मंदसौर,शहर के चर्चित डायमंड ज्वेलर्स गोलीकांड में शूटर शाहरूख के सरेंडर की अलग ही कहानी खुकर सामने आई है. पुलिस ने दावा किया था कि आरोपी ने समर्पण किया, लेकिन एक वायरल हुए वीडियो ने उसकी कहानी की पोल खोल दी है.
जिसमें नीमच एसपी शाहरूख के घर चाय पीते दिखाई दे रहे हैं.अब सामने आया है कि शूटर को सरेंडर करवाने के लिए तीन लोगों ने बिचोलियों की भूमिका निभाई थी, जो वायरल हुए वीडियो में भी दिख रहे हैं. डायमंड ज्वेलर्स के नीमच शोरूम पर फायरिंग कर संचालक अजय सोनी को गंभीर अवस्था में पहुंचाने वाले शूटर शाहरूख को पिछले दिनों नीमच पुलिस ने पकड़ा था. पुलिस ने उस समय दावा किया था कि शाहरूख ने सरेंडर किया और उसे अखेपुर (राजस्थान) से लाया गया. इस कहानी की हवा निकली जब डायमंड के एक अन्य संचालक अनिल सोनी ने एक वीडियो प्रेस को सौंपा, जिसमें नीमच एसपी मनोज सिंह अखेपुर में एक घर के बाहर गली में कुर्सी पर बैठ कर चाय पीते नजर आए. इस वीडियो में शूटर शाहरूख उसी घर में यह कहते हुए दिख रहा है कि नीमच एसपी साहब आए हैं. उनके सामने पेश होने जा रहा हूं.
इस विडियो के आने के बाद पुलिस की कहानी की पोल तो खुल गई, लेकिन सरेंडर के पीछे की असली कहानी पर अभी भी पर्दा पड़ा है.समर्पण में तीन लोगों ने भूमिका निभाई.जो तीनों इस वायरल वीडियो में दिख रहे हैं. इसमें मुख्य है खलील खान जो कनघट्टी का रहने वाला है. इसके अलावा दो अन्य में आजाद सिंह और भैरू सिंह हैं.
दरअसल गोलीकांड के बाद नीमच और मंदसौर पुलिस पर चौतरफा दबाव बन रहा था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस हर हद तक जाने को तैयार थी। यही वजह है कि खलील और उसके साथियों ने सरेंडर की पटकथा को अंजाम तक पहुंचाने में भूमिका निभाई और शाहरूख हवालात पहुंचा।
नीमच एसपी पर गिर सकती है गाज
डायमंड गोलीकांड में शूटर के सरेंडर और अखेपुर की चाय नीमच एसपी मनोज सिंह को महंगी पड़ती नजर आ रही है. राष्ट्रीय मीडिया में इस मामले को सुर्खियां बनने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं. समझा जा रहा है कि विभागीय गाज मनोज सिंह पर गिर सकती है.