मुंबई,टैलीकॉम कंपनी एयरसेल ने नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एन.सी.एल.टी.) में खुद को बैंकरप्ट (दिवालिया) घोषित करने के लिए अर्जी दाखिल की है। कंपनी ने कहा कि वित्तीय दृष्टि से दबाव वाले उद्योग में इस समय उसे काफी संकट का सामना करना पड़ रहा है। कर्ज के बोझ तथा बढ़ते घाटे की वजह से कंपनी के कारोबार पर नकारात्मक असर पड़ा और छवि भी प्रभावित हुई। हाल ही में एक रिपोर्ट में सामने आया था कि 15,500 करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी कंपनी जल्द ही खुद को बैंकरप्ट घोषित करने के लिए आवेदन देने जा रही है। मालूम हो कि कंपनी को यह फैसला तब लेना पड़ा जब मलेशिया की कंपनी मैक्सिस अपने शेयरहोल्डर्स और कर्जदाताओं के बीच कोई भी आम सहमति बनाने में नाकामयाब रही।
गौरतलब है कि हाल ही में कंपनी ने 6 टैलीकॉम सर्कल्स में अपनी सेवाएं बंद की हैं। सितंबर 2016 में रिलायंस जियो के लॉन्च के बाद से एयरसेल लगातार घाटे में चल रहा है। कई सर्कल्स में कंपनी की सर्विस बंद होने की वजह से सैकड़ों लोगों के रोजगार पर संकट गहरा गया है। दिसंबर 2017 के आंकड़ों के अनुसार कंपनी देश की छठी सबसे बड़ी मोबाइल सर्विस ऑपरेटर है और इसके लगभग 8.5 करोड़ उपभोक्ता देशभर में हैं।