श्रीश्री ने देखी ‘पद्मावत’ फिल्म से पद्मिनी को सम्मान देना और राजपूतों की गौरवगाथा बताया

जयपुर/नई दिल्ली,विवादों में बनी फिल्म पद्मावत के निर्माताओं की ओर से आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रवि शंकर के लिए बेंगलुरू में फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग कराई गई। आर्ट ऑफ लिविंग सेंटर में फिल्म देखने के बाद श्रीश्री रविशंकर ने कहा, यह अद्भुत फिल्म है। इस पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा, यह रानी पद्मिनी का सम्मान है। पूरी फिल्म में ऐसी कोई बात नहीं है, जिस पर आपत्त‍ि की जाए। मुझे इस बात पर हैरानी है कि कुछ लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। श्रीश्री ने यह भी कहा, फिल्म को लेकर अब तक जो विवाद हुआ, वह बेवजह है। यह फिल्म रानी पद्म‍िनी को सच्ची श्रद्धांजलि और राजपूतों के सम्मान की गौरव गाथा है। इस बीच राजस्थान में फिल्म का लगातार विरोध कर रही करणी सेना की ओर से उपद्रव की खबरें मिल रही हैं। चित्तौड़गढ़, उदयपुर, कोटा और भीलवाड़ा में सड़कों पर उतर कर करणी सेना ने जाम लगाया और फिल्म का विरोध किया। हालांकि किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं मिली है। पद्मावत के निर्माता देश भर के सिनेमाघरों में 24 जनवरी को इसका पेड प्रीव्यू रखेंगे। ‘पद्मावत’ के डिस्ट्रीब्यूटर्स 24 जनवरी की रात 9.30 बजे स्क्रीन होने वाले शोज का भुगतान करके उसकी जगह ‘पद्मावत’ को स्क्रीन करेंगे। फिल्म एक्सपर्ट की राय में ऐसा करने से ‘पद्मावत’ के मेकर्स को फिल्म को लेकर चल रही अफवाह को गलत साबित करने का मौका मिलेगा। साथ ही, फिल्म देखने के बाद लोगों की पॉजिटिव रिस्पोंस फायदेमंद होगा। वायकॉम 18 ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। यह याचिका चार राज्यों में फिल्म पर लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ है। वायकॉम ने तुरंत मामले पर सुनवाई की अपील की है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका पर सुनवाई हो रही है। बता दें कि मंगलवार को हरियाणा की बीजेपी सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए फिल्म के प्रदर्शन पर बैन लगा दिया था। मंगलवार को हरियाणा कैबिनेट की मीटिंग में यह फैसला हुआ था। रणवीर, दीपिका, शाहिद कपूर स्टारर यह फिल्म राजपूत समुदाय के विरोध के बाद से विवादों में है। हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने फिल्म के बैन पर कहा, कैबिनेट मीटिंग में तय हुआ कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इसे राज्य में बैन किया जाना चाहिए। इसी के साथ हम ने हरियाणा में भंसाली की फिल्म को बैन करने का निर्णय लिया है। यूपी, गोवा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड जैसे बीजेपी शासित अन्य राज्यों में भी फिल्म का प्रदर्शन रोके जाने की आशंका है। गोवा में पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए राज्य सरकार से फिल्म पर बैन की सिफारिश की है। मुंबई पुलिस ने सुरक्षा कारणों की दुहाई दी है। यूपी और दूसरे राज्यों ने कुछ दिन पहले फिल्म के प्रदर्शन की बात की थी। उन्होंने अभी प्रदर्शन को लेकर कुछ साफ़ नहीं किया है। बता दें, संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत तीन भाषाओं तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज होगी। सेंसर बोर्ड ने पांच मॉडिफिकेशन के साथ फिल्म को यू/ए सर्टिफिकेट दिया है। इस सर्टिफिकेट वाली फ़िल्में नाबालिग बच्चों को अकेले देखने की अनुमति नहीं है।

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