LOC पर लगातार फायरिंग,जवान शहीद चार आम आदमी भी मरे

श्रीनगर,पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उसकी ओर से एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर लगातार तीसरे दिन भी गोलीबारी जारी रही। इसमें सेना का एक जवान शहीद हो गया, जबकि चार आम नागरिकों की भी मौत हो गई है। 18 जवानों के घायल होने की भी खबर है। पिछले दो दिनों में गोलाबारी में छह नागरिकों और चार जवानों सहित कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 18 जवानों सहित करीब 60 लोग घायल हो चुके हैं। संघर्ष विराम के उल्लंघन के चलते सीमा से लगी बस्तियों से 35 हजार से अधिक लोगों को पलायन करना पड़ा है। सेना ने रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है। गोलाबारी के चलते तनाव बढ़ने से प्रशासन ने एलओसी से लगे इलाकों में तीन सौ से अधिक शैक्षणिक संस्थानों को अगले तीन दिनों के लिए बंद कर दिया है। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी से लगे नागरिक इलाकों और सीमावर्ती चौकियों पर मोर्टार से हुई गोलाबारी में दो नागरिकों और दो जवानों की मौत हो गई, जबकि तीन जवानों सहित 35 अन्य घायल हो गए थे। सांबा में बुधवार को भी बीएसएफ का एक जवान और एक किशोरी मारी गई थी और आठ अन्य घायल हुए थे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, पाकिस्तान ने दोपहर में बिना किसी बात के जम्मू में कानाचक सेक्टर के गाजनसू इलाके में गोलाबारी की और गाजनसू बस पड़ाव में गोले गिरे जिसमें दो लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनमें से एक की बाद में मौत हो गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने आरएसपुरा में सीमावर्ती बस्तियों में गोलाबारी की। इसमें दो नागरिकों की मौत हो गई और पांच घायल हो गए। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी थल सेना ने बिना किसी बात के सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर पुंछ में एलओसी से लगे कृष्णघाटी में अंधाधुंध गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि दोनों ओर से हुई गोलीबारी में सिपाही मंदीप सिंह घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने बगैर उकसावे के चिनाब नदी (अखनूर) से आरएस पुरा तक अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गांवों को निशाना बना कर पूरी रात भारी गोलाबारी की। उनके मुताबिक परगवाल सेक्टर में बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गई, जबकि कानाचक में दो लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया, रामगढ़, सांबा और हीरानगर सेक्टरों में सुबह पांच बजे तक फायरिंग और गोलाबारी जारी रही। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रहने वाले 35 हजार से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। एक हजार से अधिक लोग आरएस पुरा, सांबा और कठुआ इलाकों में लगे शिविरों में रह रहे हैं।

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