नरसिंहपुर, एक तरफ भाजपा अप्रैल के पहले सप्ताह से किसान सम्मान यात्रा निकालने जा रही है, वही दूसरी तरफ इसी माह कांग्रेस किसान महासम्मेलन करने जा रही है। इस सम्मेलन में कांग्रेस के दिग्गज नेता सांसद कमलनाथ, सिंधिया, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत कांग्रेस के कई नेता शामिल होंगे। इसके लिए सभी बड़े नेताओं को आमंत्रण भेजा जा चुका है। बताया जा रहा है कि अगर इस कार्यक्रम में कोई दिग्गज नही पहुंच पाता है तो भी यह कार्यक्रम नही बदला जाएगा।
दरअसल, किसानों में खिसकते जनाधार को देखते हुए अब भाजपा विधानसभा चुनाव मद्देनजर किसान सम्मान यात्रा निकालने जा रही है। इस यात्रा में भाजपा किसान मोर्चा के कार्यकर्ता किसानों के बीच जाकर उनसे सरकार की उपलब्धियों को साझा करेंगे। यात्रा के दौरान सरकार अपनी योजनाओं का जनता के बीच बखान करेगी और खासकर किसानों को लाभकारी योजनाओं के बारे में बताएगी। चूंकि यह चुनावी साल है, इसलिए सरकार इस यात्रा के माध्यम से आम जनता से सीधे संवाद करेगी। इसी के चलते कांग्रेस बीजेपी की किसान सम्मान यात्रा शुरु होने से पहले किसानों के बीच जाकर सरकार की नाकामियां और झूठे वादों की लिस्ट बताना चाहती है। जिसके कारण आनन फानन में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, ताकी जनता और किसानों को सरकार की सच्चाई पता चल सके। कांग्रेस शिवराज सरकार के बारह सालों की बखान को जनता के सामने रख सरकार की पोल खोलने वाली है। इसलिए 28 मार्च को नरसिंहपुर में किसान महासम्मेलन करने वाली है। इसके लिए 27 मार्च को दीपक बाबरिया भोपाल पहुंचेंगे औऱ फिर 28 मार्च को वो नरसिंहपुर में किसान सम्मेलन में शामिल होंगे।
बता दे कि बीते दिनों गन्ना फसल को लेकर किसानों ने नरसिंहपुर में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।जिसमें किसानों की हक की लड़ाई लड़ने के लिए यहां पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा और भाजपा नेता -अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा पहुंचे थे। इसलिए कांग्रेस ने नरसिंहपुर चुना है और जो आग बीते दिनों सरकार के खिलाफ भड़की थी, उसे फिर से हवा देना चाहती है। अगर इस कार्यक्रम में सिंधिया और कमलनाथ पहुंचते है तो इसे आगामी चुनाव के लिए बड़ा शंखनाद माना जाएगा। इसके पहले 2017 के बजट सत्र में किए गए पहली बार सभी दिग्गज नेताओं को एक मंच पर लाकर भाजपा सरकार के खिलाफ शंखनाद की शुरुआत की गई थी। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया,सांसद कमलनाथ, कांतिलाल भूरिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव एक साथ विधानसभा घेराव में शामिल हुए थे।