कटनी,जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहने पर अपनी आपत्ति जताई है। मीडिया से चर्चा करते हुए ज्योतिष एवं द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद महाराज ने कहा कि गांधी राष्ट्रपिता नहीं, वरन वह राष्ट्र पुत्र हैं। उन्होंने कहा महात्मा गांधी ने देश को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी। इस दृष्टि से वह राष्ट्र पुत्र हैं।
उन्होंने कहा, भारत देश का निर्माण गांधी के बहुत पहले हो चुका था। अतः उन्हें राष्ट्रपिता कहना सही नहीं है। प्रदेश में निकाली जा रही एकात्म यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा कि इस यात्रा की जरूरत केवल मध्यप्रदेश में नहीं वरन, पूरे देश में है। आज भारत को एक सूत्र में पिरोने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का प्रारंभ ओंकारेश्वर से नहीं, बल्कि आदि शंकराचार्य की जन्मस्थली केरल में होनी चाहिए था।