भोपाल, राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल और रेत माफियाओं के बीच गाड़ी ओवरटेक करने को लेकर बाणगंगा चौराहे स्थित मंत्री के बंगले के सामने बीती रात ढाई बजे जमकर विवाद हो गया इस दौरान दोनों पक्षों के बीच सड़क पर ही बहस चलती रही। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार में सवार चारों रेत माफियाओं के खिलाफ शराब के नशे में होने के कारण आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की। मंत्री पटेल के गनमेन पर गोली चलाने का आरोप भी लगा था, हालांकि पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की। मामले को शांत कराने के लिए रात तीन बजे पुलिस के आला अफसर थाने में डेरा डाले रहे। जानकारी के मुताबिक मंत्री जालम सिंह एक कार्यक्रम से धार से भोपाल लौट रहे थे। रात करीब ढाई के वीआईपी रोड से इन कार सवार चार युवकों ने उनका पीछा किया और वे बार-बार हॉर्न बजाकर ओवरटेक करके उन्हें परेशान करते रहे। जब मंत्री जालम सिंह अपने बंगले पहुंचे तो इन युवकों ने उनकी कार के सामने अपनी कार खड़ी कर दी और मंत्री के ड्रायवर से मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद जैसे ही बंगले में मौजूद लोगों को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने इन युवकों को रोका और पुलिस बुला ली। कार में सवार युवकों के नाम सुनील, समर, सतेंद्र और हेमंत तिवारी बताए गए हैं। चारों लोग होशंगाबाद जिले के रहने वाले हैं, और रेत खनन का काम करते हैं मंत्री के विवाद होने की खबर लगते ही आला अफसर रात में ही टीटी नगर थाने पहुंच गए थे। जहां रात साढ़े तीन बजे तक हंगामा और अफरा-तफरी मची रही। विवाद को देखते हुए पुलिस ने शराब के नशे में धुत्त युवकों पर कार्रवाई की। चारों युवकों पर शराब पीकर वाहन चलाने और गाली-गलौच का मामला दर्ज किया और बाद में जमानत पर थाने से छोड़ दिया। बताया जाता है कि दूसरा पक्ष भी भाजपा नेताओं से जुड़ा हुआ है।