नई दिल्ली,पूरे देश में भूचाल लाने वाले 11360 करोड़ रुपये के महाघोटाले के खुलासे पर गुरुवार को पंजाब नेशनल बैंक ने पहली बार सफाई दी है। बैंक के एमडी सुनील मेहता ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि बैंक इस समय अपनी पूरी क्षमता से गलत काम करने वालों के खिलाफ एक्शन ले रहा है। यह फ्रॉड साल 2011 में शुरू हुआ था। एमडी ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक 123 साल पुराना बैंक है। इतने लंबे समय में बैंक ने बहुत से उतार-चढ़ाव देख चुका हैं। बैंक का जन्म स्वदेशी आंदोलन के दौरान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय द्वारा किया गया था। विभाजन जैसे मुश्किल हालात में भी बैंक ने बखूबी अपना काम किया था। अपने कामों के चलते ही बैंक वर्तमान में देश का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीयकृत बैंक है। इस समय जिस घोटाले की चर्चा हो रही है, हम इस बारे में मीडिया से एक सहयोग चाहते हैं। बैंक इस समय अपनी पूरी क्षमता से गलत काम करने वालों के खिलाफ एक्शन ले रहा है। ये फ्रॉड 2011 में शुरू हुआ था। इस सबसे पहले हमारे ही बैंक ने पकड़कर संबंधित जांच एजेंसियों को बताया था। पीएनबी अपनी क्लीन बैंकिंग के लिए प्रसिद्ध है। जैसे ही हम इस घोटाले के बारे में पता चला, हमारे स्तर पर इसकी जांच की। इस मामले में अरबपति ज्वैलरी कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। इस मामले में ईडी ने देशभर में कई जगह छापेमारी भी की है। छापेमारी के बाद सीबीआई ने मुंबई के हाजी अली दरगाह के पास वर्ली में स्थित नीरव मोदी का घर भी सील कर दिया है। नीरव मोदी ने पीएनबी को खत लिख कहा है कि वह सभी पैसे लौटाने को तैयार हैं। उन्होंने इसके लिए 6 महीने का समय मांगा है। उन्होंने कहा है कि वह फायर स्टार डायमंड्स के जरिए पैसे लौटा दूंगा,जिसकी कीमत 6400 करोड़ रुपए है।
ईडी ने नीरव मोदी केस से जुड़ी 9 जगहों पर छापेमारी की। इनमें 4 मुंबई,2 सूरत और 2 दिल्ली में छापेमारी की गई। ये एफआईआर 31 जनवरी को दर्ज की गई थी। ईडी ने नीरव मोदी के शोरूम और घर में भी छापेमारी की है। उधर वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों से संदिग्ध ट्रांजैक्शन से जुड़ी रिपोर्ट मांगी हैं, उन्होंने इस रिपोर्ट को तुरंत जमा करने को कहा है।