नई दिल्ली,मुख्यमंत्री आवास पर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जितनी शिद्दत के साथ इस मामले की जांच की जा रही है, वैसा होना भी चाहिए। लेकिन क्या जज लोया की हत्या के मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से पूछताछ करने की हिम्मत दिखाई जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से आरोप लगाया गया है कि पुलिस बिना किसी सूचना के केजरीवाल के आवास पर पहुंची है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मीडिया सलाहकार अरुणादेय ने ट्वीट कर बताया कि सीएम आवास को पुलिस ने अपने अंडर में ले लिया है, काफी संख्या में पुलिस फोर्स घर में घुसी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। क्या एक चुने हुए सीएम के साथ इस प्रकार का व्यवहार सही है। उन्होंने कहा कि कानून के तहत आम आदमी को अधिकार मिलते हैं। एक मुख्यमंत्री जनता के लिए काम कर रहा है, उसके साथ यह हो रहा है। आप नेता आशुतोष ने कहा कि दिल्ली पुलिस मोदी सरकार के इशारे पर काम कर रही है। केंद्र सरकार राज्य सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। आशुतोष ने कहा कि बीजेपी आम आदमी पार्टी से घबराई हुई है और राजधानी का विकास रोकना चाहती है। वहीं मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के समर्थन में दिल्ली एजेकुशन स्टेट एडवाइज़री के सदस्य आईएएस अधिकारी धीर झिंग्रान ने अपना पद छोड़ दिया है। उन्होंने एजुकेशन विभाग के सचिव को खत लिख कर कहा है कि वह अपना पद अंशु प्रकाश से हुई बदलसूकी के विरोध में छोड़ रहे हैं।इधर,सीएम आवास का सीसीटीवी फुटेज दिल्ली पुलिस चेक करेगी। मामले की जांच कर रही पुलिस थप्पड़कांड वाली रात वहां मौजूद विधायकों से भी पूछताछ कर सकती है। दिल्ली पुलिस की टीम सीएम आवास के घर पहुंच गई है। उसने केजरीवाल के घर से 21 सीसीटीवी डीवीआर सीज किए हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि आज सीएम से पूछताछ नहीं की गई है। जांच के दौरान केजरीवाल घर पर ही थे। पुलिस ने सीएम स्टाफ को घर से बाहर जाने के लिए कहा है।
आईएएस एसोसिएशन पहुंचा पीएमओ
नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर 19 फरवरी को मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट की शिकायत करने के लिए शुक्रवार को आईएएस एसोसिएशन प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह के पास पहुंचा।ख़बरों के मुताबिक,आईएएस एसोसिएशन ने राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह से आरोप लगाया कि आप सरकार में महिला अधिकारियों का साथ गलत बर्ताव हो रहा है। इसके साथ ही कई चीजों को उनके सामने रखा गया। जितेन्द्र सिंह ने कहा,शुक्रवार की मीटिंग में जिस भी आईएसएस एसोसिएशन के मेंबर्स थे वह अपनी बात रखना चाहते थे उन्हें जो दिक्कतें हैं दिल्ली प्रशासन में। उन्होंने अपनी शिकायत डिटेल में समझायी। जितेन्द्र सिंह ने आईएएएस एसोसिएशन से कहा कि वे भयमुक्त होकर अपना काम करें। प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री ने कहा कि उन्होंने शिकायत पर संज्ञान लिया है। इसके साथ ही,उन्होंने डीओपीटी में शिकायत की मांग की। जितेन्द्र सिंह ने कहा कि उन्होंने पूरे मामले पर संज्ञान लिया है। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल के आवास पर मारपीट के आरोप में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों को गुरूवार को चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उधर,पूरे मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस सीएम केजरीवाल के घर पर पहुंच चुकी है,जहां पर सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है और पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है। मामले में दिल्ली सरकार लगातार सवालों के घेरे में हैं वहीं आईएएस एसोसिएशन केजरीवाल सरकार के खिलाफ लांमबद हो रहा है।
सीसीटीवी फुटेज पर सवाल, संजय सिंह ने की जांच कराने की मांग
दिल्ली में मुख्य सचिव के साथ मारपीट के मामले में पहला सुराग सीसीटीवी से मिला था जिसमें मुख्य सचिव अरविंद केजरीवाल के घर से बाहर जाते हुए नजर आ रहे थे। इस फुटेज में वक्त रात ११:३० बजे का दिख रहा था, आम आदमी पार्टी की तरफ से यह ण्ण्ऊन्न् जारी किया गया था और बताया गया था कि मुख्य सचिव महज ७ मिनट में रात ११:३० बजे मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकल गए थे ऐसे में १२:०० बजे रात तक रुकने की बात पूरी तरह से झूठ है। दरअसल एक तरफ आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन के पहले बयान को ही मान्य घोषित किया लेकिन उस बयान में भी मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन ने कहा कि मुख्य सचिव रात के १२:०५ पर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। यही दावा मुख्य सचिव ने भी अपनी एफआईआर में किया, लेकिन दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से साफ नजर आ रहा है मुख्य सचिव ११:३० पर मुख्यमंत्री आवास से जा चुके थे, अब सवाल यही उठ रहे हैं कि क्या सीसीटीवी के वक्त के साथ छेड़छाड़ की है। आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री आवास में लगे हुए सीसीटीवी का वक्त बदल दिया और इस में छेड़छाड़ कर फुटेज को रिलीज किया। दरअसल मुख्य सचिव की एमएलसी रिपोर्ट में भी मारपीट १२:०० बजे के बाद की बताई गई है ऐसे में मुख्यमंत्री आवास की ओर से जारी की गई सीसीटीवी फुटेज के वक्त को लेकर भ्रम पैदा हो रहा है। वीके जैन के बयान को लेकर जब आप सांसद संजय सिंह से सवाल किया तो उनका कहना था कि हो सकता है वीके जैन ने वक्त ना देखा हो या उन्हें थोड़ा बहुत भ्रम हो ऐसे में दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री आवास की सीसीटीवी की जांच करें, हम इसके लिए तैयार हैं।