जबलपुर, रविवार की रात पुल नं.2 में गैंगवार के दौरान हुई गोलीवारी का विवाद अंदर ही अंदर सुलग रहा है। गोलवारी के मुख्य आरोपी छोटू चौबे की गिरफ्तारी पर जहां १० हजार रुपयों का ईनाम घोषित कर दिया है वहीं ओमती पुलिस और क्राईम ब्रांच की टीम गोलियां चलाकर दहशत फ़ैलाने वाले आरोपी छोटू चौबे, सक्षम गुलाटी व उनके साथियों की तलाश में पुलिस लगी हुई है। मंगलवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि छोटू चौबे एक काली रंग की स्कॉर्पियो 0555 में अधारताल क्षेत्र में देखा गया है। इसके बाद खुद पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला ने मोर्चा संभाला और क्राईम ब्रांच के एडीशन एसपी संदीप मिश्रा पूरी टीम को लेकर देर रात तक छोटू चौबे की नाकेबंदी करते रहे। पुलिस की टाईमिंग में थोड़ी सी चूक हुई और स्कॉर्पियो जादू की तरह गायब हो गई। इस बीच पुलिस ने कटंगी बाईपास, पाटन बाईपास, विजय नगर, अधारताल में कई जगह नाकेबंदी की लेकिन छोटू चौबे भाग निकला। रात 10 बजे से तड़के 4 बजे तक पुलिस उसका पीछा करती रही लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया।
सोशल मीडिया पर जंग का ऐलान
उधर दूसरी ओर इमरान बाबर सहित उसके गुट के सभी लोग सोशल मीडिया पर फेसबुक पर सक्रिय हैं। फेसबुक में लिखा जा रहा है कि फायरिंग का बदला फायरिंग से और जान का बदला जान से लिया जायेगा और दुश्मन हुये दोस्तों से समझौता कराने वालोें को भी दुश्मन ही समझा जायेगा। बताया गया है कि मंगलवार को ही सक्षम गुलाटी की ओर से इमरान बाबर के पास समझौते का प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन इमरान ने समझौता करने से इंकार कर दिया। सोशल मीडिया पर चल रही इन खबरों को पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया है और यदि अपराधी फरार रहे तो फिर एक गैैंगवार की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।