गुरुग्राम, डेंगू पीड़ित के इलाज में एमआरपी से अधिक दवाओं को मूल्य वसूलने पर स्वास्थ्य विभाग सख्त हुआ। शौर्य मामले में स्वास्थ्य विभाग ने मेदांता अस्पताल को नोटिस जारी किया। इसमें एमआरपी से अधिक मूल्य पर दवाएं देने पर जबाव मांगा है। शौर्य प्रताप के डेंगू इलाज में मेदांता अस्पताल को मेडिकल नेग्लिजेंसी बोर्ड ने एमआरपी से ज्यादा पैसे वसूलने का दोषी पाया है। शौर्य के पिता गोपाल परमार के आउट ऑफ कोर्ट सेटलमेंट करने के बावजूद निजी अस्पताल को बख्शने नहीं चाहता। स्वास्थ्य विभाग ने मेदांता को नोटिस जारी कर ब्लड, दवाओं के तय राशि से अधिक लेने पर जबाव मांगा है। इसमें पूछा है कि मरीज को चढ़ाए गए खून और इलाज में इस्तेमाल हुई दवाओं के लिए एमआरपी से ज्यादा पैसे क्यों वसूले गए। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि अस्पताल ने हरियाणा स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल और सिविल सर्जन के गए आदेशों का उल्लंघन किया है। जिस खून का रेट 400 रु तय है। उसके लिए मरीज से 1950 रु वसूले गए हैं।
– फोर्टिस पर लग चुके आरोप
फोर्टिस अस्पताल को भी ओवरचार्चिग का दोषी ठहराया जा चुका है। जिसके चलते अस्पताल का ड्रग लाइसेंस रद्द किया गया था। आद्या मामले में ब्लड यूनिट के लिए तय कीमत से अधिक राशि वसूलने पर मेडिकल नेग्लीजेंस बोर्ड ने आरोपी माना था।