इन्दौर,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इन्दौर के लोगों ने ऐसा पराक्रम किया कि मुझे यहां आना पड़ा। मुझे देश के सबसे साफ और स्वच्छ शहर इन्दौर में आने और आप सभी स्वच्छाग्राहियों से बात करने और आपको सम्मानित कर मुझे अपनी खुशी बढ़ाने का सौभाग्य मिला है। इसके लिए आप सभी का मैं हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूँ।इन्दौर के लोगों ने सहभागिता और जनभागिदारी का ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो अभूतपूर्व है। आज पूरा देश इन्दौर से प्रेरणा ले रहा है। मैं इन्दौर के मेयर और उनकी पूरी टीम को बेहतर सुविधाऍं जुटाने के लिए बधाई देता हूँ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन्दौर के पं. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में मध्यप्रदेश शहरी विकास महोत्सव एवं स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के पुरस्कार समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी चिरपरिचित स्टाइल ‘शेर अकेला ही चलता है’ में ठीक 3:52 पर स्टेडियम में प्रवेश कर सबसे पहले प्रदेश नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा लगाई प्रदर्शनी का ‘चीते की चाल, बाज की नजर से’ निरीक्षण किया। इन्दौर के इस ऐतिहासिक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिजली की गड़गड़ाहट और बारिश की बौछारों के बीच पिछली ‘कांग्रेस’ सरकार पर भी खूब गरजे। उन्होंने कहा कि जो योजना शायद पिछली सरकार अपनी कार्यशैली के चलते 20 साल में पूरी करती, हमने उन्हें 4 साल में ही पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि योजनाओं के माध्यम से वोट बैंक की राजनीति करने की कांग्रेसी परम्परा अब खत्म हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी भाषण के दौरान जमकर बारिश होती रही, लेकिन जनता के उत्साह में कोई कमी नहीं आयी। वाटर प्रूफ डोम के साथ बाहर भी सैकड़ों की तादाद में प्रशंसक डटे रहे। प्रधानमंत्री ने देश के इतिहास में पहली बार इन्दौर, भोपाल और उज्जैन सहित प्रदेश के 16 जिलों में करीब 4 हजार 700 करोड़ रूपये की नगरीय विकास परियोजनाओं का ई-लोकार्पण किया। मध्यप्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी अरबन ट्रांसपोर्ट स्कीम ‘सूत्र सेवा’ का शुभारंभ किया। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के एक लाख से अधिक हितग्राहियों को ई-गृह प्रवेश करवाया। इस दौरान लाभार्थियों हितग्राहियों के साथ इन्दौर के मंच से बैठे-बैठे सीधे बातचीत की और उनकी भावनाओं के साथ से भाव विभोर हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इन्दौर के लोगों ने ऐसा पराक्रम किया कि मुझे यहां आना पड़ा। मुझे देश के सबसे साफ और स्वच्छ शहर इन्दौर में आने और आप सभी स्वच्छाग्राहियों से बात करने और आपको सम्मानित कर मुझे अपनी खुशी बढ़ाने का सौभाग्य मिला है। इसके लिए आप सभी का मैं हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूँ। साथियों स्वच्छ भारत राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी का सपना था , जिसे पूरा करने का संकल्प सवा सौ करोड़ भारतीयों ने लिया है। ये हर हिन्दुस्तानी की जिद्द है, ये हर देशवासी का लक्ष्य है अब भारत स्वच्छ होकर ही रहेगा। थोड़ी देर पहले यहां शहरी इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी लगभग 5 हजार करोड़ रू. की योजनाओं का लोकार्पण किया है। इसके अलावा आज देश के सबसे स्वच्छ शहरों को सम्मानित कर रहा हूं , मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि मध्यप्रदेश के दो शहर पहले और दूसरे नम्बर पर है। भोपाल की जनता को बहुत-बहुत बधाई, तो आप सभी इन्दौर के नागरिकों को डबल बधाई। