नई दिल्ली, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि आगामी आम बजट में वृहद ढांचागत परियोजनाओं, रक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र सहित पांच क्षेत्रों पर सरकार का विशेष जोर रहेगा। इन क्षेत्रों में सरकार अधिक खर्च करेगी। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने बैंकों के पूंजी आधार को मजबूत बनाने और उनकी कर्ज देने की क्षमता में सुधार लाने को अगले साल के लिए सरकार के सामने महत्वपूर्ण काम बताया।
वाणिज्य और उद्योग मंडल (फिक्की) की 90वीं वार्षिक आम बैठक के दूसरे दिन समापन सत्र को संबोधित करते हुए जेटली ने ढांचागत सुविधाओं के विकास को देश की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने शहरी बुनियादी सुविधाओं के विकास पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा आवास, जलापूर्ति, स्वच्छता और ग्रामीण सड़कों के विकास को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
जेटली ने कहा कि आवासीय क्षेत्र आने वाले समय में अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों की गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) की समस्या को सुलझाना सरकार के सामने अहम काम है। उन्होंने कहा कि बैंकों के पूंजी आधार को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने उन्हें नई पूंजी उपलब्ध कराने की घोषणा की है ताकि बैंकों से सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योगों को बेहतर मदद मिल सके, उन्हें मजबूत बनाया जा सके। सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए 2.11 लाख करोड़ रुपये के पुनर्पूंजीकरण की घोषणा की है। इसमें से 1.35 लाख करोड़ रुपये की राशि बॉन्ड के जरिए जुटाई जाएगी। इससे बैंकों का पूंजी आधार मजबूत होगा और वह अधिक कर्ज दे सकेंगे।