भागलपुर,बिहार के भागलपुर के नाथनगर में पिछले दिनों एक जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में आरोपी केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत चौबे के खिलाफ कोर्ट की ओर से गिरफ्तारी के लिए वॉरंट जारी कर दिया गया है। इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उनके बेटे ने कोई गंदा काम नहीं किया है और एफआईआर तो झूठ का पुलिंदा है इसलिए अरिजीत सरेंडर क्यों करेंगे।
चौबे ने कहा, ‘मेरे बेटे ने कोई गंदा काम नहीं किया। एफआईआर तो झूठ का पुलिंदा है, उस पर क्यों सरेंडर करेगा? अरिजीत कहीं छिपा हुआ नहीं है। वह आज अपने गांव भी गया और भगवान राम की आरती भी उतारी।’
बिहार के भागलपुर में हुई घटना के मामले में कोर्ट की ओर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की गिरफ्तारी के लिए वॉरंट जारी कर दिया गया है। इस मामले में एडीजी एसके सिंह ने कहा, ‘सांप्रदायिकता से जुड़े हर केस में हमने सख्ती से ऐक्शन लिया है। हमें एक मामले में गिरफ्तारी का वॉरंट प्राप्त हो चुका है और दूसरे मामले में भी हम वॉरंट का इंतजार कर रहे हैं।’
नाथनगर मुस्लिम बहुल इलाका है और भागलपुर से वर्ष 2015 में अरिजीत ने चुनाव लड़ा था। इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। हिंसा मामले में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि अरिजीत के नेतृत्व में भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से विक्रम संवत के पहले दिन नववर्ष को मनाने के लिए जुलूस निकाला गया था। दोनों समुदायों में संघर्ष उस समय शुरू हुआ जब मेदिनीनगर के स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। सूत्रों ने बताया कि इस यात्रा के लिए प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी।