हैदराबाद,आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि तेलुगूदेशम पार्टी (टीडीपी) ने राज्य की भलाई के लिए एनडीए के साथ गठबंधन किया था। उन्होंने मंगलवार को टीडीपी सांसदों और विधानसभा स्ट्रैटिजी कमेटी के सदस्यों के साथ विभिन्न मुद्दों पर टेलिकॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की। उन्होंने बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए के साथ गठबंधन तोड़ने वाले पार्टी के कदम पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा, हम सिर्फ राज्य की भलाई के लिए एनडीए के साथ गए और अब साथ छोड़ भी दिया। हम राज्य के बारे में ही सोच रहे हैं। राष्ट्रीय राजनीति में टीडीपी की भूमिका सिर्फ राज्य के लिए ही थी। उन्होंने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर पार्टी सदस्यों को सावधान रहने की सलाह दी है। उन्होंने स्थिति के अनुरूप काम करने को कहा है और यह भी कहा कि टीडीपी सांसद अपने राज्य की मांगों को लेकर अन्य पार्टी के नेताओं को भी एकजुट करें। हमारा लक्ष्य है कि आंध्र प्रदेश 2022 तक भारत के तीन सर्वोच्च राज्यों में गिना जाए और 2029 तक यह भारत का सर्वोच्च राज्य बने। आंध्र प्रदेश एक मात्र ऐसा राज्य है, जिसने भारत सरकार के बाद कौशल विकास कार्यक्रम के लिए एक निगम स्थापित किया है। चंद्रबाबू ने यह भी कहा कि केंद्र विशेष स्थिति वाले राज्यों को औद्योगिक प्रोत्साहन दे रहा है, लेकिन आंध्र प्रदेश के लिए उसका रवैया अलग है। हम अपने अधिकारों से वंचित क्यों हैं? हम राज्य के विकास के मद्देनजर महज कुछ वक्त के लिए ही विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने को कह रहे हैं। राज्य को यह अवसर दें, जब तक यह राज्य अन्य दक्षिणी राज्यों के बराबर न हो जाए।