अनूपपुर, नर्मदा जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को अमरकंटक में उद्गम स्थल पर पूजा अर्चन कर मॉ को चुनरी चढ़ाई । श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी साथ रहीं। मुख्यमंत्री चौहान लगभग 2 घंटे विलंब से यहाँ आये। चौहान एवं उनकी पत्नी श्रीमती साधना सिंह का अनूपपुर जिले में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। सीएम ने कहा कि मॉ नर्मदा सहत्र प्रदेश की जीवन रेखा हैं। उनके तट पर अनेकों ग्राम-शहर बसे हुए हैं, अनेकों संस्कृतियां पनपी है। हम सब मां का आंचल गंदा नहीं होने देंगे। पूरे प्रदेश के लोग मां नर्मदा की पवित्रता बनाये रखने में सहयोग प्रदान करेंगे।
70 प्रतिशत परिणाम लायें- फीस मामा भरेगा
नर्मदा जयन्ती के अवसर पर अमरकंटक के रामघाट में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं 70 प्रतिशत परिणाम लायें, उनका फीस मामा शिवराज सिंह चौहान जमा करेगा।
मुख्यमंत्री ने किया कन्या पूजन
मुख्यमंत्री एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने मंदिर में पूजा अर्चन कर रामघाट के समीप मंच पर पहुंचे और कन्या पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
दरिंदों को होगी फांसी
मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि आज से प्रदेश में बेटी बचाव-बेटी बढ़ाओं, सम्मान सुरक्षा,स्वरक्षा ,संवाद , अभियान की शुरूआत हो रही है। बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों को फांसी की सजा दी जायेगी। इस आशय का कानून विधान सभा से पारित कर स्वीकृति हेतु राष्ट्रपति को भेजा गया है।
स्वच्छता का दिलाया शपथ
आईये हम सब संकल्प ले की मां नर्मदा के तट पर गंदा पानी नहीं छोडेंगे, जल संरक्षण, जल संवर्धन, जैविक खेती, वृक्षरोपण के तहत फलदार छायादार तथा कृषि वानिकी के पौध रोपित करेंगे तथा उनकी सुरक्षा करेंगे एवं दूसरों को भी प्रेरित करेंगे। मां नर्मदा की निर्मलता को बनाये रखने हेतु हम सब मिलकर हर संभव प्रयास करेंगे।
बेटियों के साथ खिंचाई फोटो
नर्मदा जयन्ती के अवसर पर रामघाट में आयोजित कार्यक्रम में महारानी लक्ष्मी बाई के स्मरण में बेटियों की ब्रिगेड ने आकर्षक, सलामी दी। बेटियों ने कहा कि हम अपनी सुरक्षा, आत्मसम्मान तथा स्वरक्षा का दायित्व स्वयं वहन करने के लिये तैयार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने बेटियों तथा प्रदेश की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये जो योजनायें शुरू की हैं, उनसे हम सबको संबल मिला है।
बनेंगे आध्यात्मिक कुटिया
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अमरकंटक एक धार्मिक और अध्यात्मिक नगरी है जहां लोग अध्यात्म करने के लिए आते है, उनके लिये हम जमीन की तलाश कर जल्दी आध्यात्मिक कुटिया भी बनायेंगे। जहां लोग आकर रूके और पूजा अर्चन कर अध्यात्म कर सकें।
झलकियां-
1. मुख्यमंत्री के मंच पर प्रथम कतार में बैठने के लिए भाजपा नेताओं ने अनुशासन को फिर दिखाया ठेंगा, मंच में बैठकर तथाकथित सफेदपोश नेता ले रहे थे दूर से सेल्फी।
2. जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन पवित्र नगरी अमरकंटक में भीड़ जुटाने में रहा शतप्रतिशत असफल, ग्राम पंचायतों तक नहीं पहुंच सकी समय पर बसें।
3. मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह जगह-जगह सेल्फी लेने में रही व्यस्त। मुख्यमंत्री फोटो खिंचाने पहुंचे भांजियों के पास।
4. निर्धारित समय से लगभग २ घंटे विलंब से पहुंचे मुख्यमंत्री अमरकंटक, विद्यालयों के छात्राओं ने महारानी लक्ष्मीबाई, बिग्रेड से सीएम का स्वागत कर कहा बेटी बेचारी नहीं हैं अब।
5. भूमि पूजन के लिए नगर पंचायत अमरकंटक अध्यक्ष को जब मुख्यमंत्री ने बुलाये तो दर्जनों नेता जबरदस्ती पूजा स्थल पर ठुंस गये।