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर आपका शहर लगातार दूसरे वर्ष भी पहले नम्बर पर रहा है। इन्दौर शहर में आज जो सफलता की कहानी लिखी गई है, उसके पीछे इस शहर की जनता की जिवटता, सहयोग की भावना और शहर के प्रति अपनापन सबसे बड़ा कारण रहा है। इन्दौर शहर की यह सफलता जनसहभागिता का इतिहास है। इन्दौर के लोगों ने सहभागिता और जनभागिदारी का ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो अभूतपूर्व है। आज पूरा देश इन्दौर से प्रेरणा ले रहा है। मैं इन्दौर के मेयर और उनकी पूरी टीम को बेहतर सुविधाऍं जुटाने के लिए बधाई देता हूँ। मैं आज इस ऐतिहासिक धरती से देवी अहिल्याबाई होलकर को भी नमन करता हूँ जिन्होंने अपने शासन में गवर्नेंस में जनता की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को हमेशा प्राथमिकता दी थी। निश्चित तौर पर कुछ लोगों का पूरा जीवन, उसका एक-एक अध्याय इतना प्रेरक और शक्तिशाली होता है, कि आने वाली पीढ़ी को उससे सीख मिलती रहती है। मुझे खुशी है इन्दौर और मध्यप्रदेश के लोगों ने स्वच्छाग्रह और नागरिक कर्त्तव्य को निभाकर याने ‘सिविक सेंस’ को अपने जीवन में उतारकर देवी अहिल्याबाई को भी सच्ची श्रद्धांजलि दी।
जो लोग कहते थे कि बदलाव नहीं हो सकता है उन्हें आईना दिखा इन्दौर की जनता ने कर दिखाये इस बदलाव के हवाले के साथ प्रधानमंत्री ने कहा देश, समाज और व्यक्ति के बदलने के पहले सोच का बदलना आवश्यक होता है, स्वच्छता को लेकर बदली हुई सोच का परिणाम है कि आज हम सब यहां एकत्रित हुए है। जो लोग सोचते है कि बदलाव नहीं हो सकता, जो लोग स्वच्छ भारत का मजाक उड़ाते है, उन्हें इन्दौर ने दिखा दिया है कि बदलने का मतलब क्या होता है। तीन वर्ष पहले जब यह रैंकिंग शुरू की गई थी, तब से देश के शहरों में स्वच्छता को लेकर एक कॉम्पिटशन की भावना जागी है, लोग अपने शहर को स्वच्छता के मामले में ऊपर रखने के लिए अविरत प्रयास कर रहे है। रैंकिंग को तय करने के लिए लोगों की भागीदारी निरंतर बढ़ रही है। चार वर्ष पहले शुरू किये गये स्वच्छता अभियान को सवा सौ करोड़ देशवासियों ने हाथों-हाथ लिया है। अब तक देश के 18 राज्यों के 2300 से ज्यादा शहरों ने खुद को खुले में शौच से मुक्त कर दिया है। अगले वर्ष महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर स्वच्छ भारत का सपना बहुत दूर नहीं है, यह सपना पूरा होगा और हम सब लोग मिलकर इसे पूरा करेंगे। बीते 4 वर्षों देश में शहरों और गांवों को मिलाकर 8 करोड़ 30 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है, मध्यप्रदेश में भी 65 लाख से ज्यादा शौचालय बने है, और मध्यप्रदेश के सभी शहर खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर चुके है।
:: नौजवानों से कहा – अपने घर के बड़े बुजुर्गों से पूछो कि पहले मध्यप्रदेश की स्थिति क्या थी? ::
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के विकास और उसमें पारदर्शिता को दिखाते हुए कहा कि हमारी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर को 21वीं सदी के मुताबिक तैयार करने का बीड़ा उठाया है, बीते चार साल में इस काम के लिए 2 लाख 30 हजार करोड़ से अधिक राशि के कार्यों की स्वीकृति दी गई है, जबकि कांग्रेस की सरकार ने पूरे 10 वर्ष के अपने कार्यकाल में सिर्फ 95 हजार करोड़ के कार्य ही कराये थे। मध्यप्रदेश के लोग तो लम्बे समय तक इसके गवाह रहे है, आज की पीढ़ी के नौजवानों को अपने घर के बड़े बुजुर्गों से पूछना चाहिये कि पहले मध्यप्रदेश की स्थिति क्या थी? कांग्रेस ने कैसा बनाकर रखा था। हमारी सरकार नई सोच, नई एप्रोच के साथ शहरों के लिए पॉंच बड़ी योजनाओं पर कार्य कर रही है। इसमें स्वच्छ भारत मिशन के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी, स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत योजना और दीनदयाल राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन भी शामिल है। रहन-सहन, पढ़ाई-लिखाई और आवाजाही से लेकर कमाई तक की ये योजनाऍं न्यू इंडिया के संकल्प का एक अहम हिस्सा है। शहर में शिक्षा, ट्रांसपोर्ट, सीवेज, पेयजल जैसी तमाम सुविधाऍं स्मार्ट हो, इसके लिए देश के 100 शहरों को स्मार्ट बनाने का काम तेज गति से चल रहा है।
