खरगोन, जिले के दुरस्त पहाड़ी क्षेत्र में बसे मेंढ़ागढ़ में मंगलवार रात कई दशकों बाद पहुंची बिजली से रहवासियों के चेहरे खिल उठे। यहां निवासरत वनवासी बंधू आजादी के बाद से चिमनी, लालटेन, मोमबत्ती और बेटरी के सहारे रातें काट रहे थे। करीब दशकों से चले आ रहे इस अंधेरे को सांसद नंदकुमारसिंह चौहान ने मंगलवार की रात्रि 10 बजे मेंढ़ागढ़ में मीटर का स्वीच चालू कर रोशन किया। सौभाग्य योजना से पहुंची बिजली से घर, गांव और मोहल्ला जगमग हो उठा। इस गांव से 11 किमी की दूरी के घरों में बिजली कई वर्षों से है, लेकिन मेंढ़ागढ़ बिजली से दूर रहा।
मेंढ़ागढ़ पूरे गांव में 1500 की जनसंख्या है। यह गांव 14 फाल्यों में बंटा हुआ है। यहां 291 घर है। तीन आंगनवाड़ी, एक माध्यमिक विद्यालय और दो ईजीएस शालाएं है। मेंढ़ागढ़ सरपंच प्रतिनिधि दितला बताते है कि यहां से 15 किमी की दूरी पर हायर सेकंडरी स्कूली है और हमारे यहां से करीब 60 बच्चे पढऩे जाते है। घरों में बिजली आ जाने से उनकों उजाले में अध्ययन करने में सुविधा होगी।
मेंढ़ागढ़ के 14 फाल्यों के 1500 लोग जामसिंह फाल्या, जगन पटेल फाल्या, स्कूल फल्या, सचिव फल्या, कनासिया फाल्या, सरपंच फाल्या, जयमन फाल्या, मुजाल्दा फाल्या, सुखलाल फाल्या, टेमरियामाल, मेंबर फाल्या, सबलगढ़, वास्कले फाल्या और महुल्या फाल्या में रहते है। यहां के 291 घरों में से 150 घरों में नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन कर दिए गए है।