रायपुर,एआईसीटीई ने नये फार्मेसी, कॉलेजों के लिए दिये गये आवेदनों को लौटा दिया है। 14 निजी संस्थाओं द्वारा रायपुर, दुर्ग, और भिलाई में शैक्षणिक सत्र 2018-19 से नये फार्मेसी कॉलेज के लिए मान्यता मांगी गई थी। ऑल इंडिया काउंसिल इन संस्थानों को मान्यता देने से इनकार कर दिया है कि इन जिलों में पहले से ही पर्याप्त शैक्षणिक संस्थान हैं। ऐसे में इन जिलों में नये इंस्टीट्यूट को मान्यता नहीं दी जायेगी। यदि वे चाहें तो प्रदेश के पिछड़े जिलों या उन जिलों में फॉर्मेसी संस्थान खोल सकते हैं, जहां ऐसे संस्थानों की संख्या कम है या बिलकुल नहीं है। इस स्थिति में उन्हें मान्यता देने पर विचार किया जा सकता है। गौरतलब है कि इंजीनियरिंग कॉलेज सहित अन्य प्रोपफेशन इंस्टिट्यूट की खराब होती हालत के बाद एआईसीटीई ने मान्यता संबंधी नियम कड़े कर दिये हैं। जिन संस्थाओं को मान्यता देने से एआईसीटीई ने इनकार किया है, वे अब कोर्ट जाने की तैयारी में है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी एआईसीटीई ने तकनीकी शिक्षा विभाग से सुधार के लिए सुझाव मांगे थे। तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा नये संस्थानों को मान्यता देने से पूर्व उन स्थानों में पहले से चल रहे कॉलेजों की संख्या का ध्यान रखने का सुझाव दिया है। प्रदेश के कुछ जिलों में अत्यधिक संख्या में संस्थान खुल गये हैं, जबकि कुछ जिलों में गिनती के ही संस्थान हैं। तकनीकी शिक्षा विभाग के इस सुझाव के बाद ही यह फैसला लिया गया है। एआईसीटीई के इस फैसले के बाद में एक भी नये फार्मेसी संस्थान नहीं खुलेंगे। पुराने महाविद्यालयों की सीटों पर ही प्रवेश के लिए परीक्षा होगी।