पुणे,महाराष्ट्र के पुणे में एमआटी विश्वशांति गुरुकुल हायर सेकेंड्री स्कूल में हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट (एचएससी) परीक्षा दे रहीं कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया है कि वे अपने साथ नकल की पर्चियां न ले जा सकें, इस लिए परीक्षा से पहले निरीक्षण के दौरान उन्हें अंडरगारमेंट्स उतारने के लिए विवश किया गया। एक छात्रा ने शिकायत की कि 21 फरवरी को एचएससी परीक्षा के पहले दिन दो महिला शिक्षकों ने निरीक्षण के लिए उससे अंडरगारमेंट उतारने को कहा। स्कूल में 26 और 28 फरवरी को भी इसी तरह तलाशी ली गई। 28 फरवरी के बाद की गई शिकायत में एक अन्य छात्रा ने कहा कि उसे भी इस तकलीफदेह स्थिति से गुजरना पड़ा। एमआईटी प्रबंधन ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि छात्राओं की तलाशी जरूर ली गई थी, लेकिन स्टाफ ने सिर्फ सामान्य तरीके से ही निरीक्षण किया था।
किसी ने भी परीक्षा के दौरान या उसके बाद छात्राओं से कपड़े उतारने को नहीं कहा। प्रबंधन ने कहा इस तरह के आरोप एमआईटी की छवि बिगाड़ने के लिए लगाए जा रहे हैं। हमने परीक्षा में नकल को रोकने के लिए कड़े प्रबंध किए हैं, जो कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहे हैं। पुलिस ने बताया कपड़े उतरवाने की शिकायत के बाद दो महिला शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड के डिवीजनल चेयरमैन टीएन सुपे ने कहा इस बार एमआईटी को सेंटर बनाया गया था क्योंकि पिछले सेंटर में सामूहिक नकल की बात सामने आई थी, लेकिन छात्राओं को गलत तरह से नहीं छुआ जा सकता। हम अपने स्तर पर भी मामले की जांच करेंगे।