मुंबई, पाक ऐक्ट्रेस माहिरा खान की पिछले साल वायरल हुई अपनी कॉन्ट्रोवर्शल फोटो पर उन्होंने कहा कि इस मुददे पर नैशनल डिबेट चलने से वह काफी आहत हुईं। वहीं फिल्म ‘रईस’ पर पाक में रोक पर उन्होंने कहा कि तत्कालीन राजनीतिक घटनाक्रम के चलते इस पर रोग लगाई गई। आखिरकार सुपरस्टार रणबीर कपूर के साथ पिछले साल वायरल हुई अपनी कॉन्ट्रोवर्शल फोटो पर आखिरकार पाक ऐक्ट्रेस माहिरा खान ने चुप्पी तोड़ दी है। उनके मुताबिक रातोंरात इस पर नैशनल डिबेट चलने से वह काफी आहत हुईं। यहां बता दें कि पिछले साल सितंबर में न्यू यार्क में माहिरा और रणबीर कपूर की साथ सिगरेट पीते हुए फोटो लीक हुई थी। जिसके बाद माहिरा के सिगरेट पीने से लेकर उनके कपड़ों तक पर भारत से लेकर पाकिस्तान में एक बहस ही छिड़ गई थी। ऐसा उनकी बॉलिवुड डेब्यू फिल्म ‘रईस’ के रिलीज होने से लगभग एक महीने पहले हुआ था। दरअसल हाल ही में इस संबंध में एक इंटरव्यू के दौरान माहिरा ने इस कॉन्ट्रोवर्सी पर खुलकर बात की है। माहिरा ने कहा, ‘मेरे अब तक के करियर में ऐसा पहली बार हुआ है जब मैं ऐसे किसी कथित कॉन्ट्रोवर्सी में फंसी हूं। मेरे लिए ये सब काफी हैरान करने वाला था क्योंकि एक तो आप अपनी जिंदगी के एक नाजुक दौर से गुजर रहे होते हैं और आपको फोटोग्राफ कर लिया जाता है। दूसरी ओर आप एक ऐसे विवाद में फंस जाते हैं जिसके बाद आपको एहसास होता है कि आपके देश के लोग जो आपको इतना प्यार और सम्मान देते हैं, वह आपको कुछ चीजों को करता देखना बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं।’ आगे माहिरा कहती हैं, ‘उस समय ईमानदारी से कहूं तो ये पूरा वाकया के इतना लंबा चलना मुझे बेहद ही बेतुका लगा था।’ इसके साथ ही किंग ऑफ रोमांस एसआरके के साथ अपनी पहली बॉलिवुड फिल्म ‘रईस’ के पाकिस्तान में नहीं रिलीज होने के बारे में भी माहिरा का बयान आया है। उन्होंने कहा, ‘मैं इस फिल्म के और कहीं से ज्यादा पाकिस्तान में रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी, क्योंकि मेरी अपने खास दोस्तों व बेटे अजलान के साथ दर्शकों के बीच इसे देखने की दिली ख्वाहिश थी, जो पूरी न हो सकी।’ यहां बता दें कि पाक सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म में मुसलमानों के बेढंगे तरीके से प्रदर्शन को लेकर आपत्ति जताते हुए इस पर रोक लगा दी थी। हालांकि माहिरा का मानना है कि उस दौरान चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के चलते ये रोक लगाई गई, जबकि किसी और दौर में इस फिल्म को आसानी से रिलीज की मंजूरी मिल जाती। उनका मानना है कि कई बार ऐसे दौर में कुछ ऐसे फैसले किए जाते हैं जिनका फिल्म से कोई खास लेना-देना नहीं होता है।