नई दिल्ली,इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) पर दो विमान आमने-सामने आ गए। स्पाइस जेट और एयरो फ्लोट के विमान की भिड़ंत होते-होते बची। दोनों विमान अलग-अलग रनवे पर उतरे थे, लेकिन खड़ा करने के दौरान एयरो फ्लोट एयरलाइंस का पायलट विमान को गलत पार्किग स्टैंड की ओर लेकर चला गया। स्पाइस जेट के क्रू ने सामने से आ रहे विमान को देख इसकी सूचना एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) को दी, जिसके बाद आनन-फानन एयरो फ्लोट के विमान को रोका गया। विमानन महानिदेशालय ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। स्पाइस जेट की फ्लाइट एसजी-012 यात्रियों को लेकर दुबई से दिल्ली आई थी। विमान को रनवे संख्या-29 पर उतारने के बाद पार्किग स्टैंड ए12एल पर जाने का निर्देश दिया था। पायलट रास्ते में मौजूद अन्य टैक्सी-वे को पार करते हुए विमान को पार्किग स्टैंड की ओर ले जा रहे थे, इसी बीच एयरो फ्लोट एयरलाइंस का विमान उतरने वाला था। ऐसे में स्पाइस जेट के विमान को टैक्सी-वे सीडब्ल्यू-2 के समीप रोक दिया गया और एयर फ्लोट की फ्लाइट को रनवे संख्या-28 पर उतारा गया। एटीसी ने इस विमान को सीडब्लू1 पर खड़ा करने को कहा, लेकिन पायलट ने लापरवाही से विमान की दिशा सीडब्लू-2 की ओर मोड़ दी है। यह विमान स्पाइस जेट के विमान से चंद मीटर की दूरी पर पहुंच गया था, तभी स्पाइस जेट के क्रू मेंबर की उसपर नजर पड़ गई। उनकी सूचना पर एटीसी अधिकारियों ने एयरो फ्लोट विमान को रुकने का निर्देश दिया और दुर्घटना होते-होते बच गई। स्पाइस जेट प्रवक्ता का कहना है कि उनके विमान के पायलट एटीसी के निर्देशों का सही पालन कर रहे थे। मालूम हो कि गत वर्ष भी आइजीआइ एयरपोर्ट पर अप्रैल में एयर इंडिया और इंडिगो एयरलाइंस के विमान आपस में भिड़ते-भिड़ते बचे थे। फरवरी, 2017 में विशाखापतनम की इंडिगो का विमान गलत टैक्सी-वे में प्रवेश किया था। वहां पहले से जेट एयरवेज का विमान मौजूद था। वहीं, दिसंबर, 2016 में लखनऊ से आए इंडिगो एयरलाइंस के विमान और हैदराबाद से आए स्पाइस जेट के विमान एक ही रनवे पर आमने सामने आ गए थे।