संगम क्षेत्र में लगने वाले मेलों को कुम्भ,महाकुम्भ और माघ मेला कहा जायेगा

लखनऊ,इलाहाबाद में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम पर माघ और फाल्गुन (जनवरी एवं फरवरी) माह में छः वर्ष के अंतराल पर आयोजित मेले को ‘कुम्भ‘ बारह वर्ष के अंतराल पर आयोजित मेले को ‘महाकुम्भ‘ तथा इसके अतिरिक्त प्रतिवर्ष माघ की पूर्णिमा और फाल्गुन माह में पड़ने वाले महा शिवरात्रि दिवस के मध्य आयोजित होने वाले धार्मिक मेले को ‘माघ मेला‘ कहा जाएगा। इस संदर्भ में शासन द्वारा ‘उ0प्र0 प्रयागराज मेला प्राधिकरण, इलाहाबाद‘ की स्थापना करते हुए जारी की गई अधिसूचना में संगम क्षेत्र पर आयोजित मेलों को ‘कुम्भ‘, ‘महाकुम्भ‘ और ‘माघ मेला‘ नाम दिया गया है।
ज्ञातव्य है कि संगम क्षेत्र पर प्रत्येक छः वर्ष तथा बारह वर्ष के अंतरालों पर अर्द्ध कुम्भ तथा कुम्भ मेले का आयोजन किया जाता रहा है। उ0प्र0 प्रयागराज मेला प्राधिकरण, इलाहाबाद की स्थापना कर जारी की गई अधिसूचना में ‘अर्द्धकुम्भ मेला ‘ तथा ‘कुम्भ मेला‘ का नाम परिवर्तित की ‘कुम्भ मेला‘ तथा ‘महाकुम्भ मेला‘ रखा गया है।

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