:: आजादी की 75वीं वर्षगांठ तक हर परिवार के पास अपना घर होगा ::
हर बेघर को घर हो इस शुभेच्छा के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि शहरों के इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी जिन योजनाओं का लोकार्पण आज यहां किया गया, उनमें शहर में रहने वाले मेरे गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों के लिए आवास भी है, मुझे खुशी है कि आज मध्यप्रदेश के शहरों में रहने वाले 1 लाख से अधिक बेघर भाईयों-बहनों को अपने घर में गृहप्रवेश हुआ है, यह घटना छोटी नहीं है। एक साथ एक लाख परिवार, जो कल तक फुटपाथ पर जिंदगी गुजारते थे, झुग्गी-झोपड़ी में जिंदगी बसर करते थे, आज एक लाख परिवार एक साथ अपने पक्के मकान में प्रवेश कर रहे है, उस परिवार की खुशियों को हमने देखा, सबसे बड़ी ताकत ये माताओं और बहनों को देता है, जब घर पक्का हो, तो महिला एक नये उत्साह और उमंग से भर जाती है, नये संकल्प से जुड़ जाती है। इसलिए आज का यह अवसर हिन्दुस्तान के इतिहास में अपने आप में अनोखा है। जिन भाई-बहनों के घर का सपना सच हुआ है, उनको बधाई देता हूँ। आपके लिए यह घर सुखी और समृद्ध जीवन बने, बुनियादी आवश्यकताओं को पूरी करें, यहीं मेरी कामना है। हमारे देश में आवास योजनाऍं पहले भी बनी है, लेकिन वो कैसी थी, उनको लागू कैसे किया गया? ये हिन्दुस्तान का बच्चा-बच्चा जानता है। योजनाओं के नामकरण से लेकर लाभार्थियों का चयन, मकान बनाने के उपयोग में आने वाला सामान, मकान बनाने की गति, मकान आवंटन करने की प्रक्रिया, सब कुछ विवादों के घेरे में रहती थी, क्या कुछ नहीं होता था, वो कांग्रेस के इतिहास के पन्नों में दर्ज है। लेकिन 2014 में जब आपने भाजपा की अगुवाई में एनडीए सरकार को अवसर दिया तो, एक नई एप्रोच के साथ हमने काम शुरू किया, हमने संकल्प लिया कि साल 2022 में देश जब आजादी के 75 वर्ष का पर्व मनायेगा, तब तक देश में कोई ऐसा परिवार नहीं हो, जिसके पास रहने के लिए अपना घर नहीं होगा। यह बीड़ा हमने उठाया, इसके लिए आने वाले वर्षों में 2 करोड़ से अधिक मकानों का निर्माण किया जा रहा है। गांव हो या शहर बीते 4 वर्षों में 1.15 करोड़ घरों का निर्माण किया जा चुका है, इसमें पुरानी सरकार के लटके हुए प्रोजेक्ट भी हम पूरे कर रहे है। मकान बनाने का यह काम किस तेजी के साथ हो रहा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है पिछले चार वर्षों में यूपीए के 10 वर्षों की तुलना में तीन गुना से अधिक मकान स्वीकृत किये गये है अगर पहले की रफ्तार से काम करते तो ये जो चार वर्ष में काम हुआ है, उसको पूरा करने के लिए 20 साल लग जाते, याने हमने 20 साल का काम चार साल में कर दिखाया है।
:: योजनाओं के माध्यम से वोट बैंक की राजनीति करने की कांग्रेसी परम्परा अब खत्म हो रही ::
