बीजापुर,कर्नाटक में भाजपा के शीर्ष नेताओं के मैदान में उतरने के बाद मंगलवार को सोनिया गांधी कर्नाटक में कांग्रेस की ओर से चुनाव प्रचार करने उतरीं। उन्होंने बीजापुर में चुनावी सभा की और केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। सोनिया गांधी ने करीब 2 साल बाद किसी चुनावी रैली को संबोधित किया। इससे पहले वह उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले तीन अगस्त 2016 को पीएम मोदी के संसदीय इलाके वाराणसी में रोड शो करने उतरी थीं। इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें एयरलिफ्ट कर तुरंत दिल्ली लाया गया था। इसके बाद से वह चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए थीं। इस बीच गुजरात और पंजाब सहित कई राज्यों में चुनाव हुए,लेकिन सोनिया ने उनमें भाषण नहीं दिया। इससे समझा जा सकता है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए कितने अहम हैं।
इस मौके पर सोनिया ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कर्नाटक में सिद्धारमैया की सरकार की उपलब्धियां गिनाने से ज्यादा बीजेपी सरकार के चार सालों के कामकाज को अपने निशाने पर लिया। सोनिया ने रैली में कहा कि आपने सुना होगा कि सिद्धारमैया की सरकार ने इंदिरा कैंटीन भी शुरू की है, जिसमें गरीबों को खाना मिलता है। दुख की बात है कि कांग्रेस के विरोधी हमारी असरदार योजनाओं का विरोध करते हैं। हमने देश भर में लोगों को रोजगार देने के लिए मनरेगा योजना शुरू की थी। तब भी भाजपा और नरेंद्र मोदी जी ने इसका मजाक उड़ाया था। कर्नाटक में अन्नदाता तमाम कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, यहां चार सालों में ऐसा सूखा पड़ा, जैसा दस सालों में नहीं पड़ा था। इसलिए आपके मुख्यमंत्री जी ने मोदी जी से समय मांगा ताकि आपको मदद मिल सके। मोदी जी ने मदद करना तो दूर मुख्यमंत्री से मिलने से भी इनकार कर दिया। मैं मोदी जी से पूछना चाहती हूं कि उन्होंने न केवल सीएम का बल्कि कर्नाटक की जनता का भी अपमान क्यों किया?
इस मौके पर किसानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में सूखा पड़ा, मोदी सरकार ने उन राज्यों को हजारों करोड़ दिए, लेकिन कर्नाटक के किसानों के घावों पर नमक छिड़कते हुए उन्हें सबसे कम पैसा दिया। मैं पूछती हूं,मोदी जी,क्या यही है आपका सबका साथ,सबका विकास? सिद्धारमैया जी ने 22 लाख किसानों के कर्ज माफ किए। इसके अलावा और भी योजनाएं शुरू कीं, जिससे फलों, सब्जियों और मसालों के निर्यात में तीन सबसे अग्रिम राज्यों में शुमार हो गया। कांग्रेस विकास का काम कर रही है तो मोदी जी चार सालों से कांग्रेस के अच्छे कामों को खत्म कर रहे हैं। मोदीजी पर कांग्रेस मुक्त भारत का जुनून है,उन्हें कांग्रेस मुक्त भारत का भूत लगा है। कांग्रेस मुक्त भारत तो छोड़िए, वह अपने सामने किसी को भी स्वीकार नहीं कर सकते हैं।मोदी जी को इस बात का गर्व है कि वह बहुत अच्छा भाषण देते हैं, मैं इस बात से सहमत हूं। वह एक अच्छे ऑरेटर हैं और एक अभिनेता की तरह भाषण देते हैं। अगर उनके भाषण से देश का पेट भर सकता है तो वह और भी भाषण दें। लेकिन केवल भाषण से पेट नहीं भर सकता, इसके लिए दाल-चावल चाहिए। मोदी जी के भाषण से बीमार ठीक नहीं हो सकते, इसके लिए अस्पताल चाहिए। मोदी जी के भाषण से मेरी बहनों का सशक्तिकरण नहीं हो सकता, नौजवानों को रोजगार नहीं मिल सकता, किसानों को राहत और सुविधाएं नहीं मिल सकतीं। इसके लिए मजबूत इरादा और नेक संकल्प होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महंगाई आसमान छू रही है। समाज का हर तबका जिंदगी में मुसीबत झेल रहा है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। इन सबकी परवाह न करके मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस की कीमतें बढ़ाती जा रही है। मोदी जी स्वतंत्रता सेनानियों का अपनी राजनीति के लिए शतरंज की तरह इस्तेमाल करते हैं। क्या इस तरीके की बातें करना एक पीएम को शोभा देता है? क्या आपने पहले कभी ऐसा पीएम देखा था, जो सिर्फ बातें ही बातें करता हो और असली मुद्दों पर खामोश रहता हो, एक भी बात नहीं बोलता हो। जनता से चार साल पहले किए वादों में से कौन सा वादा पूरा हुआ, बताइए कि देश के किसानों के लिए क्या किया, युवाओं को रोजगार देने के लिए क्या किया, मध्यमवर्ग के लिए, महिलाएं, बच्चों, दलितों पिछड़ों की सुरक्षा के लिए क्या किया है?
सोनिया ने रैली में संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की संस्कृति लोगों को जोड़ना और साथ लाना है, मोदी जी चुनाव में आते हैं ,खोखले वादे करते हैं और नफरत फैलाकर चले जाते हैं। आप भाजपा की इस रणनीति को सफल मत होने दीजिए, उनके एक-एक जुमले का पर्दाफाश कीजिए।