नई दिल्ली, शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच में जीत के इरादे से उतरी भारतीय टीम मजबूत स्थिति में आ पहुंची है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 4 विकेट पर 371 रन बना लिए हैं। 78 रनों पर 2 विकेट गिरने के बाद मुरली विजय और कप्तान विराट कोहली ने टीम को संभाला। इसके बाद बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए विजय ने अपने टेस्ट करियर का 11वां शतक पूरा किया। इसके बाद कोहली ने करियर का 20वां शतक लगाया। दोनों के बीच 283 रनों की साझेदारी हुई। विजय 155 रन बनाकर आउट हुए और कोहली 156 रन बनाकर अभी भी क्रीज पर डटे हुए हैं। जिसके बाद लग रहा हैं कि कोहली फिर एक बार दोहरा शतक भी लगा सकते है। वहीं लगातार नाकाम साबित हो रहे अजिंक्या रहाणे एक बार फिर फेल साबित हुए। वह मात्र 1 रन नबाकर चलते बने। शनिवार को कोहली ने वनडे मैच के तर्ज पर तेज खेलते हुए 14 चौकों की मदद से 110 गेंदों में शतक पूरा किया। भारत ने सुबह के सत्र में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (23) और चेतेश्वर पुजारा (23) के विकेट गंवाए जिन्हें मलाल होगा कि वे बल्लेबाजी की अनुकूल इस पिच पर बडी पारी खेलने में नाकाम रहे।
टॉस जीतकर लिया पहले बल्लेबाजी करने का फैसला
कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद विजय और धवन की जोडी ने भारत को सकारात्मक शुरूआत दिलाई। विजय ने सुरंगा लकमल के पहले ही ओवर में लगातार दो चौकों के साथ खाता खोला जबकि धवन ने भी इस तेज गेंदबाज पर चौका मारा। धवन ने दिलरूवान परेरा पर भी दो चौके मारे लेकिन इसी आफ स्पिनर का 100वां टेस्ट शिकार बने। परेरा की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में धवन हवा में खेल गए और लकमल ने डीप बैकवर्ड स्क्वायर पर कैच लपका। इस दौरान लकमल का जूता भी निकल गया लेकिन उन्होंने कैच पकडने में कोई गलती नहीं की। विजय इससे पहले 12 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब लकमल की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर तीसरी स्लिप और गली के बीच से चार रन के लिए चली गई। विजय और चेतेश्वर पुजारा ने 13वें ओवर में भारत का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।
कोहली ने चौके के साथ खोला खाता
शनिवार को मैदान में उतरे कप्तान कोहली ने आते ही गमागे की गेंद पर चौका लगाकर खाता खोला। उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर संदाकन पर चौके के साथ 24वें ओवर में भारत के रनों का शतक पूरा किया। विजय ने 67 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जब उन्होंने लकमल की गेंद को एक रन के लिए खेला लेकिन प्वाइंट पर खडे दिमुथ करूणारत्ने के ओवरथ्रो पर गेंद बाउंडी पार कर गई। भारत ने कोलकाता में पहला टेस्ट ड्रा होने के बाद नागपुर में दूसरा टेस्ट पारी और 239 रन के रिकार्ड अंतर से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। भारत यदि कोटला में तीसरे टेस्ट में भी श्रीलंका को फतह कर लेता है तो वह आस्ट्रेलिया के लगातार 9 सीरीज जीतने के विश्व रिकॉर्ड की भी बराबरी कर लेगा।
भारत का कोटला मैदान में जबर्दस्त रिकॉर्ड
मैदान के हिसाब से विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम भारत को कोटला मैदान में जबर्दस्त रिकॉर्ड है। उसने यहां पिछले 30 वर्षों में 11 मैचों में 10 जीते हैं और एक ड्रा खेला है। इन 30 वर्षों में दुनिया की कोई भी टीम भारत को कोटला में पराजित नहीं कर पाई है। श्रीलंका ने इस मैदान पर अपना पिछला टेस्ट 2005 में खेला था और तब उसे 188 रन की पराजय का सामना करना पड़ा था।
सीरीज 2-0 से अपने नाम करना चाहेंगा भारत
भारत का लगातार बेहतरीन प्रदर्शन, खिलाड़ियों की जबर्दस्त फार्म और कप्तान कोहली का विराट साहस टीम इंडिया को सफलता की नई ऊंचाईयों पर ले जा चुका है और अब बस इसमें एक अध्याय जोडऩा बाकी है। भारत इस मैच को जीतते ही सीरीज 2-0 से अपने नाम कर लेगा और आस्ट्रेलिया के लगातार नौ सीरीज जीतने के विश्व रिकार्ड की भी बराबरी कर लेगा।