चित्तौडग़ढ़,राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ किले में रविवार की रात करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर तोडफ़ोड़ कर दी। जिससे रानी पद्मिनी महल के शीशे फूट गए। करणी सेना महल के शीशे हटाने की मांग कर रही है,उसका कहना है कि यह राजपूत रानी पद्मिनी की कहानी की वास्तविकता से दूर है,जिसे गलत तरीके से पेश किया गया है।
क्या है मामला
पर्यटकों के निहारने के लिए शीशे लगाए गए हैं। इससे यह पता चलता है कि राणा रतन सिंह से समझौते के बाद अलाउद्दीन खिलजी ने किस प्रकार से रानी का चेहरा देखा था। करणी सेना कह रही है कि यह सरासर गलत है रानी का चेहरा कभी खिलजी को दिखाया नहीं गया था,तब शीशे भी नहीं हुआ करते थे। इसक पहले करणी सेना संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट कर चर्चा में आई थी। गौरतलब है भंसाली रानी पद्मिनी पर फिल्म बना रहे हैं,करणी सेना पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच प्रेम को दिखाने वाले सीन का विरोध कर रही है,जबकि भंसाली ने एैसे किसी सीन से ही इनकार किया है।