नई दिल्ली,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपनी बहादुरी से दूसरों के लिए उदाहरण बने 18 बच्चों को राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। यह बच्चे गणतंत्र दिवस परेड में भी शामिल होंगे। इनमें से चार बच्चों को बहादुरी अवार्ड मरणोपरांत दिया जा रहा है। यह पुरस्कार हर साल 6 से 18 साल के बच्चों को दिया जाता है। इन बच्चों ने अपने साहस,संयम,सूझ-बूझ और हिम्मत के बल पर दूसरों की जिंदगियां बचाई हैं।
बात दे कि पुरस्कार का चयन एक उच्चस्तरीय समिति ने किया है,जिसमें विभिन्न मंत्रालय, विभागों के साथ एनजीओ और भारतीय बाल कल्याण विभाग के अधिकारी भी शामिल थे। पहली बार 1957 में दो बच्चों को बहादुरी के लिए ये पुरस्कार दिए गए थे। उसके बाद से हर साल ये राष्ट्रीय पुरस्कार बच्चों को दिया जाता है। अब तक 963 बच्चों को ये पुरस्कार दिया जा चुका है, जिसमें 680 लड़के और 283 लड़कियां शामिल हैं।