बनारस, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में एक बार फिर से हिंसा का शिकार हो गया। विश्वविद्यालय के कैंपस में आग भड़क गई है। समाजवादी छात्रसभा के नेता आशुतोष सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में पूरे कैंपस में जमकर हंगामा हुआ। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कैंपस में तोडफ़ोड़ और आगजनी की वारदात को अंजाम दिया। इसके चलते बीएचयू में फिर से दहशत का माहौल है। आईआईटी-बीचएचयू के कार्यक्रम डीजे नाइट को लेकर हुए बवाल मामले में आशुतोष सिंह आरोपी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद कैंपस का माहौल गरमागया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच जमकर झड़प हुई। उपद्रवी छात्रों ने एक बस को आग के हवाले कर दिया और 50 से ज्यादा वाहनों में तोडफ़ोड़ की। साथ ही छात्रों ने जमकर पत्थरबाजी भी की। इस घटना के बाद से बीएचयू कैंपस और इलाके में एक बार फिर से तनाव का माहौल पैदा हो गया है। इससे पहले सितंबर महीने में बीएचयू परिसर में छेडख़ानी की घटनाओं को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं के बीच झड़प हुई थी। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे थे और लाठियां भांजी थी। इसके बाद मामले को लेकर खूब राजनीति हुई थी। इस मामले को लेकर वाराणसी के साथ-साथ दिल्ली समेत देश भर में प्रदर्शन हुए थे। यूपी सरकार को मामले की न्यायिक जांच के आदेश तक देने पड़े थे। छात्राओं पर लाठीचार्ज मामले में क्रइम ब्रांच ने पूर्व प्रॉक्टर प्रो. ओंकारनाथ सिंह समेत 20 लोगों को तलब भी किया था। इसके साथ ही वाइस चांसलर गिरीश चंद्र त्रिपाठी पर गाज गिरी थी। मामले में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी सफाई देनी पड़ी थी। उन्होंने इस घटना के पीछे बाहरी साजिश होने तक की बात कही थी। मुख्यमंत्री योगी ने यहां तक कहा था कि उनके पास उन सभी लोगों की फेहरिस्त है, जो हिंसा में शामिल हैं। हमारे कैमरे में सभी के चेहरे कैद हैं।