भोपाल,एमपी हाईकोर्ट में सोमवार को भोपाल गैंगरेप मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से स्टेटस रिपोर्ट पेश की गई। महाधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव ने प्रकरण में अब तक की गई कार्रवाई के संबंध में बिंदुवार जानकारी दी है और कोर्ट से 3 हफ्ते की मोहलत मांगी। अगली सुनवाई 8 जनवरी को होगी। कोर्ट ने महाधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव से पूछा था कि आखिर पीड़िता को मामले की एफआईआर दर्ज कराने एक थाने से दूसरे थाने जाना ही क्यों पड़ा? यदि प्रकरण में पुलिस-प्रशासन द्वारा समय रहते संवेदनशीलता दिखाई गई है तो जीरो पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं हुई? इसके बाद कोर्ट ने सरकार को स्टेटस रिपोर्ट पेश करने कहा था। सुनवाई के दौरान महाधिवक्ता ने सरकार की ओर से अब तक की गई कार्यवाही का ब्यौरा देते हुए बताया कि मामले में जहां 6 नवंबर को चार्जशीट पेश की जा चुकी है। वहीं तीन टीआई और दो एस आई को सस्पेंड कर विभागीय जांच कराई जा रही है। वहीं उन्होंने कोर्ट को बताया कि मामले में मेडिकल रिपोर्ट में गलत जानकारी देने पर भी दो डाक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। इसके साथ ही सरकार की ओर से रखे गये पक्ष में यह भी कहा गया है कि जागरूकता के लिए अभियान भी चलाये जा रहे हैं। कोर्ट ने पूछा कि लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ क्या कार्यवाही होगी। इसके बाद सरकार ने तीन सप्ताह का समय मांगा, जिस पर मामले में अगली सुनवाई की तारीख तय की गई।