लखनऊ,सपा सुप्रीमो रहे मुलायम सिंह यादव के सबसे छोटे बेटे प्रतीक यादव की राजनीति में कोई रूचि नहीं है. उनका मानना है कि उन्हें अच्छा राजनेता बनने खातिर उन्हें भारी मशककत कर काफी पीछे की तरफ जाना पड़ेगा.
उनका कहना है,कि वे अपने कारोबार पर ध्यान देना चाहते हैं.अपनी पत्नी अपर्णा यादव की चुनावी उम्मीदों पर पूछे गए सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि वे सपा प्रत्याशी के तौर पर लखनऊ कैंट से रीता बहुगुणा जोशी के मुकाबले चुनाव जीत जाएंगी. प्रतीक ने कहा कि अर्पणा ने उस क्षेत्र में दिन रात काफी समय देने के साथ ही वहां डेवलेपमेंट को लेकर काम कराए हैं. जिससे उनकी जीत की पूरी-पूरी संभावनाएं बनती हैं. जब उनसे सपा-कांग्रेस गठबंधन पर प्रतिक्रिया मांगी गई गई तो कहना था गठबंधन 250 से अधिक सीटें जीतकर आएगा. वे कहते हैं कि कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी अगर गठबंधन को 300 सीटें मिल जाएं. उन्हें महसूस हो रहा है कि चुनावी जंग में भाजपा और बसपा काफी पिछड गए हैं. उनके गाडियां बदलने सरीखे शौक पर जब सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि चाहे वे महंगी गाडियों में घूमें या कैसे भी रहें इससे किसी को क्यों समस्या हो.उनका मानना है,उनक ा गाडी का शाक बरकरार रहेगा जिससे किसी को तकलीफ नहीं होना चाहिए.
गौरतलब है प्रतीक इन दिनों पांच करोड़ की लम्बोर्गिनी कार खरीदने से सुर्खियों में हैं. इसी को लेकर वे पत्रकारों के निशाने पर थे. फिर शुरु हुआ सवाल-जबाव का सिलसिला उनका रियल एस्टेट और कई जिम का बडा कारोबार है. उन्होंने ये स्पष्ट किया कि कार लोन लेकर खरीदी गई है. फिर इसमें विवाद कैसा