नई दिल्ली,हाथ,पैर या शरीर का कोई अन्य अंग गंवा चुके लोगों के लिए अच्छी खबर है। इटली के वैज्ञानिकों ने पहली बार ऐसा बॉयोनिक हाथ तैयार किया है जो स्पर्श की अनुभूति दे सकेगा। इस ऐसे तैयार किया गया है जिससे प्रयोगशाला के बाहर भी आसानी से पहना जा सके। इसका परीक्षण वैज्ञानिकों ने एक महिला पर किया जिसने 25 वर्ष पहले एक हादसे में अपना हाथ गंवाया था। परीक्षण में इस मशीनी हाथ ने तकरीबन असली हाथ जैसी ही अनुभूति दी। इस मशीनी हाथ में सेंसर लगाए गए हैं जो किसी वस्तु को छूकर समझ सकता है कि वह सख्त है या मुलायम। इन संदेशों को एक छोटे से कंप्यूटर में भेजा जाता है जो इन्हें ऐसी भाषा में बदलता है जिसे दिमाग समझ सके। व्यक्ति के कंधे के पास नसों में लगे छोटे इलेक्ट्रोड इस सूचना को दिमाग तक पहुंचाते हैं। हाथ के प्रोटोटाइप का परीक्षण छह माह तक इटली की अल्मेरीना मैस्कराला पर किया गया, जिन्होंने अपना बायां हाथ 25 वर्ष पहले एक हादसे में गंवा दिया था। इस हाथ से सामान उठाकर वे बिना देखे बता सकीं कि वह चीज नर्म है या सख्त। फिलहाल इस प्रोटोटाइप को उनके शरीर से हटा दिया गया है।इटली,स्विट्जरलैंड और जर्मनी के इंजीनियरों,न्यूरोसाइंटिस्ट,सर्जनों व रोबोटिक्स के विशेषज्ञों की टीम ने तैयार किया है। इस टीम ने 2014 में भी ऐसा ही एक हाथ तैयार किया था जो स्पर्श को महसूस करने में सक्षम था, लेकिन उससे जुड़े कंप्यूटर व अन्य उपकरण काफी बड़े थे, जिससे इसे सिर्फ प्रयोगशाला के अंदर ही इस्तेमाल किया जा सकता था। अब जो हाथ वैज्ञानिकों ने तैयार किया है उससे जुड़े सभी उपकरण एक छोटे थैले में आ सकते हैं। इस थैले को आसानी से पीठ पर उठाया जा सकता है और हाथ को कहीं भी लेकर जाया जा सकता है। वैज्ञानिक इसमें और सुधार कर रहे हैं जिससे इसका बड़े पैमाने पर निर्माण किया जा सके। ‘यह एकदम असली हाथ की तरह काम करता है। इसकी मदद से आप रोजमर्रा के सभी काम आसानी से कर पाते हैं, जैसे कपड़े व जूते पहनना। इससे मुझे पूर्णता का अहसास हुआ।