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योजनाओं के माध्यम से वोट बैंक की राजनीति करने की कांग्रेसी परम्परा अब खत्म हो रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी लाभार्थियों के चयन से लेकर, फंडिंग, ट्रेंकिंग और मॉनिटरिंग की तकनीक अधिक पारदर्शी बनाई गई है, इसके मकान बनाने के काम में गति आई और निर्माण की क्वालिटी भी सुधर गई है। पहले मकान बनाने के लिए 18 महिने का समय तय था, लेकिन अब 18 महिने नहीं, एक वर्ष से कम समय में निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा है। ये आवास योजना सिर्फ एक घर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह रोजगार और महिला सशक्तिकरण का भी माध्यम बन गयी है। शहरों में जिनकों मकान का लाभ मिला है, उनमें 70 प्रतिशत महिलाऍं है। ये सरकार गरीबों के साथ-साथ मध्यम वर्ग के घर की चिंता कर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मध्यम वर्ग को भी घर बनाने के लिए ब्याज दरों में छूट दी जा रही है। पिछले दिनों एक और अहम फैसला सरकार ने लिया है, इस स्कीम के अंतर्गत मकान का कारपेट एरिया जो तय था, उसको बढ़ाया गया है। जिसकी वजह से इस योजना में ज्यादा लोग लाभ ले पायेंगे।
:: रेरा कानून से बिल्डरों की मनमानी पर लगाम लगी ::
मध्यम वर्ग के भाई-बहनों के साथ घर के नाम पर हो रही ठगी और धोखाधड़ी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गये है। रेरा कानून के साथ बिल्डरों की मनमानी पर लगाम लगी है। बीते चार वर्षों में सरकार ने पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने के लिए अनेक प्रयास किये है, जिसके परिणाम आज देश अनुभव कर रहा है। देश का गरीब और मध्यम वर्ग ऐसी व्यवस्था चाहता है, जो उसका जीवन आसान बनाए और इसलिए सरकार ने अपनी योजनाओं को गरीब और मध्यम वर्ग की आशाओं और अपेक्षाओं के साथ जोड़ा है।
:: स्वास्थ के क्षेत्र में बदलाव ला रही योजनाऍं युवाओं के लिए नये अवसर भी ला रही ::
हर तीन संसदीय क्षेत्र के बीच एक मेडीकल कालेज की अपनी महत्वाकांक्षी सोच के कार्यान्वयन की दिशा में बढते वर्तमान केंद्र सरकार के कदमों की आहट दिलाते स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बताते प्रधानमंत्री ने कहा आज देश में नए एम्स, नई आईआईटी, नए आईआईएम बनाए जा रहे है। देश की हर तीन संसदीय सिटों के बीच एक मेडिकल कॉलेज बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा 3 हजार से ज्यादा जन औषधि केन्द्र पर सस्ती दवाइयों की ब्रिकी, स्टैड की किमत में 80 प्रतिशत तक की कमी, घुटना प्रत्यारोपण की कीमत पर नियंत्रण जैसे अनेक कार्य इस सरकार ने किए है, जो सामान्य नागरिकों के इलाज पर होने वाले खर्च को बहत कम कर रहे है। आयुष्मान भारत के तहत देशभर में बनाए जा रहे डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर हो, या जल्द ही लांच होने वाली 5 लाख की हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम गरीब और मध्यम वर्ग के लिए तो एक बड़ी राहत देने वाली स्कीम है। स्वास्थ के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला रही ये योजनाऍं युवाओं के लिए नये अवसर भी लेकर आ रही है।
:: आज हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई प्रवास कर रहा ::
आम नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजनाओं और उन्हें आधुनिक तकनीक से लैस करने की योजना पर प्रधानमंत्री ने गर्व से कहा कि सरकार हाई-वे, वॉटर-वे, एयर-वे, रेलवे, इन्फरमेशन-वे को भी आधुनिक बनाने काम कर रही है। बीते चार वर्षों में 3 लाख करोड़ से अधिक खर्च कर 28 हजार कि.मी. से अधिक के हाई-वे बनाए जा चुके है, आज दोगुनी रफ्तार से नए हाई-वे बन रहे है, रेल लाइनें बिछ रही है। गैस पाईप लाईन बिछ रही है। उड़ान योजना के तहत देश के छोटे शहरों के हवाई अड्डों से देश के दूसरे हिस्सों से जोड़ा जा रहा है, बीते दिनों भी इन्दौर से ग्वालियर और इलाहाबाद के लिए भी उड़ानें शुरू हुई है, जल्द ही भोपाल से नासिक और इलाहबाद के लिए उड़ाने शुरू होने वाली है। मोदी ने कहा कि यह सरकार की नीतियों का ही असर है, कि आज ‘हवाई चप्पल’ पहनने वाले मेरे भाई-बहन भी हवाई जहाज में प्रवास कर रहे है। पिछले वर्ष लगभग 10 करोड़ लोगों ने हवाई सफर किया, लेकिन भारत की पूरे देश की रेलवे के एसी के डिब्बों में जितनी यात्रा नहीं कि उससे ज्यादा लोगों ने हवा में हवाई सफर किया।
