बैतूल, बैतूल जिले में एक दर्दनाक हादसे में 7 लोगों को जान गंवानी पड़ी। हादसा बोरदेही-मुलताई सड़क मार्ग पर बुधवार-गुरुवार दे रात हुआ। मौके पर ही सात लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर हैं। घायलों को इलाज नागपुर में जारी है। पुलिस के अनुसार नागपुर से दो बाइक से आए विपुल वाघमारे, मोहन निपटे, सोहेल एवं आदित्य दुर्घटना का शिकार हो गए। इस दौरान कार से मुलताई से खेड़ली जा रहे छिंदवाड़ा के दीपक साहू और उनका दोस्त घायलों को बचाने के लिए रुके। घायलों की मदद के लिए उन्होंने खेड़ली जाकर विनायक पारखे गोविन्द गोस्वामी शुभम बिहारिया तथा शिवराम पवार को भी साथ ले लिया। सब मिलकर घायलों को सड़क से उठा ही रहे थे की इसी दौरान रेत भरकर बोरदेही की ओर जा रहा डंपर सभी को कुचलते हुए पलट गया। जिससे शिवराम विनायक गोविन्द, शुभम, मोहन, सोहेल और आदित्य की मौके पर ही मौत हो गई। बाद में जेसीबी और पोकलेन मशीन से डंपर के नीचे दबे लोगों को निकाला गया। रात 3 बजे तक शवो को मुलताई पहुंचाया गया। दुर्घटना में विपुल और दीपक की हालत गंभीर है जिन्हें नागपुर अस्पताल ले जाया गया है। इस बड़े हादसे से पुरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
रेत भरे डंपर में दब गये शव
डंपर में दबने के कारण शव पूरी तरह से क्षतविक्षप्त हो गए थे। जिन्हें चादर में समेटकर उठाया गया। शवों की निशाख्त करना भी मुश्किल था। रेत के अंदर दबे मिले शव रेत से भरे डंपर के पलटने के कारण तीन लोग डंपर के अंदर रेत में दब गए थे। घटना के तत्काल बाद जेसीबी की मदद से डंपर को हटाया गया लेकिन लोग दिखाई नहीं दिए। रेत को जेसीबी से हटाए जाने के बाद लोगों के शव क्षप्त विक्षप्त हालत में पड़े मिले।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
हादसे में सात लोगों की मौत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट कर घटना के प्रति शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने लिखा- बैतूल सड़क हादसे में सात अनमोल जिंदगियों को उनके अपनो से छीन लिया। यह बहुत पीड़ादायी है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।