छिंदवाड़ा,पुस्तक विक्रेताओं से गठजोड़ कर निजी स्कूलों द्वारा कापी किताबों में भारी भरकम कमीशन लेने के लग रहे आरोपों के चलते प्रशासन ने शनिवार को शहर के दो पुस्तक विक्रताओं के यहां छापामार कार्रवाई की। यहां 30 रूपए कीमत की किताब 90 रूपए में और 40 रूपए की पुस्तक 240 रूपए में बेची जा रही थी। इसके अलावा एक ही स्कूलों की किताब एक ही दुकान पर मिलने से पालक परेशान हो रहे थे। इसकी शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन ने स्कूलों के साथ पुस्तक विक्रेताओं पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
स्कूल संचालकों की कापी किताबें मिलने की दुकानें निर्धारित हैं। जिसके चलते पालकों को ज्यादा कीमत पर खरीदनी पड़ती हैं। आरोप है कि एक ही दुकान निर्धारित होने से स्कूल संचालकों को कमीशन मिलता है। शनिवार को एडीएम कविता बाटला, एसडीएम राजेश शाही, डीपीसी जेएल साहू ने गोलगंज स्थित शुभम बुक डिपो और आस्था बुक डिपो पर छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान इन बुक डिपो में संस्था विशेष की किताबें पाई गई।
एसडीएम राजेश शाही ने बताया कि शुभम बुक डिपो में एक संस्था विशेष की किताबें पाई गईं जिसे जब्त किया गया है। उन्होंने कहा कि एक दुकान से किसी स्कूल की कापी किताबें मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। आस्था बुक डिपो में भी भारत भारतीय विद्यालय की किताबें पाई गई। एसडीएम श्री साही ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा प्रतिवेदन देने के बाद स्कूल संचालक और दुकानदार पर कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना है
दुकान में उपलब्ध संस्था विशेष की पुस्तकें बेचे जाने पर अनियमितता पाई गई है साथ ही दुकान में उपलब्ध रिकार्ड और पुस्तकों की उपलब्धता में भिन्नता पाई है। जिसकी जांच की जा रही है।
राजेश शाही, एसडीएम, छिंदवाड़ा ।