक्ष के दुर्गालाल विजय ने श्योपुर के जिला चिकित्सालय में वेन्टीलेटर खरीदे जाने में विलम्ब का मामला सदन में उठाया। उनका कहना था कि खरीदी के लिए आदेश दे दिए गए हैं लेकिन एक साल होने जारहा है अब तक संबंधित कम्पनी ने वेन्टीलेटर उपलब्ध नहीं कराया है।
उनका आरोप था कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण विलम्ब हो रहा है, उन्होंने इस प्रकरण की जांच कराए जाने और दोषियों के खिलापफ कार्रवाई किए जाने की मांग की।
स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह ने माना कि वेंटीलेटर खरीदने के आदेश दिए गए हैं लेकिन वह अब तक चिकित्सालय को प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में आवश्यक कार्यवाही करेंगे।
भाजपा की प्रतिभा सिंह ने प्रदेश के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में सीटी स्कैन और एमआरआई मशीनें लगाए जाने की मांग की।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह ने कहा कि जहां यह मशीनें नहीं हैं वहां अस्पताल से बाहर सीटी स्कैन और एमआरआई काराए जाने की व्यवस्था है। उनका कहना था कि सरकारी स्तर के स्थान पर बाहर से यह कार्य कराया जाना ज्यादा अच्छा है, इसलिए अभी इसी व्यवस्था को बनाये रखा जाएगा। भाजपा के ही रमेश दुबे ने जबलपुर के स्वास्थ्य विभाग की गड़बड़ी का मामला सदन में उठाया। उनका कहना था कि वित्तीय अनियमितताओं के आरोपी बीएमओ डा0 प्रमोद वाचक के खिलाफ ढाई साल से जबलपुर के संयुक्त संचालक जांच कर रहे हैं, अब तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। स्वास्य मंत्री ने कहा कि यह जांच वह शीघ्र पूरी करायेंगे।