वाराणसी,बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) का नाम कई विवादों से जुड़ा हुआ रहा है। एक नया विवाद बीएचयू के साथ जुड़ गया है। दरअसल में बीएचयू इतिहास का प्रश्न पत्र शनिवार को उस वक्त विवादों में आ गया,जब उसमें तीन तलाक,हलाला और खिलजी से जुड़े सवाल पूछे गए। बीएचयू के एमए इतिहास के प्रश्न पत्र में पूछा गया। इस्लाम में हलाला क्या है? खिलजी द्वारा नियत की गई गेंहू की कीमत क्या थी? और इस्लाम में एक सामाजिक बुराई के रूप में तीन तलाक और हलाला के बारे में चर्चा करें। छात्रों ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन शिक्षा के माध्यम से एक विशेष विचारधारा लागू करने की कोशिश कर रहा है। बीएचयू के एक छात्र विकास ने कहा कि विश्वविद्यालय ने पूछे गए प्रश्नों में कुछ भी गलत नहीं पाया,जबकि मुझे लगा कि सवाल बहुत ही गलत थे
हालांकि,बीएचयू के इतिहास के सहायक प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव विद्यार्थियों की राय से असहमत हैं। उन्होंने कहा,अगर छात्रों को नहीं सिखाया जाता है और ऐसी चीजों के बारे में नहीं पूछा जाता है तो वे इसके बारे में कैसे जान पाएंगे? जब वे मध्यकालीन इतिहास पढ़ते हैं तो ये चीजें अपने आप में उसका एक हिस्सा बन जाती हैं।हमें उन्हें इन चीज़ों को सिखाने की जरूरत है ताकि वे ‘वास्तविक’ इतिहास को जानें। उन्होंने आगे कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम के परीक्षा पैटर्न पर भी सवाल उठाया और कहा कि इस्लाम में दोष हैं,जिन्हें उठाया जाना चाहिए। प्रोफेसर ने आगे कहा,जब हम इस्लामिक इतिहास को सिखाते हैं,तो हमें ऐसी चीजों को भी सिखाना होगा। संजय लीला भंसाली जैसे लोग छात्रों को इतिहास नहीं सिखाएंगे।