नई दिल्ली,बुधवार को राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधने के बाद गुरुवार को कांग्रेस सदस्यों ने फिर से इस मामले को उठाया और प्रधानमंत्री से कहे हुए शब्दों पर माफी मांगने को कहा.
इस कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हो सकी.पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने राज्यसभा में आम बजट 2017 पर चर्चा की शुरुआत की. उन्होंने बजट को निराशाजनक कहते हुए इसे फेल बताया. प्रधानमंत्री के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री को वक्तव्य देने से रोकना नहीं चाहते थे,लिहाजा सदन से बाहर आ गए. डोनाल्ड ट्रंप के संबोधन का उललेख करते हुए चिदंबरम ने कहा कि,उन्होंने चुनावी सभाओं में ऐसी बातें कही जिनका विरोध हुआ. लेकिन शपथ क समय संबोधन में फेलो अमेरिका दिखा. उन्होंने ओबामा, क्लिटंन की भी चर्चा की.क्योंकि हर प्रधानमंत्री पूर्व प्रधानमंत्री एक दिन हो जाता है. इस लिए प्रधानमंत्री को बुधवार के बयान पर खेद जताना चाहिए. उन्हें ये तो जरूर कहना चाहिए कि वे डॉ मनमोहन सिंह की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाना चाह रहे थे. अगर संबोधन से ऐसा प्रतीत हुआ है तो शब्द वापस ले लेना चाहिए. पूर्व वित्त मंत्री ने नोटबंदी को फेल बताने के बाद डिजिटल लेन-देन पर भी आक्रामक तेवर दिखाए आर कहा कि इससे निजता का हनन हुआ है. अगर कोई निजी सामान खरीदता है तो रिकार्ड क्यों दे.इसी तरह परिवार में किसी की कोई मदद करना चाहता है,तो फिर रिकार्ड क्यों दें. उन्होंने कहा कि नोटबंदी असफल रही है आप इसे बखूबी जानते हैं, लेकिन इसका बचाव करेंगे ही.