बिलासपुर,रेलवे बोर्ड की सेंट्रल टिकट चेकिंग (सीटीसी) स्क्वायड ने बिहार के राजेन्द्र नगर स्टेशन में रेलवे टिकट का एक बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। इस मामले में राजेश कुमार राय नामक बुकिंग क्लर्क के खिलाफ अपराध दर्ज कराया गया है। तलाशी में उसकी जेब से सात सौ ७५ रूपए ज्यादा मिले थे। सीटीसी स्क्वायड की जांच के दौरान टिकट के कुछ संदिग्ध ब्यौरे मिले थे। मामले की जानकारी ओएसडी नवीन सिंह को दी गई। उन्होंने छानबीन के लिए ५ सदस्यीय टीम का गठन किया। टीम में सीटीसी स्क्वायड के सुमित डहरिया, विवेक सिघई, हेमन्त शर्मा, पुरूषोत्तम बघेल और संदीप चौरसे को शामिल किया गया। टीम ने राजेन्द्र नगर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर २ पर दोपहर तीन बजे तक जांच की। दो यात्रियों से संदिग्ध टिकट मिले। यात्रियों ने बयान दिया कि टिकट काउंटर नंबर चार से खरीदे गए हैं। सीसीटी की फुटेज से भी साफ हो गया कि यात्रियों ने काउंटर नंबर चार से ही टिकट हासिल किया था।
सीटीसी स्क्वायड को जांच में पता लगा कि बुकिंग क्लर्क नजदीकी स्टेशन का टिकट प्रिंट करते और ओवर लेपिग से टिकट में स्टेशन की दूरी और व्हाया बदल देता था। टीम को संदेह है कि टिकट में हेराफेरी का काम स्टेशन से बाहर किया जाता था। दरअसल सीटीसी स्क्वायड को यात्रियों से मिले टिकट सुबह सात बजकर ३९ मिनट प्रिंट हुए थे जिसे दोपहर तीन बजे के करीब यात्री को जारी किया गया। रेलवे सिस्टम में यह टिकट राजेन्द्र नगर से दानपुर के लिए जारी हुआ है। इसकी कीमत १० रूपए थी। बाद में यही टिकट राजेन्द्र नगर से नई दिल्ली का बन गया कीमत बढक़र २ सौ ७५ रूपए हो गई। टिकट में दूरी १३ किमी से बढक़र एक हजार एक कि.मी. हो गई। आशंका जताई गई है कि फर्जीवाड़ा लंबे समय से चल रहा था और रेलवे को करोड़ों रूपए का नुकसान हुआ है।