लखनऊ,उत्तरप्रदेश के सीतापुर में कंबल वितरण के दौरान धौरहरा से भाजपा सांसद रेखा वर्मा ने महोली से भाजपा विधायक शशांक त्रिवेदी पर जूती तान दी। यही नहीं उन्होंने मौके पर मौजूद एसडीएम को भी धमकी दी कि अगर इस तरह से बवाल कराओगे तो दो दिन भी नहीं रुक पाओगे।
दरअसल, सीतापुर जिले में महोली तहसील के सभागार में कंबल वितरण कार्यक्रम में सांसद और विधायक के बीच जुबानी जंग के बाद विधायक के समर्थकों ने सांसद के बेटे अनमेश वर्मा की पिटाई कर दी। नाराज सांसद ने गुस्से में आकर जूती उतार ली और एसडीएम ब्रजपाल सिंह समेत विधायक पर तान दी। घंटों तक चले हंगामे के बाद दोनों ने सफाई देते हुए कहा कि कंबल लाभार्थियों के बीच विवाद हुआ था।
महोली के एसडीएम ने तहसील सभागार में कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें मुख्य अतिथि सांसद रेखा वर्मा थीं। कंबल का वितरण करते समय विधायक शशांक अपने एक दर्जन समर्थकों के साथ पहुंच गए। उन्होंने सभी समर्थकों को सभागार के अंदर बुला लिया और खुद सांसद के बगल में बैठ गए। सांसद ने जब इस बात का विरोध किया तो विधायक ने कहा कि क्षेत्रीय जनता है और किसी को आने से नहीं रोका जा सकता है। सांसद ने इस पर कहा कि भीड़ ज्यादा होने की वजह से दिक्कत हो रही है। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया।
झगड़े के दौरान विधायक के गनर ने सांसद के समर्थकों की पिटाई कर दी। इसकी वजह से सांसद का पारा और भी चढ़ गया। उन्होंने जूती उतारकर एसडीएम और विधायक की ओर फेंकी। दूसरी बार फिर मारने के लिए जूती उठाई लेकिन उनका हाथ पकड़ लिया। एसडीएम इस झगड़े को देखकर किनारे खड़े हो गए जबकि विधायक ने हंगामा शुरू कर दिया।
विधायक समर्थकों के तेवर देख सांसद ने खुद को एसडीएम के ऑफिस में कैद कर लिया। मारपीट के बाद सांसद के बेटे मौके से निकल गए। इस बीच मौके पर भारी पुलिस बल आ गया, जिसके बाद सभी को सभागार से बाहर कर दिया गया। कुछ देर बाद विधायक और एसडीएम ने दरवाजा खुलवाकर सांसद को बाहर आने के लिए कहा। इसके बाद एसडीएम कक्ष में ही विधायक और सांसद के बीच काफी देर तक बातचीत चलती रही।
सूत्रों के मुताबिक, सांसद ने अपनी बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने डीएम डॉ. सारिका मोहन को फोन कर मामले का निस्तारण कराने का निर्देश दिया। वहीं जिले की प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने बीजेपी जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता को मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराने के निर्देश दिए।