भोपाल,प्रिती आत्महत्याकांड में उसके परिजनों को जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक हम सब एकजुट होकर विरोध-प्रदर्शन करते रहेंगे। यह फैसला जवाहर चौक स्थित 12 दफ्तर में अखिल भारतीय रघुवंशी (क्षत्रिय) महासभा की बैठक में लिया गया। साथ ही मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग उठाने पर सहमति बनी। बैठक में बड़ी संख्या में रघुवंशी समाज के लोग शामिल हुए। मंत्री रामपाल सिंह व उनके बेटे गिरिजेश को सख्त सजा दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई गई। समाज के महासचिव उमाशंकर रघुवंशी ने बताया कि मंत्री के बेटे ने उदयपुरा निवासी चंदन सिंह रघुवंशी की बेटी प्रिती से भोपाल नेहरू नगर स्थित आर्य समाज से विवाह किया था। पहले मंत्री प्रिती को अपनी बहू मानने को तैयार नहीं थे।
प्रिती ने मंत्री और उनके बेटे से परेशान होकर आत्महत्या की है। दोनों प्रिती के मौत के जिम्मेदार हैं। उधर मंत्री रामपाल सिंह की बहू प्रीति के पिता चंदन सिंह रघुवंशी की शुक्रवार को हमीदिया अस्पताल में सीटी स्कैन जांच की गई। जांच में कोई खराबी नहीं आई है। लिहाजा उन्हें भर्ती नहीं किया गया है। चंदन सिंह ने गुरुवार को पुलिस पूछताछ के दौरान आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने उन्हें कुछ पिला दिया है। प्रिती ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में गुरुवार को पुलिस चंदन सिंह के बयान ले रही थी। पूछताछ के दौरान घबराहट की शिकायत करने पर पुलिस गुरुवार रात 12 बजे उन्हें जेपी अस्पताल लेकर गई थी। यहां से उन्हें हमीदिया रेफर कर दिया गया था। शुक्रवार सुबह मेडिसिन के डॉक्टरों ने देखने के बाद मनोचिकित्सक डॉ. जेपी अग्रवाल के पास रेफर कर दिया था।