पश्चिमी यमुना लिंक नहर में डूबे तीन छात्रों का तीसरे दिन भी नहीं लग सका, कोई सुराग

सोनीपत, रोहतक-सोनीपत रोड स्थित रोहट के पास पश्चिमी यमुना लिंक नहर पर बने मौत के पुल पर डूबे तीन छात्रों का तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग सका। हादसे में उनकी कार नहर में गिरने से एमबीए के छात्र की मौत हो गई थी और दो सीए समेत बीडीएस का छात्र डूब गए थे। इस दौरान एमबीए का छात्र बच निकला था। दिन में नहर का पानी रोकने के बाद रात को भी छोडऩे से जलस्तर बढ़ गया था। जिसके चलते परिजनों ने सोमवार को भी दिन में आधा घंटा तक जाम लगाकर रोष जताया। एएसपी ने समझाकर जाम खुलवाया। बाद में करीब चार फीट पानी का स्तर भी कम कराया गया। एनडीआरएफ के साथ ही गोताखोरों की टीम लगातार तलाशी में जुटी है। उसके बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका है। युवकों का सुराग लगने में हो रही देरी के चलते लगातार परिजनों का रोष बढ़ता ही जा रहा है।
विदित रहे कि सांपला की पंजाबी कालोनी निवासी लक्ष्यदीप धमीजा उर्फ लव (24), अपने साथी हितेश उर्फ हन्नी (22), रोहित (23), सौरभ (22) व चिराग (24) के साथ दावत करने के लिए रोहतक के मन्नत होटल पर गए थे। हितेश ने तीन दिन पहले ही सीए की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। जिसकी वह अपने साथियों को दावत दे रहा था। पांचों होंडा इमेज गाड़ी में सवार होकर मुरथल स्थित सुखदेव ढाबे पर खाना खाने के लिए निकल लिए थे। जब वह शनिवार देर रात करीब 11 बजे रोहट पुल पर पहुंचे तो वह गलती से रोहट के सामने विपरीत दिशा के पुल पर आगे बढ़ गए थे। आगे इस पुल के दूसरे हिस्से पर सामने से आ रहे ट्रक के चलते सौरभ ने कार को एक तरफ मोड़ दिया था। जिसके बाद कार अनियंत्रित होकर पश्चिमी यमुना लिंक नहर पुल से टकराने के बाद नहर में गिर गई थी। हादसे में चिराग किसी तरह बाहर निकल सका था। उसने राहगीरों को मामले से अवगत कराया था। जिस पर राहगीरों की मदद से लक्ष्यदीप का शव बरामद किया गया था। हालांकि तीन अन्य साथियों का कोई सुराग नहीं लग सका था। जिसके बाद से तीनों की तलाश के लिए अभियान जारी है। रविवार को दिनभर एनडीआरएफ के साथ गोताखोरों की टीम तलाश में रही थी। उसके बाद भी कोई सुराग नहीं सका था। सोमवार सुबह फिर से तलाशी अभी यान तेज कर दिया। हालांकि रात तक उनका पता नहीं लग सका था।
रात को फिर से बढ़ा जलस्तर, दोपहर को लगाया जाम
पश्चिमी यमुना लिंक नहर से दिल्ली में पेयजल की सप्लाई की जाती है। रविवार को दिनभर काफी कम मात्रा में पानी छोड़ा गया था। जिसके चलते रात को साढ़े आठ बजे तलाशी अभियान रोकने के बाद फिर से पानी का बहाव तेज कर दिया गया। इससे सुबह तक जलस्तर फिर से बढ़ गया। सुबह परिजन नहर पर पहुंचे तो जलस्तर बढ़ा देख उन्होंने रोष जताया। दोपहर को 12 बजकर 40 मिनट पर परिजनों ने रोहट पुल पर जाम लगा दिया। वह नहर का जलस्तर कम करने की मांग पर अड़े थे। एएसपी डीके भारद्वाज ने उन्हें समझाकर शांत किया। जिस पर सवा एक बजे जाम खोला जा सका। इस दौरान वाहन चालकों को दिक्कत हुई। जाम खुलने के बाद ही वाहन चालकों को राहत मिली।
आठ नाके लगाकर चलाया गया तलाशी अभियान
नहर में बहे छात्रों की तलाश के लिए आठ नाके लगाकर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसमें आठ बिंदुओं को चिन्हित कर वहां पर सिंचाई व राजस्व विभाग के 15-15 कर्मी तैनात किए गए हैं। दो बिंदुओं पर एक नायब तहसीदार की ड्यूटी लगाई गई। साथ ही सभी बिंदुओं पर एसडीएम जितेंद्र कुमार, एसडीएम खरखौदा राकेश कुमार व तहसीलदार हितेंद्र शर्मा की ड्यूटी लगाई है। दिनभर तलाशी अभियान को जारी रखा गया।

 

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