नई दिल्ली,एसबीआई,आईसीआईसीआई,एचडीएफसी और एक्सिस बैंक ने अपने खातेदारों कैश ट्रांजैक्शन्स पर एक सीमा के बाद ट्रांजैक्शन पर चार्ज लेना शुरू कर दिया है। अब बैंक कुछ एैसी सर्विस पर भी चार्ज वसूलेंगे जा अग तक फ्री थीं। जिसके बाद आने वाले दिनों में अन्य बैंक भी ऐसे ही नियम बना कर चार्ज वसूल सकते हैं। बैंकों को उम्मीद है कि इससे कैश ट्रांजैक्शन्स घटेगा। इधर,बैंकों द्वारा ट्रांजेक्शन शुल्क वसूलने पर सरकार हरकत में आई है,उसने बैंकों से ट्रांजेक्शन शुल्क वसूलने की समीक्षा करने को कहा है।
क्या हैं चार्जेस
एक अप्रैल से एसबीआई बचत खातों पर महीने में सिर्फ 3 बार कैश निकासी की अनुमति देगा। इसके बाद हर लेनदेन पर सर्विस टैक्स के साथ 50 रुपए चार्ज लगेगा। जबकि चालू खाते के लिए चार्जेज अधिकतम 20,000 रुपए तक होंगे। बैंक में न्यूनतम बैलेंस भी जरूरी होगा। ऐसा न होने पर बैंक फाइन लेगा। जो शहरों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में काफी कम होगा।
मेट्रो शहरों में यदि न्यूनतम बैलेंस 5000 रुपए में 75 प्रतिशत से अधिक की कमी है,तो फिर सर्विस टैक्स के साथ 100 रुपए का फाइन देना होगा। यदि न्यूनतम बैलेंस में कमी 50-75 प्रतिशत के बीच है तो सर्विस टैक्स के साथ 75 रुपए का फाइन और 50 प्रतिशत से कम बैलेंस पर 50 रुपए का फाइन रहेगा।
इसी प्रकार दूसरे बैंक के एटीएम से तीन बार से ज्यादा कैश निकालने पर 20 रुपए का चार्ज देना होगा। वहीं अगर ग्राहक एसबीआई के एटीएम से पांच से ज्यादा ट्रांजैक्शन करता है तो हर बार 10 रुपए का शुल्क लिया जाएगा।