नई दिल्ली,भारत दुनिया के उन शीर्ष तीन देशों में शामिल है, जहां की जनता अपनी सरकार पर भरोसा करती है। हालांकि, पिछले एक साल की तुलना में भारत की स्थिति में इस साल गिरावट आई है। दावोस में जारी सालाना ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स के अनुसार इस साल इस मामले में पहले स्थान पर चीन है। पिछले साल इस सूची में भारत शीर्ष पर था। सन 2018 की सालाना ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स के अनुसार सरकार और संस्थाओं में जनता के भरोसे के मामले में चीन ने इस मामले में अच्छी बढ़त हासिल करते हुए पहले पायदान पर कब्जा जमा लिया है। जनता के भरोसे के मामले में इंडोनेशिया दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है। यह सूची कम्युनिकेशन मार्केटिंग फर्म एडेलमैन द्वारा जारी की जाती है। इस रिपार्ट के अनुसार सरकार और संस्थाओं पर जनता के भरोसे के मामले में सबसे तेज गिरावट अमेरिका में आई है। एशिया-प्रशांत में व्यापार और सुरक्षा के मामले में अमेरिका को ‘बेदखल’ करने की चीन की कथित सफलता की वजह से वहां की जनता का भरोसा सरकार में तेजी से बढ़ा है।
सर्वे में शामिल 28 में से 20 देशों में सरकार, मीडिया और एनजीओ में भरोसा कम हुआ है। सन 2018 की रिपोर्ट के अनुसार चीन की 74 फीसदी जनता, इंडोनेशिया की 71 फीसदी और भारत की 68 फीसदी जनता सरकार पर भरोसा करती है। पिछले एक साल की तुलना में सरकार, मीडिया, एनजीओ, कारोबार जगत में भारत की जनता के भरोसे में 13 फीसदी की गिरावट आई है, जो अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। हालांकि, इन सभी मामलों में यह 60 से 100 फीसदी बना हुआ है, जिससे यह कहा जाता है कि जनता का अब भी इन संस्थाओं में ‘भरोसा’ है। मीडिया पर सिर्फ 61 फीसदी लोगों का भरोसा रहा जो पिछले साल के मुकाबले 5 फीसदी कम है।
भारत का भरोसे के मामले में शीर्ष तीन में बने रहना मोदी सरकार के लिए राहत की बात है, लेकिन पिछले एक साल में इसमें आई गिरावट चिंता का विषय भी है। पिछले एक साल में ही मोदी सरकार ने जीएसटी और नोटबंदी जैसे सख्त कदम उठाए हैं। एक बड़ी चिंता की बात यह भी कि दूसरे देशों में भारत के बारे में यह धारणा बनी है कि यहां के बिजनेस का भरोसा नहीं किया जा सकता। रिपोर्ट के अनुसार कनाडा, स्विट्जरलैंड, स्वीडन और ऑस्ट्रेलिया में हेडक्वार्टर वाली कंपनियों पर सबसे ज्यादा भरोसा किया जाता है।