स्वैच्छिक रक्तदान, मानवता की सबसे बड़ी सेवा: राज्यपाल

देहरादून,राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान,मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। रक्तदान से लाखों लोगों को जीवनदान मिलता है। गुरूवार को राजभवन में रोटरी क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने रक्तदाताओं को सम्मानित करते हुए रक्तदान के लिए लोगों को जागरूक किए जाने की जरूरत बताई। रक्तदान से जहां लाखों जिंदगियां बचती हैं वहीं रक्तदाताओं के स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। राज्यपाल ने विभिन्न रक्तदाताओं को सम्मानित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान से लाखों जिन्दगियों को बचाने का नेक काम करने वाले सभी के लिए पे्ररक हैं। यह बहुत ही पुण्य का काम है। स्वैच्छिक रक्तदान, मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। इसमें बिना किसी प्रतिफल की आशा के रक्तदान किया जाता है। इसके लिए लोकोपकारी सोच होना जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि अपने छात्र जीवन में वे भी रक्तदान करते रहे हैं और इससे बड़ा संतोष मिलता था। रक्त धर्म, जाति से परे है। न तो स्वैच्छिक रक्तदाता यह पूछता है कि उसका रक्त किसे दिया जाएगा और न ही रक्त ग्रहण करने वाला यह पूछता है कि उसे किस व्यक्ति का रक्त दिया जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि दुनिया में रक्त की आवश्यकता, लगातार बढ़ती जा रही है। यह सर्वविदित तथ्य है कि रक्तदान करने से स्वास्थ पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। राज्यपाल ने रक्तदाताओं व रोटरी क्लब को बधाई देते हुए कहा कि मानवता की सेवा में किए गए ऐसे कार्यों से एक बेहतर भविष्य के निर्माण में समाज को ताकत मिलती है। उत्तराखण्ड में रोटरी क्लब सामाजिक कल्याण के दूसरे क्षेत्रों में भी योगदान कर सकता है। बताया गया कि रोटरी क्लब द्वारा देहरादून में नवम्बर में रक्तदान माह आयोजित किया गया। इसमें उन्हें विभिन्न व्यक्तियों व संस्थानों का सहयोग मिला। इस दौरान 4 हजार यूनिट से भी अधिक रक्त एकत्र किया गया।

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