भोपाल, मंत्री रामपाल सिंह की बहू की आत्महत्या व महिला उत्पीडऩ मामले पर लगातार दूसरे दिन बुधवार को विपक्ष ने हंगामा मचाया। व्यवधान के कारण प्रश्नकाल भी नहीं चल पाया। विधानसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बयानबाजी हुई।
हंगामे के कारण अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने पहले 10 मिनिट के लिए कार्यवाही स्थगित की। जैसे की कार्यवाही प्रारंभ हुई विपक्षी दल के सदस्य गर्भगृह के पास पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। व्यवधान के बढऩे से अध्यक्ष ने दूसरी बार 10 मिनिट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। तीसरी बार कार्यवाही के प्रारंभ में भी विपक्षी सदस्यों ने कहा कि हमने स्थगन दिया है इस पर चर्चा कराई जाये, लेकिन अध्यक्ष ने नहीं कराया। पुन: कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित की गई। विपक्षी दल के नेता एक बार फिर गर्भगृह में जाकर नारेबाजी करने लगे। चौथी बार विधानसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित की गई। कार्यवाही प्रारंभ होते ही विपक्ष ने हंगामा जारी रखा। इस बीच सरकार ने अनुपूरक बजट पास करा लिया। विनियोग विधेयक को बिना चर्चा किए पारित कर दिया गया। जिसके बाद स्पीकर ने विधानसभा अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दी।
28 तक चलना था सत्र
मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 26 फरवरी से शुरू हुआ था, जो 31 दिन यानि 28 मार्च तक चलने वाला था जिसमें 18 बैठकें होंनी थी। लेकिन एक हफ्ते पहले ही स्थगित करनी पड़ी।