गुरूग्राम,दिल्ली और आस-पास के इलाकों में बदमाशों के हौसले कितने बुलंद है, गुरुग्राम में घटी एक घटना से जाना जा सकता है। गुरुग्राम के पालम विहार इलाके में एक संदिग्ध एसयूवी कार को रोकना गुरुग्राम पुलिस के एसपीओ को महंगा पड़ गया। एसयूवी में सवार संदिग्ध बदमाश एसपीओ मुकेश कुमार की कुचलकर हत्या की गई है। कार से कुचलकर पुलिसकर्मी मुकेश कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। फ़िलहाल पुलोस आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए एक टीम का गठन कर छापेमारी कर रही है। साइबर सिटी गुरुग्राम के पालम विहार इलाके में फेमस हनुमान मंदिर के पास रविवार की रात दिल्ली एनसीआर में आतंकी अलर्ट के मद्देनजर गुरुग्राम पुलिस ने नाकाबंदी की थी।
– क्या है मामला
पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी की पंजाब नंबर की महिंद्रा जाइलो कार में कुछ संदिग्ध है। गुरुग्राम पुलिस ने पीबी११बीयू १३१२ नंबर की महिंद्रा जाइलो कार को पकड़ने के लिए नाकेबंदी की। पुलिस को पुरानी दिल्ली रोड पर कापसहेड़ा की तरफ से एक जाइलो कार आते दिखाई दी। नाके पर तैनात एसपीओ मुकेश कुमार ने संदिग्ध कार को रोकने की कोशिश की लेकिन कार एसयूवी सवार संदिग्ध बदमाश एसपीओ मुकेश को कुचलते हुए फरार हो गए। घायल एसपीओ को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। मृतक एसपीओ मुकेश कुमार ने पिछले साल ही गुरुग्राम पुलिस में बतौर स्पेशल पुलिस ऑफिसर ज्वाइन किया था। इससे पहले मुकेश कुमार का चयन हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फ़ोर्स में हुआ था। सरकार ने इस फ़ोर्स के गठन को रद्द किया था। पुलिस ने कहा कि मृतक मुकेश जिंद जिला में सिरसा खेड़ा गांव के रहने वाले थे। मृतक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। गौरतलब है कि गुरुग्राम में यह कोई पहली घटना नहीं है जब बेख़ौफ़ बदमाशों ने पुलिस के ऊपर गाड़ी चढ़ाई हो। गुरुग्राम सहित दिल्ली एनसीआर में नाकेबंदी के दौरान पुलिस पर हमले के मामले आम हो गए हैं। बीती रात की घटना को देखते हुए पुलिस भी मान रही है कि जाइलो में सवार संदिग्ध खतरनाक अपराधी हो सकते हैं।