गमगीन माहौल मे शहीद राकेश रतूड़ी का अन्तिम संस्कार

हरिद्वार, जम्मू कश्मीर के सुंजवां में फिदायीन हमले में शहीद हुए हवलदार राकेश चंद्र रतूड़ी का पार्थिव शरीर बुधवार को हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर लाया गया। यहां सेना के जवानों ने शहीद को सलामी दी। जिसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ राकेश रतूड़ी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पाकिस्तान मुर्दाबाद और शहीद राकेश अमर रहे के नारों के बीच शहीद के बेटे नितिन रतूड़ी और भाई रेवतीनंदन रतूड़ी ने चिता को मुखाग्नि दी तो हर किसी की आंख नम हो गई। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल सहित सेना, शासन प्रशासन के तमाम आला अधिकारी व जनप्रतिनिधि शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे। जिला पौड़ी गढ़वाल के गांव सांकरसैंण निवासी राकेश बिष्ट वर्ष 1996 में सेना में भर्ती हुए थे। इन दिनों वह छह महार रेजीमेंट में हवलदार के पद पर जम्मू कश्मीर के सुंजवां में तैनात थे। 10 फरवरी को सेना की ब्रिगेड पर फिदायीन हमला हुआ था। जिसमें राकेश चंद्र रतूड़ी भी शहीद हुए। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे देहरादून से उनकी शवयात्रा हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पहुंची। सेना के ट्रक से पार्थिव शरीर उतारकर श्मशान घाट के प्रांगण में ले जाया गया। यहां पूरा श्मशान घाट पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा। शहीद राकेश अमर रहे और भारत माता के जयकारे गुंजायमान रहे। सेना के जवानों ने शहीद को सलामी दी गई। शहीद के 19 वर्षीय बेटे नितिन रतूड़ी ने चाचा रेवतीनंदन रतूड़ी के साथ मिलकर पिता राकेश रतूड़ी की चिता को मुखाग्नि दी। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, ब्रिगेडियर एचएस जग्गी, कर्नल जेवी सिह, कैप्टन राहुल ओझा, हरिद्वार के महापौर मनोज गर्ग, जिलाधिकारी दीपक रावत, एसएसपीकृष्ण कुमार वीके, एसडीएम मनीष कुमार सिंह, सीओ सिटी प्रकाश देवली सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, रिश्तेदारों व आमजन ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।

परिजन बोले 1के बदले 10सिर लाने का दावा करने वाले कहां हैं?
जम्मू कश्मीर के सुंजवां फिदायीन हमले में शहीद राकेश चंद्र रतूड़ी के परिजनों का दर्द अंतिम संस्कार के वक्त जुबान पर आ गया। उन्होंने सवाल उठाया कि एक के बदले 10 सिर काटकर लाने का दावा करने वाले कहां हैं। शहीद के छोटे भाई ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा। परिजनों का कहना था कि आखिर कब तक सीमा से जवानों के शव आते रहेंगे। उन्होंने पाकिस्तान से आर-पार की लड़ाई लड़ने की मांग भी सरकार से की। अंतिम संस्कार के बाद मीडियाकर्मियो से बातचीत में शहीद राकेश चंद्र रतूड़ी के भाई रेवतीनंदन रतूड़ी ने कहा कि पीएम मोदी 56 इंच के सीने की बात करते हैं। सीमा पर रोजाना जवान शहीद हो रहे हैं। पीएम मोदी को शहादत पर जवाब देना चाहिए। शहीद राकेश चंद्र रतूड़ी के चाचा शेखरानंद ने कहा कि एक के बदले 10 सिर काटकर लाने का दावा करने वाले कहां हैं। सरकार जुमलेबाजी करती है, काम नहीं करती। पाकिस्तान के आतंकवादी आकर हमारे जवानों को मार रहे हैं। सरकार पाकिस्तान से आर-पार की लड़ाई लड़े। दोनों परमाणु संपन्न देश हैं। चाहे जो भी हो जाए। उसके बाद जो होगा देखा जाएगा। एक अन्य परिजन ने कहा कि एक सिर के बदले 10 सिर लेने के बजाय दिए जा रहे हैं।

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