इंदौर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे की मौत को संदिग्ध बताते हुए उसकी जांच कराने की मांग वाली जनहित याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है। याचिकाकर्ता तपन भट्टाचार्य ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे की मौत साधारण मौत न होकर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। उनका अंतिम संस्कार आनन-फानन में किया जाना और उनकी दो वसीयत का सामने आना इस बात को संदेह देता है कि उनकी मौत प्राकृतिक नहीं है।