मुंबई,पीएनबी महाघोटाले के आरोपी नीरव मोदी पर शिकंजा कसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नीरव मोदी को तीसरा समन भेज कर 26 फरवरी को पेश होने को कहा है। ईडी ने अपने समन में चेतावनी दी है कि अगर वह इस सूचना के बाद भी हाजिर नहीं हुए तो उनके प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। नीरव मोदी ने कई देशों में अपना पैसा ट्रांसफर किया है, जिसके मद्देनजर ईडी लेटर रोगट्री भी जारी कर सकता है। आपको बता दें कि ईडी की तरफ से यह नीरव मोदी को तीसरा समन है। इससे पहले जारी किए गए दो समनों में नीरव मोदी ने पेश होने से इनकार कर दिया था। ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि नीरव मोदी को दो बार समन भेजा गया था, उम्मीद थी कि वह निदेशालय के अफसरों के समक्ष 22 फरवरी को पेश होगा, लेकिन वह नहीं आया।
नीरव मोदी ने ईमेल कर ईडी के समक्ष प्रस्तुत होने से मना कर दिया। उसने ईमेल में लिखा वह विदेश में है और अभी व्यस्त है, लिहाजा वह ईडी के समन पर पेश नहीं हो पाएगा। हीरा कारोबारी नीरव मोदी पर पीएनबी को 11400 करोड़ से ज्यादा की चपत लगाने का आरोप है। कहा जा रहा है कि उसने लेटर ऑफ अंडरटेकिंग यानी साख पत्र के सहारे बैंकों ेसे यह धनराशि कर्ज के तौर की और न लौटा पाने की स्थिति में देश छोड़कर भाग गया।
पंजाब नेशनल बैंक ने गुरुवार को नीरव मोदी को खत भी लिखा था। चिट्ठी में पीएनबी ने नीरव मोदी को कहा कि आपने गलत ढंग से बैंक अधिकारियों की मदद से सारे एलओयू हासिल किए। किसी भी तरह से हमारे बैंक द्वारा आपकी तीनों पार्टनर कंपनियों को कोई सहूलियत नहीं दी गई थी। जिस दौरान इन गतिविधियों का खुलासा हुआ, फिर जांच में खुलासा हुआ फेमा और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है। पीएनबी ने साफ किया कि कानून के मुताबिक, बैंक के पास हक था कि वह इन गतिविधियों को रोके और ईडी ने जो भी कार्रवाई की हैं वह भी सही हैं। आपने पैसा लौटाने का जो भी वादा किया है, उसमें किसी भी तरह से यह नहीं बताया है कि आप किस तरह यह पैसा लौटाएंगे। अगर आपके पास ऐसी कोई ठोस योजना है तो हमें बताइए।