:: मौजूद लोगों के मोबाइल की टॉर्च जलवाई ::
पीएम मोदी ने अनूठे अंदाज में अपने संबोधन का समापन किया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से अपने-अपने मोबाइल की टॉर्च लाइट जलाने को कहा। उन्होंने कहा कि हमेशा कुछ नया करने वाले इंदौर के लोगों की ये खास पहचान है, इसलिए अपने मोबाइल की टॉर्च की लाइट जलाइए। पीएम के इस आग्रह के बाद बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल की टॉर्च लाइट जलाकर पीएम का अभिवादन किया। गौरतलब है कि इस तरह का नजारा अभी तक क्रिकेट मैचों के दौरान इंदौर के होलकर स्टेडियम में देखा जाता रहा है जब टीम इंडिया की हौंसला अफजाई के लिए दर्शक मोबाइल की टॉर्च लाइट जलाते रहे हैं।
:: मध्यप्रदेश पहले बीमारू राज्य था, अब स्मार्ट राज्य बन गया : मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पहले बीमारू राज्य था, पर आज मध्यप्रदेश स्मार्ट राज्य बन गया है। इंदौर तेजी से विकसित होता शहर है जो प्रदेश के विकास का इंजन बना है। उन्होंने इंदौर शब्द की व्याख्या करते हुये कहा कि इंदौर का अर्थ इंडियाज नीट, डिसीप्लिंड, आर्गेनाइज्ड, रेडिएंट और इंटरप्राइजड शहर है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सम्पन्न और समृद्ध भारत के निर्माण के सपने को पूरा किया जा रहा है। महात्मा गाँधी की तरह उनके कहने पर जनता चलती है। स्वच्छता के उनके संकल्प को पूरे देश ने पूरा किया है। उनके संकल्पों को मध्यप्रदेश में प्राथमिकता से पूरा किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना पूरे देश को निरोग करेगी। शहरी गरीबों के कल्याण के लिये अनेक योजनाएं बनाई गई हैं। अब प्रदेश का हर शहर स्वच्छ और हरा-भरा होगा।
इंदौर सबसे स्वच्छ शहर बना सबके सहयोग से : श्रीमती महाजन
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर सबके सहयोग से बना है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2014 में नागरिकों से स्वच्छता का आव्हान किया था। आज पूरे विश्व में हिन्दुस्तान की बेहतर छवि बनी है। आज हर देश भारत के साथ मित्रता चाहता है। देश में सबके सहयोग से विकास, समृद्धि और सृजन की नयी कहानी लिखी जा रही है।
केन्द्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने कहा कि वर्ष 2016 के स्वच्छता सर्वे में देश के 73 शहरों, वर्ष 2017 के स्वच्छता सर्वे में 430 शहरों और वर्ष 2018 के स्वच्छता सर्वे में 4032 शहरों ने भाग लिया। देश के 71 प्रतिशत शहरों ने खुले में शौच से मुक्ति के लक्ष्यों को पूरा किया है। योजनाबद्ध शहरीकरण की योजनाओं के क्रियान्वयन में भारत दुनिया में अव्वल है।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुये प्रदेश की नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश शहरी विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में देश में अग्रणी है। कार्यक्रम में राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, वित्त मंत्री जयंत मलैया, छत्तीसगढ़ के मंत्री अमर अग्रवाल, सांसद राकेश सिंह, पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर इंदौर श्रीमती मालिनी गौड़, भोपाल महापौर आलोक शर्मा, मुख्य सचिव बी.पी. सिंह उपस्थित थे।
:: प्रधानमंत्री से बात कर हितग्राही हुये गदगद ::
प्रधानमंत्री श्री मोदी से छिन्दवाड़ा, बुरहानपुर, जबलपुर, उज्जैन, सिंगरौली, रतलाम, होशंगाबाद, डिण्डौरी, धरमपुरी, कटनी, भोपाल, भिण्ड, बीजावर, सीहोर और ब्यौहारी के प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अन्य योजनाओं के हितग्राहियों ने बात की। हितग्राहियों ने प्रसन्नता व्यक्त की तथा आवास के लिये आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हितग्राहियों को आवास के लिये बधाई दी।
:: स्वच्छता के लिये राज्य और शहर हुये पुरस्कृत ::
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वच्छता सर्वे 2018 की रिपोर्ट का विमोचन तथा स्वच्छ सर्वे के डेशबोर्ड का लोकार्पण किया। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के पुरस्कार वितरित किये। शहरों में इंदौर को प्रथम, भोपाल को द्वितीय और चण्डीगढ़ को तृतीय पुरस्कार दिया। दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में विजयवाड़ा को प्रथम, तीन से दस लाख तक की आबादी में मैसूर को प्रथम, एक से तीन लाख की आबादी में नई दिल्ली को प्रथम पुरस्कार दिया गया। राज्यों के राजधानी में स्वच्छता का प्रथम पुरस्कार ग्रेटर मुम्बई को तथा राज्यों में प्रथम झारखंड को प्रथम, द्वितीय महाराष्ट्र का तथा छत्तीसगढ़ का तृतीय पुरस्कार दिया गया। छावनी परिषदों में प्रथम पुरस्कार दिल्ली छावनी को दिया गया। साथ ही स्वच्छता के लिये नागरिकों और संस्थाओं को भी पुरस्कृत किया गया।
:: 16 जिलों के कार्यों का इंदौर से ई-लोकार्पण ::
प्रधानमंत्री ने इंदौर से ही प्रदेश के 16 स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न कार्यों का ई-लोकार्पण किया। इसके साथ ही सभी 374 नगरीय निकायों में एलईडी के माध्यम से कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया। जिससे वहाँ पर भी जश्न का माहौल रहा।
:: ‘सूत्र सेवा’ का शुभारंभ ::
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश के 20 चुनिंदा शहरों में प्रारंभ की जा रही विश्वसनीय, सुरक्षित एवं किफायती बस सेवा के तहत ‘सूत्र सेवा-म.प्र. की अपनी बस” का शुभारंभ किया। इस योजना में नगरीय विकास एवं आवास विभाग निजी भागीदारी से अमृत योजना के तहत शहर के अंदर और बाहर बस सेवा उपलब्ध करवाएगा। इसके प्रथम चरण में 4 नगर निगम भोपाल, इंदौर, जबलपुर एवं छिन्दवाड़ा तथा 2 नगरपालिका गुना एवं भिण्ड के लिये 127 बसों का संचालन होगा।
:: 4063 करोड़ से निर्मित आवासों में गृह-प्रवेश ::
इस अवसर पर हाउसिंग फॉर ऑल की अवधारणा के अंतर्गत प्रदेश के सभी 374 नगरीय निकायों में 4,063 करोड़ रुपये लागत से निर्मित एक लाख 219 प्रधानमंत्री आवास में हितग्राहियों को एक साथ ई-गृह-प्रवेश करवाया। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत 5 स्मार्ट सिटी इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में 278 करोड़ 26 लाख रुपये लागत से कराये गये 23 कार्यों का लोकार्पण भी किया गया।
:: 227.78 करोड़ की 14 पेयजल योजनाओं का शुभारंभ ::
प्रधानमंत्री श्री मोदी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजनांतर्गत 14 नगरीय क्षेत्रों की पेयजल योजनाओं का ई-लोकार्पण किया। इनमें नगर पालिका धर्मपुरी (धार), नगर पालिका रायसेन, बेगमगंज, अब्दुल्लागंज, बैरसिया (भोपाल), आठनेर (बैतूल), बाढवद (रतलाम), डिडौरी, लखनादौन (सिवनी), नरसिंहपुर, सबलगढ़, बामौर, पौरसा (मुरैना) तथा बमौरी (शहडोल) की पेयजल योजना सम्मिलित की गई है।
:: 8.31 करोड़ के 10 पार्कों का लोकार्पण ::
अमृत योजना के अंतर्गत सीहोर की सीवरेज परियोजना और 10 नगरीय क्षेत्र खण्डवा, बुरहानपुर, खरगोन, सीहोर, होशंगाबाद, भोपाल, पीथमपुर, गुना, ग्वालियर और रीवा में बनाये गये पार्कों का लोकार्पण किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 35 करोड़ रूपये लागत से कटनी में बनाये गये इंट्रीग्रटेड़ सॉलीड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट तथा 2.11 करोड़ लागत की छतरपुर-बिजावर रोड का तथा स्मार्ट सिटी योजना से निर्मित भोपाल की मल्टीलेवल पार्किंग का लोकार्पण भी किया गया।
देश में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ तक हर परिवार के पास अपना घर होगा
